Wednesday, April 30, 2025
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करहल के जसवंतपुर ने तोड़ा पिछला रिकॉर्ड,पुनर्मतदान में 75.83 प्रतिशत वोट पड़े

मैनपुरी: मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र के गांव जसवंतपुर में बुधवार को पुनर्मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। पुनर्मतदान में जसवंतपुर के मतदाताओं ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया।मतदाताओं के उत्साह के चलते यहां 75.83 प्रतिशत वोट पड़े। मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। 20 फरवरी को इसी बूथ पर कुल 72.50 फीसदी वोट पड़े थे।
जसवंतपुर स्थित मतदेय स्थल संख्या 266 पर बुधवार को सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। कुल 1113 में से 844 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस तरह कुल 75.83 प्रतिशत मतदान यहां हुआ। 20 फरवरी को इस बूथ पर 807 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। पुनर्मतदान में पूरी प्रक्रिया की वेबकास्टिंग की गई।

करहल: जसवंतपुर में मतदाताओं की कतार

अखिलेश और एसपी सिंह हैं आमने-सामने
पुलिस के साथ ही अर्धसैनिक बल के जवान मतदान केंद्र पर तैनात रहे। शाम को मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद ईवीएम को नवीन मंडी स्थित स्ट्रांग रूम तक पहुंचाया गया। जसवंतपुर करहल विधानसभा क्षेत्र में आता है। विधानसभा सीट पर सपा से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और भाजपा से केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल चुनाव मैदान में हैं।
भाजपा प्रत्याशी ने लगाए थे बूथ कैप्चरिंग के आरोप
20 फरवरी को तीसरे चरण में हुए मतदान के बाद भाजपा प्रत्याशी ने बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी। इसी शिकायत पर पुनर्मतदान के आदेश चुनाव आयोग ने दिए थे। जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ है।

चौथे चरण की वोटिंग खत्म, कुल 59.67 प्रतिशत मतदान; लखीमपुर खीरी सबसे आगे

  • चौथे चरण में नौ जिलों की 59 सीटों के लिए बुधवार को 59.67 प्रतिशत वोट डाले गए। सबसे अधिक मतदान लखीमपुरी खीरी जिले में 65.54 प्रतिशत हुआ है जबकि सबसे कम वोट लखनऊ जिले में 55.92 प्रतिशत पड़े हैं।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में नौ जिलों की 59 सीटों के लिए बुधवार को 59.67 प्रतिशत वोट डाले गए। सबसे अधिक मतदान लखीमपुरी खीरी जिले में 65.54 प्रतिशत हुआ है जबकि सबसे कम वोट लखनऊ जिले में 55.92 प्रतिशत पड़े हैं। वर्ष 2017 के चुनाव में इन सीटों पर कुल 62.55 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, विधान सभा सीटों में सबसे अधिक 71 प्रतिशत मतदान पीलीभीत की बरखेड़ा में हुआ है। खीरी की निघासन में 69.39 प्रतिशत व सबसे कम 52.40 प्रतिशत वोट सीतापुर विधानसभा सीट पर पड़े हैं। छिटपुट शिकायतों को छोड़कर मतदान पूरी तरह शांति पूर्ण रहा। मतदान के साथ ही 91 महिला सहित 624 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।
विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा व फतेहपुर जिले में मतदान हुआ। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। केंद्रीय बलों की मौजूदगी के बीच मतदान सुबह सात बजे से शुरू हुआ। पहले दो घंटे में यानी सुबह नौ बजे तक करीब नौ प्रतिशत ही मतदान हुआ। दिन में 11 बजे तक मतदान 22.62 प्रतिशत वोट पड़े। इसके बाद मतदान में तेजी आई और दिन में दोपहर एक बजे तक 37.42 प्रतिशत मत पड़ चुके थे। शाम पांच बजे मतदान 57.45 प्रतिशत हो गया था। शाम छह बजे वोट डालने का समय था किंतु कई जिलों के पोलिंग बूथों पर लंबी कतारें होने के कारण मतदान देर तक चलता रहा। खीरी की धौरहरा में 67.31, मोहम्मदी में 67 प्रतिशत, कास्ता व गोला गोकरननाथ सीट पर भी 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि चौथे दूसरे चरण में नौ जिलों के 13,817 मतदान केंद्रों के 24,643 पोलिंग बूथों पर वोट डाले गए। इनमें से 874 आदर्श मतदान केंद्र थे जबकि 142 पिंक बूथ बनाए गए थे, जिनमें सिर्फ महिला कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए जिलों में व्हील चेयर और जगह-जगह पर वालंटियर की व्यवस्था भी की गई थी। चौथे चरण के चुनाव को निष्पक्ष, भयमुक्त और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 860 कंपनियां तैनात की गई थी। चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए आयोग ने एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक व दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए थे। इसके अलावा 57 सामान्य प्रेक्षक, नौ पुलिस प्रेक्षक व 18 व्यय प्रेक्षक पहले से तैनात थे। चुनाव के लिए कुल 1,15,725 कर्मियों को लगाया गया था।

दुखद: मवाना में स्कूल बस ने बच्ची को कुचला

  • रोड किनारे इंतजार कर रही थी पांच साल की दीपाली,तेज रफ्तार से बस चलाने का आरोप,स्कूल प्रबंधक व चालक के खिलाफ दी तहरीर

मेरठ: मवाना तहसील क्षेत्र में हादसे में 5 वर्षीय मासूम बच्ची जान चली गई। बच्ची अपनी स्कूल बस का इंतजार कर रही थी। जैसे ही स्कूल बस बच्ची को लेने पहुंची तो बच्ची बस की ओर बढ़ी तभी वह टायर के नीचे आ गई। बच्ची की मौके पर ही मोत हो गई। परिजनों ने स्कूल प्रबंधक व बस चालक के खिलाफ तहरीर दी गई।
मवाना तहसील क्षेत्र के हस्तिनापुर थाने के गांव बस्तोरा निवासी 5 वर्षीय दीपाली पुत्री सुनील रोज स्कूल की बस से ही जाती और आती थी। बुधवार को बच्ची बस का इंतजार कर रही थी।
बस की स्पीड तेज थी और वह बस के टायर के नीचे आ गई। बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई। मौत के बाद आसपास के लोग चीख-पुकार सुनकर इकट्ठा हो गए और रोड को जाम कर दिया।
मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। परिजनों को एफआईआर दर्ज कराने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। बाद में मामले की एफआईआर दर्ज की गई। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। हस्तिनापुर पुलिस ने बस एवं बस चालक को हिरासत में ले लिया।

पीएम मोदी बोले- देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है यूपी का चुनाव

बाराबंकी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाराबंकी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी भले ही भारत के क्षेत्रफल का सिर्फ सात प्रतिशत हो पर भारत की 16 प्रतिशत जनसंख्या यहां पर निवास करती है। यूपी का विकास देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है इसलिए विकास के लिए वोट करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि यूपी चुनाव के हर चरण में जनता भाजपा का समर्थन कर रही है। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वंशवादी चाहते हैं जनता हमेशा ही गरीब बनी रहे जिससे वो उनके आसपास घूमती रहे जबकि भाजपा जनता की मुश्किलें दूर करने पर काम कर रही है। इसलिए यूपी की जनता भाजपा को समर्थन दे रही है।
उन्होंने कहा कि वंशवाद की राजनीति के कारण यूपी अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल नहीं कर सका है। जबकि यूपी देश के विकास को ताकत देता है।

लखीमपुर खीरी में बोले सीएम योगी: तीसरे चरण में भी स्पष्ट सरकार बन जाएगी,2022 में भी प्रचंड बहुमत के साथ लौटेगी बीजेपी

लखीमपुर खीरी में सीएम योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी ने कहा पहले प्रदेश में महोत्सव का मतलब सिर्फ सैफई मोहत्सव से होता था। लेकिन अब अयोध्या में दीपोत्सव, देव दीपावली औऱ मथुरा के रंगोत्सव से होता है।
लखीमपुर खीरी: सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखीपुर खीरी के निघासन में एक जनसभा को संबोधित किया। यहां सीएम योगी ने कहा कि आज में जनता से अपील करने आया हूं। आज तीसरे चरण का मतदान भी हो रहा है। आज तीसरे चरण से स्थिति बहुत स्पष्ट हो जाएगी कि 2022 में बीजेपी की सरकार प्रचंड बहुमत से बनने जा रही है। बीजेपी ने जो 2017 में कहा था। पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने वो करके दिखाया। आप सब जानते हैं देश की आस्था के साथ उत्तर प्रदेश में किस तरह से खिलवाड़ होता था। पर्व और त्योहार शुरू होते ही प्रदेश में कर्फ्यू लग जाता था। 2017 के से पहले की सरकार अराजकता का प्रय़ाय थी।
सीएम योगी ने कहा पहले प्रदेश में महोत्सव का मतलब सिर्फ सैफई मोहत्सव से होता था। लेकिन अब अयोध्या में दीपोत्सव, देव दीपावली औऱ मथुरा के रंगोत्सव से होता है। मैं आप सब से पूछना चाहता हूं पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आप में से कितने लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है। मैं आप सब का अभिनंदन करना चाहता हूं। ये लोग आरोप लगाते थे कि ये मोदी वैक्सीन, बीजेपी वैक्सीन है। इसी वैक्सीन ने ही हमारी जान बचाई।
स्वच्छ ईंधन-बेहतर जीवन का संकल्प पूरा हो रहा है
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लखीमपुर खीरी में अपने सरकरा की उपलब्धियां गिनवाईं। उन्होंने ट्वीट कर कहा जन-खुशहाली भाजपा सरकार का प्रण है। इस प्रण की पूर्ति हेतु हमने लखीमपुर खीरी में पीएम उज्ज्वला योजना के प्रथम चरण में 4,39,543 परिवारों को रसोई गैस का निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध कराकर उनकी रसोई को धुंआमुक्त करने का कार्य किया है। स्वच्छ ईंधन-बेहतर जीवन का संकल्प पूर्ण हो रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि सभी को ‘शुद्ध जल’ की उपलब्धता डबल इंजन की भाजपा सरकार का ध्येय है। जनपद लखीमपुर खीरी के सेमरी, संसारपुर व बिजुआ में 16।68 करोड़ की लागत से प्रारंभ हुई राजकीय पेयजल योजना हमारे इसी ध्येय का विस्तार है। प्रदेश में ‘हर घर-शुद्ध जल’ का सपना साकार हो रहा है। विकसित पर्यटन और मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर डबल इंजन की भाजपा सरकार का संकल्प है। जनपद लखीमपुर खीरी में बने विश्वप्रसिद्ध दुधवा नेशनल पार्क के कॉरिडोर का विकास हमारे इसी संकल्प को सिद्ध कर रहा है। ‘नया उत्तर प्रदेश’ प्रगति पथ पर अग्रसर है।

ओमिक्रोन के प्रति छात्र-छात्राओं को किया जागरूक

बागपत के श्रीराम कॉलेज में लगे शिविर में ओमिक्रोन की जानकारी देते अध्यापक

बागपत। श्री राम कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन बागपत में राष्ट्रीय सेवा योजना के एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। एक दिवसीय शिविर में अधिकारी डॉक्टर निरंजन सिंह ने सभी स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के बारे में जानकारी दी और सभी स्वयंसेवकों को कोरोना महामारी के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के प्रति जागरूक किया और उससे बचाव के उपाय भी बताएं। कॉलेज प्रबंधक वैभव मित्तल ने मास्क और टीकाकरण की अनिवार्यता बताते हुए सभी स्वयंसेवकों को जागरूक किया।
डा.हरीश चौहान ने भी स्वच्छता के माध्यम से ‘कोरोना महामारी को किस प्रकार से नियंत्रित किया जा सकता है’ के विषय में बताया। उसके बाद सभी स्वयंसेवकों ने कॉलेज प्रांगण और आसपास साफ-सफाई कर स्वच्छ भारत का संदेश दिया। एक दिवसीय शिविर में डॉक्टर रोहित शर्मा, डा.कविता मानव, डा.विजय वर्मा आदि मौजूद रहे।

UP में 1 बजे तक 35.88 फीसदी वोटिंग, एटा में सबसे ज्यादा मतदान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में थर्ड फेज की वोटिंग जारी है। 16 जिलों की 59 सीटों पर दोपहर एक बजे तक 35.88% वोट डाले गए हैं। शुरुआती घंटों में वोटर्स का जोश हाई रहा। बुजुर्ग और दिव्यांग भी अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करने पहुंचे। दुल्हनें भी बूथ पर दिखीं, जो विदा होने से पहले वोट डालने आईं। मुलायम सिंह व्हील चेयर पर वोट डालने आए। मुलायम के भाई 78 साल के अभय राम बाइक से वोट डालने पहुंचे। अखिलेश और डिंपल ने पूरी फैमिली के साथ सैफई में वोट डाला।
कुछ जगहों पर ईवीएम खराब होने की वजह से वोटिंग देरी से शुरू हुई। कुछ जगहों पर विकास के मुद्दे को लेकर लोगों ने वोटिंग का बायकॉट किया। महोबा, ललितपुर, हाथरस और टूंडला में लोगों ने विकास न होने पर वोटिंग का बायकॉट किया। हाथरस के नगला बिहारी में गांव वालों ने मतदान रोक दिया। यहां सुबह 10 बजे तक सिर्फ 4 लोगों ने वोट डाला था। ललितपुर के 5 गांवों में 12 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा।
वहीं,गैंगस्टर विकास दुबे की वजह से देशभर में चर्चा में आए बिकरू गांव में सुबह से ही वोटर्स की कतारें लगी हैं। ज्यादातर लोगों का कहना है कि अब वोट डालने के दौरान भय का माहौल नहीं है। बिकरू में 2 जुलाई 2020 को विकास दुबे गैंग ने 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी।

थर्ड फेज के मतदान के अपडेट्स

  • सैफई में अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, अंशुल यादव और तेज प्रताप सिंह ने वोट डाला।
  • कानपुर में सबसे ज्यादा भीड़ मुस्लिम बहुल इलाकों में देखने को मिल रही है। बूथों पर मुस्लिम महिलाओं की लंबी-लंबी लाइनें हैं।
  • औरैया में जौंरा पोलिंग बूथ पर सपा एजेंट अरविंद निषाद से मारपीट। भाजपा समर्थकों पर आरोप।
  • इटावा सदर सीट पर कोकपुराशाला पर बूथ एजेंट कृष्णकांत तिवारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
  • ललितपुर विधान के तालबेहट और टूंडला के अनवारा में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। अनवारा में केवल 10 वोट पड़े हैं।
  • फर्रुखाबाद में 198 बूथ संख्या में एक घंटे से ईवीएम मशीन खराब होने के चलते एक घंटे देरी से शुरू हुआ मतदान। कन्नौज में भी आधे घंटे देरी।
  • सपा ने शिकायत की है कि कानपुर देहात में साइकिल का बटन दबाने पर कमल की पर्ची निकल रही है।

चन्नी के बयान से यूपी में उबाल,सीएम योगी आदित्यनाथ और मायावती ने कांग्रेस पर बोला हमला

पंजाब चुनाव 2022
  • रुपनगर में सीएम चन्नी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ रेली कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि एकजुट हो जाओ पंजाबियों। यूपी,बिहार और दिल्ली के भाइयों को पंजाब में घुसने नहीं देना है,जो यहां राज करना चाहते हैं।

लखनऊ: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बयान को लेकर यूपी तक घमासान हो गया है। सीएम चन्नी के ‘यूपी-बिहार के भैयों को भगाओ’ वाले बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर निशान साधा है। सीएम योगी ने कहा कि चन्नी के बयान से साफ होता है कि कांग्रेस की नीति विभाजनकारी है। वहीं चन्नी के बयान को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती भी कांग्रेस पर हमलावर नजर आईं। रुपनगर में सीएम चन्नी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ रेली कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि एकजुट हो जाओ पंजाबियों। यूपी, बिहार और दिल्ली के भइयों को पंजाब में घुसने नहीं देनाहै, जो यहां राज करना चाहते हैं। चन्नी की कोशिश थी पंजाबी अस्मिता को जगाकर कांग्रेस के लिए वोट जुटाने की। लेकिन चन्नी की यो कोशिश कांग्रेस को ही भारी पड़ गई। बीजेपी ने सबसे पहले चन्नी के बयान को सोशल मीडिया पर अपलोड कर सवाल किया।
ऐसे करेगी कांग्रेस यूपी और देश का विकास: अमित मालवीय
बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट किया,”मंच से पंजाब के मुख्यमंत्री यूपी,बिहार वालों को अपमानित करते हैं और प्रियंका वाड्रा बगल में खड़े हो कर हंस रही हैं,तालिया बजा रही हैं। ऐसे करेगी कांग्रेस यूपी और देश का विकास? लोगों को आपस में लड़ा कर?”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बोला हमला
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चन्नी के बयान से साफ है कि कांग्रेस की नीति विभाजनकारी है। ये कांग्रेस के संस्कार हैं। वहीं बीजेपी सासंद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि प्रियंका वाड्रा जी उत्तर प्रदेश में आकर अपने को यूपी की बेटी बताती हैं और पंजाब में उत्तर प्रदेश-बिहार के लोगों के अपमान पर ताली बजाती हैं,ये ही इन का दोहरा चरित्र है और चेहरा भी।
कांग्रेस को विधानसभा-आमचुनाव में जरूर सबक सिखाए जनता: मायावती
वहीं पंजाब और यूपी में चुनाव लड़ रही बीएसपी ने भी चन्नी के बयान को यूपी बिहार के लोगों को अपमान बताया। बसपा सुप्रीमो मायवती ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब के कांग्रेसी सीएम ने शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में यूपी और बिहार के लोगो का जिस प्रकास से अपमान किया है,वो अति शर्मनाक है। ऐसे में इन दोनों राज्यों के लोग कांग्रेस को पंजाब और यूपी में भी हो रहे विधानसभा चुनाव में जरूर सबक सिकाएं। बिहार के लोग भी इसका जरूर उचित संज्ञान लें।
बता दें कि पंजाब में यूपी-बिहार के लाखों लोग रहते हैं जो छोटे मोटे रोजगार से सूबे की आर्थिक सेहत को दुरुस्त रखने में योगदान देते हैं, लेकिन अब इन्हीं को सियायी फायदे के लिए गाली देना कितना सही है, ये सवाल सभी पूछ रहे हैं।

रामवीर उपाध्याय के लिए सादाबाद की सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब, जनता ने लुटाया प्यार

  • क्षेत्र की जनता रामवीर उपाध्याय को देखकर हुई भावुक

सादाबाद। बुधवार को नगर में चली रामवीर उपाध्याय की आंधी ने यह सिद्ध कर दिया है कि उनके प्रति जनता का प्यार अथाह है। क्षेत्र की जनता ने कहा कि फिर से जीत कर रामवीर उपाध्याय जिले का सरकार में परचम लहरायेंगे। बता दें कि बुधवार को जब रामवीर उपाध्याय पहली बार अपने प्रचार में निकले तो जनता का प्यार और स्नेह सादाबाद की सड़कों पर दिखाई दे रहा था।

प्रचार के दौरान अपनी गाड़ी में बैठकर क्षेत्रवासियों से वोट मांगते रामवीर उपाध्याय

बताते चलें कि कार्यक्रम पूर्व नियोजित था। पहले वह अस्वस्थ थे,लेकिन जब उनकी हालत में सुधार हुआ तो उन पर रहा नहीं गया और रामवीर उपाध्याय चुनाव प्रचार करने के लिए क्षेत्रवासियों के बीच आ गये। बुधवार के चुनाव प्रचार के दौरान सादाबाद मुख्य बाजार, गोविंदपुर, बरबस, बौहरे का बांस, गीला, गुरसौठी, बेदई आदि गांवों के मुख्य मार्गों पर भ्रमण किया।

रामवीर उपाध्याय के चुनाव प्रचार में उमड़ा जनसैलाब

क्या गांव और क्या शहर,हर जगह रामवीर उपाध्याय के रंग में लोग रंगे दिखाई दिये। सादाबाद की सड़कों पर भगवा-ही-भगवा दिखाई दे रहा था। योगी और मोदी के नारों और भाजपा के जनहितकारी कार्यों के स्लोगन के साथ क्षेत्र की जनता के उमड़े जनसैलाब ने यह सिद्ध कर दिया कि जनता रामवीर उपाध्याय के साथ है।बताते चलें कि जैसे-जैसे उनकी हालत में सुधार होगा, वह जनता के बीच लगातार आते रहेंगे। उनके समर्थकों का कहना है कि वह फिर विधायक बनेंगे और प्रदेश की सरकार का एक महत्वपूर्ण अंग भी होंगे।

चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से वोट की अपील करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष हाथरस, सीमा उपाध्याय
अपने पिता रामवीर उपाध्याय के लिए चुनाव प्रचार करती नीति उपाध्याय शर्मा
चुनाव प्रचार के दौरान जनता का अभिवादन करते रामवीर उपाध्याय के पुत्र चिराग उपाध्याय

प्रचार के दौरान उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हाथरस सीमा उपाध्याय,उनका पुत्र चिराग उपाध्याय, पुत्री नीति उपाध्याय शर्मा, उनके भाई रामेश्वर उपाध्याय व विनोद उपाध्याय, संतोष शर्मा, भाजपा जिला प्रभारी चौधरी देवेंद्र सिंह सहित तमाम भाजपा कार्यकर्ता,नेता रोड शो में शामिल रहे।

असम वैभव: सम्मान लेने समारोह में नहीं पहुंच पाए थे रतन टाटा, मुख्यमंत्री सरमा ने खुद घर जाकर किया सम्मानित

रतन टाटा को असम वैभव सम्मान देते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

मुंबई: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उद्योगपति रतन टाटा को उनके घर जाकर राज्य के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘असम वैभव’ से सम्मानित किया है। रतन टाटा को पहले ये सम्मान 24 जनवरी को गुवाहाटी में राज्य सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सौंपा जाना था। हालांकि, निजी कारणों से वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे।
असम सरकार ने अपने सर्वोच्च सम्मानों के लिए विभिन्न क्षेत्रों के 19 लोगों को चुना था। इनमें कोविड-19 अग्रिम मोर्चे के कर्मचारियों से लेकर उद्यमी और संरक्षणवादी शामिल थे। उद्योगपति रतन टाटा को राज्य के नवगठित सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘असम वैभव’ सम्मान किया गया। पांच और लोगों को ‘असम सौरव’ और 12 को ‘असम गौरव’ सम्मान प्रदान किया गया था।
अगले साल से लोगों की सिफारिशों पर दिए जाएंगे पुरस्कार
इन पुरस्कारों को लेकर नियमों के अनुसार सर्वोच्च सम्मान असम वैभव हर साल केवल एक ही व्यक्ति को दिया जाएगा। वहीं, असम सौरव तीन लोगों को प्रदान किया जाएगा और असम गौरव 15 लोगों को दिया जाएगा। इस तरह कुल 19 लोगों को सम्मान दिए जाएंगे। हालांकि, इस साल कुछ कारणों से इस संख्या में थोड़ा परिवर्तन देखने को मिला।
अगले साल से ये पुरस्कार लोगों की सिफारिशों के आधार पर प्रदान किए जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार जल्द ही एक ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत करेगी जहां लोग अपनी पसंद के लोगों का नाम दे सकेंगे। ये सम्मान हर साल दो दिसंबर को असम दिवस के अवसर पर प्रदान किए जाएंगे।

सुर और स्वर सम्राट बप्पी लहरी के देवलोक गमन पर अमेरिकन किड्स ने दी श्रद्धांजलि

मेरठ: अमेरिकन किड्स स्कूल के निदेशक,प्रसिद्ध कवि सौरभ जैन सुमन के नेतृत्व में आज बप्पी लहरी को नन्हे-मुन्ने बच्चों ने कैंडिल जलाकर भावभीनी विदाई दी।
स्कूल कॉर्डिनेटर सोनिया तिवारी ने बच्चों को जानकारी दी कि बप्पी लहरी ने बॉलीवुड में हज़ारों गीतों को स्वर एवं सुर दिए हैं। बप्पी लहरी की पहचान हमेशा अलग रही। वो स्वर्णाभूषण पहना करते थे जो उनकी अलग पहचान इंडस्ट्री में बनाये हुए थे।
सौरभ जैन सुमन ने बताया कि बप्पी लहरी ने लंबा जीवन गीत संगीत की दुनिया को समर्पित किया,वो 69 वर्ष की आयु में हमें छोड़ कर गए।
इस कार्यक्रम में सोनिया तिवारी, प्रीति सिवाच, महक कक्कड़ एवं स्वाति वैद्य का योगदान रहा। वहीं बच्चों में आरव, विराज, दर्श,अनवी, सानवी, स्नेहा, उजैर, ईशान, धैर्य, ओजस, अनायता, प्रियाल, रिहान, युवराज, दिव्यांश, गार्गी, कियान, उत्कर्ष, आरोही, अविका, नायशा, विभूति आदि ने श्रद्धांजली दी।

संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती पर भजन संध्या का आयोजन

मेरठ। संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती समिति मेरठ के तत्वाधान में गुरु रविदास जी के 645 वें प्रकटोत्सव की पूर्व संध्या पर भगवत पुरा स्थित डा.अंबेडकर भवन में भजन कीर्तन संध्या का आयोजन किया गया। परीक्षितगढ़ मेरठ की प्रसिद्ध ज्ञानसिंह बोंद्रा एंड कंपनी के कलाकारों के माध्यम से संत रविदास जी की वाणी, विचारों व जीवन दर्शन को भजनों व गीतों के माध्यम से प्रकाश डाला। रविदास जी के भजन
“ऐसा चाहू राज में,जहां मिले सभी को अन्न,सभी रहे सम रैदास रहे प्रसन्न”
“रविदास गुरु थे प्यारे सबसे न्यारे, lजन्म लिया था उपकार के लिए”
“प्रभु जी तुम चंदन हम पानी जाकी अंग-अंग बात समानी” आदि भजन कीर्तन के माध्यम से रविदास जी के जीवन पर प्रकाश डाला।
भजन कीर्तन संध्या समारोह की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष पवन चित्तौड़िया ने की व संचालन समिति के कोषाध्यक्ष मनीष जाटव मनी ने किया। उक्त सामाजिक एवं धार्मिक आयोजन में अपने विचार व्यक्त करते हुए डा.अंबेडकर जन्मोत्सव समारोह समिति मेरठ के अध्यक्ष चैतन्य देव स्वामी ने कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जी ने अपने जीवन दर्शन के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर कर आदर्श पूर्ण समाज बनाने पर बल दिया। उन्होंने समाज को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया।
संत शिरोमणि गुरु रविदास विश्व महापीठ के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा.चरण सिंह लिसाड़ी ने कहा कि गुरु रविदास जी सामाजिक समरसता के प्रणेता थे। गुरु जी की वाणी, विचार,भजन वर्तमान सामाजिक परिवेश में भी पूर्णतः प्रासंगिक हैं।
इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष पवन चित्तौड़िया, कोषाध्यक्ष मनीष जाटव मनी, चैतन्य देव स्वामी, डा. चरण सिंह लिसाड़ी, लेखराज सिंह, धर्मेंद्र प्रधान जागृति विहार, प्रधानाचार्य पीतम सिंह, दिनेश कुमार, मुकेश कुमार दवाई वाले, राजकुमार टीटू, अरुण वर्मा इंद्र प्रस्थ हॉस्पिटल, बृजुलाल, सुनील जाटव, नवीन कुमार, यशपाल सिंह, गजेंद्र कुमार, लोकेश कुमार, पवन कुमार वैद्य, राकेश कबाड़ी,सचिन कुमार रेवती, सोहन प्रकाश,आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

सादाबाद में आज से चुनावी रण में उतरेंगे रामवीर उपाध्याय, स्वास्थ्य खराब होने के चलते पहली बार पहुंचेंगे जनता के बीच

सादाबाद।  उम्मीदवार रामवीर उपाध्याय का स्वास्थ्य खराब होने के चलते वह चुनाव प्रचार और समर्थकों से दूर थे। अन्य दलों के प्रत्याशी भाजपा को बिना दूल्हा की बरात कहकर चुटकी ले रहे थे। अंततः बुधवार को भाजपा उम्मीदवार रामवीर उपाध्याय चुनावी रण में उतरेंगे।
ऊंचे सियासी कद वाले रामवीर उपाध्याय बीते लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। वह जिले की तीनों विधानसभा सीटों से चुनाव जीतकर कीर्तिमान बना चुके हैं। वह चार बार केबिनेट मंत्री रहे और जनता के दिलों में खास जगह बनाई है। चुनाव से पहले उन्होंने बसपा की सदस्यता छोड़ दी थी और भाजपा का दामन थाम लिया था। स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्होंने आगरा शास्त्रीपुरम स्थित आवास से ऑनलाइन नामांकन किया था। इसके बाद से वह अभी तक प्रचार,समर्थक, पार्टी कार्यकर्ताओं से दूर रहे। प्रचार के दौरान विरोधी दलों के उम्मीदवार भाजपा को बिना दूल्हे की बारात कहकर चुटकी ले रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा से भी वह दूर रहे। रामवीर उपाध्याय बुधवार को समर्थकों के बीच होंगे और चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगे। बुधवार को वह गोविंदपुर से जनसंपर्क की शुरुआत करेंगे। हाईवे स्थित गांव में जनसंपर्क करते हुए वह कस्बे के मुख्य बाजारों, मुख्य चौराहों पर वोट अपील करेंगे। यह जानकारी उनके निजी सचिव रानू पंडित ने पत्र के माध्यम से दी है। पुलिस प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई है।

महान गायक और संगीतकार बप्पी लहरी का निधन, मुंबई में ली आखिरी सांस

  • भारत रत्न ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर के निधन से अभी संगीत प्रेमी उबरे भी नहीं थे कि सिनेमा जगत की एक और महान हस्ती का निधन हो गया। विख्यात गायक और संगीतकार बप्पी लहरी का आज बुधवार को निधन हो गया।

मुम्बई: भारत रत्न ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर के निधन से अभी संगीत प्रेमी उबरे भी नहीं थे कि सिनेमा जगत की एक और महान हस्ती का निधन हो गया। विख्यात गायक और संगीतकार बप्पी लहरी का आज बुधवार को निधन हो गया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने आज सुबह एक डॉक्टर के हवाले से बताया कि गायक-संगीतकार बप्पी लाहिरी का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है। वह कई बीमारियों से ग्रसित थे।
संगीतकार बप्पी लहरी 69 साल के थे। गायक-संगीतकार के परिवार में उनकी पत्नी चित्रानी लहरी तथा उनकी बेटी और गायिका रेमा लहरी बंसल हैं। पिछले साल अप्रैल में बप्पी दा को ‘COVID-19 के हल्के लक्षणों’ का पता चलने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, कुछ दिनों के बाद वह रिकवर हो गए थे।
संगीतकार बप्पी लहरी को पिछले साल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जब वह कोविड पॉजिटिव हो गए थे। हालांकि कुछ दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। रिकवह होने के बाद बप्पी दा को बेड रेस्ट के लिए कहा गया था और इसके बाद उनके घर में लिफ्ट के साथ व्हीलचेयर भी लगा दी गई थी जिससे उन्हें ज्यादा दिक्कत ना हो। इसके अलावा बप्पी लहरी का कई बीमारियों का इलाज भी चल रहा था।
बता दें कि बप्पी लहरी का असली नाम अलोकेश लहरी है, लेकिन उन्हें इंडस्ट्री में बप्पी लहरी के नाम से जाना जाता है। वह सिंगर होने के साथ-साथ कम्पोजर, राजनेता और रिकॉर्ड प्रोड्यूसर भी थे। वह भारतीय सिनेमा में डिस्को म्यूजिक को एक अलग अंदाज के साथ लेकर आए थे।नउनके डिस्को डांसर, वारदात, नमक हलाल, शराबी, कमांडो जैसी फिल्मों में हिट ट्रैक्स थे जो आज भी फेमस हैं।
बप्पी लहरी की खास बात यह है कि उन्होंने ना सिर्फ हिंदी बल्कि बंगाली, तमिल, तेलुगू और कन्नड़ भाषा में भी गाना गाया। आज बप्पी के जाने से म्यूजिक इंडस्ट्री खाली जैसी हो गई है।
बप्पी दा को डिस्को डांसर, नमक हलाल, हिम्मतवाला और शराबी जैसी फिल्मों में गाने के अलावा, उन्हें अरे प्यार कर ले और ऊह ला ला जैसे गानों के लिए भी जाना जाता है।

दुनिया के सबसे ताकतवर देशों के समूह की अध्यक्षता के लिए भारत तैयार, जी-20 सचिवालय स्थापित करने को मिली मंजूरी

जी-20 सचिवालय स्थापित करने को मिली मंजूरी (फाइल फोटो)

दुनिया के सबसे शक्तिशाली और प्रगतिशील देशों का संगठन की अध्यक्षता के लिए भारत ने कमर कस ली है। मंगलवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जी-20 सचिवालय स्थापित करने को मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जी-20 सचिवालय (G-20 Secretariat) स्थापित करने को मंगलवार को मंजूरी दे दी है ताकि इस प्रतिष्ठित समूह की भारत की अध्यक्षता के लिये जरूरी व्यवस्था की जा सके। भारत 1 दिसंबर 2022 से लेकर 30 नवंबर 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता करेगा। अध्यक्षता के इस कार्यकाल का समापन 2023 में भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के साथ होगा। जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है,जो कि वैश्विक आर्थिक प्रशासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
सरकारी बयान के अनुसार,”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में जी-20 के एक सचिवालय और इसकी रिपोर्टिंग संबंधी संरचनाओं की स्‍थापना को मंजूरी दी,जो कि भारत की आगामी जी-20 की अध्‍यक्षता के सुचारु संचालन के लिए आवश्‍यक समग्र नीतिगत निर्णयों और व्‍यवस्‍थाओं के कार्यान्‍वयन के लिए जिम्‍मेदार होगी”। इसमें कहा गया है कि चलन के अनुसार जी-20 सचिवालय की स्थापना इस समूह की भारत की अध्यक्षता के संबंध में जानकारी, सामग्री, तकनीकी, मीडिया, सुरक्षा एवं आवाजाही से जुड़े कार्यो की देखरेख के लिये की जा रही है।
जी-20 सचिवालय फरवरी 2024 तक करेगा कार्य
जी-20 सचिवालय विदेश मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और अन्य संबंधित मंत्रालयों/विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों और कार्यक्षेत्र से संबंधित विशेषज्ञों द्वारा संचालित किया जाएगा। यह सचिवालय फरवरी 2024 तक कार्य करेगा। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली एक शीर्ष समिति इस सचिवालय का मार्गदर्शन करेगी। इस शीर्ष समिति में वित्त मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री, और जी-20 शेरपा (वाणिज्य एवं उद्योग, वस्त्र, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री) शामिल होंगे, जो कि भारत की जी-20 की अध्‍यक्षता को समग्र मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। जी-20 से संबंधित सभी तैयारियों की निगरानी के लिए एक समन्वय समिति भी गठित की जाएगी,जो इस शीर्ष रिपोर्ट करेगी।
1999 में जी- 20 का गठन
सितंबर 1999 में जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों ने जी-20 का गठन एक अंतरराष्ट्रीय मंच के तौर पर किया था। यह मंच अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के साथ ब्रेटन वुड्स संस्थागत प्रणाली की रूपरेखा के भीतर आने वाले व्यवस्थित महत्वपूर्ण देशों के बीच अनौपचारिक बातचीत एवं सहयोग को बढ़ावा देता है। यह समूह (जी-20) अपने सदस्यों के अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग और कुछ मुद्दों पर निर्णय करने के लिए प्रमुख मंच है। इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल है। जी-20 के नेता वर्ष में एक बार साथ मिलते हैं और बैठक करते हैं।
जी-20 दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों का संगठन
वहीं आपको बता दें कि जी-20 दुनिया के सबसे शक्तिशाली और प्रगतिशील देशों का एक संगठन है। ये मंच इंटरनेशनल इकॉनोमिक को-ऑपरेशन एवं ग्लोबल इकॉनोमिक गवर्नेंस में अहम भूमिका निभाता है। जी-20 सचिवालय को भारत की अध्यक्षता के मूल कार्यों के साथ-साथ ज्ञान, सामग्री, तकनीकी, मीडिया, सुरक्षा और लॉजिस्टिक से जुड़े तमाम कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी।

अमेरिकन किड्स साकेत में बच्चों ने सीखा जूते के फीते बांधना

मेरठ: दोबारा से सब कुछ पटरी पर आ रहा है। लंबे समय से छोटे बच्चों को स्कूल से दूर रहना पड़ा। बल्कि कहा जाए तो लगभग 2- सेशन से स्कूल में एडमिशन तक जो बच्चे नही ले सके और घर बैठे-बैठे बड़े होने लगे उनसे पूछिये स्कूल आने की खुशी क्या होती है।
अमेरिकन किड्स साकेत के निदेशक कवि सौरभ जैन सुमन ने जानकारी दी कि स्कूल की तमाम एक्टिविटीज शुरू हो गई हैं।सेशन पूरा होने में मात्र 1 माह शेष है,ऐसे में प्रबंधन के सामने एक बड़ा टास्क है कि अधिक से अधिक एक्टिविटी कवर कर बच्चों को अपेक्षित ज्ञान देकर प्रमोट किया जाए। एक ओर जहां पाठ्यक्रम पूरा करवाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए आवश्यक तमाम गतिविधियां पूर्ण करवाई जा रही हैं।
आज अमेरिकन किड्स में बच्चों को जूते के फीते बांधने सिखाये गए। लेसिस बोर्ड के माध्यम से बच्चों को ये एक्टिविटी करवाई गई। इस एक्टिविटी में स्कूल कॉर्डिनेटर सोनिया तिवारी, प्रीति सिवाच, महक कक्कड़, स्वाति वैद्य आदि का योगदान रहा।

अखिलेश की सरकार में कट्टे और छर्रे बनते थे, योगी सरकार में गोले बनते हैं जो पाकिस्तान पर चलने वाले हैं- औरेया में बोले अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
  • यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के चुनाव के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने औरेया में आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने योगी सरकार की पांच साल की उपब्धियां गिनाईं और समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार पर हमला बोला।

औरेया: यूपी विधानसभा चुनाव  के तीसरे चरण के चुनाव के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिबियापुर औरेया में आयोजित एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने योगी सरकार की पांच साल की उपब्धियां गिनाईं और समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार पर हमला बोला। शाह ने मतदाताओं से तीसरे चरण के चुनाव में वोटर से बीजेपी के पक्ष में मतदान की अपील की। अमित शाह ने कहा कि जनता दस मार्च को बीजेपी सरकार बना दें तो बीस तारीख को आपके घर पर गैस का सिलेंडर पहुंच जाएगा।
इसके अलावा अमित शाह ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार में यूपी में  कट्टे और छर्रे बनते थे, लेकिन योगी सरकार में गोले बनते हैं जो पाकिस्तान पर चलने वाले हैं। शाह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने देश को सुरक्षित करने का काम किया है। उन्‍होंने कहा कि 2022 का चुनाव मोदी जी और योगी को मजबूत करने का चुनाव है।
इसके अलावा अमित शाह ने कहा कि, योगी सरकार में शहरों में 24 और गांवों में 20 से 22 घंटे बिजली आपूर्ति होती है। समाजवादी पार्टी सरकार में जनता अंधेरे में थी। पांच साल तक किसी भी किसान को बिजली को बिजली का बिल नहीं भरना पड़ेगा। आज गरीब के घर में कोई बीमार हो जाए तो वो असाह नहीं है। मोदी सरकार में 5 लाख तक का इलाज मुफ्त में हो रहा है।
पांच साल तक किसानों को नहीं देना पड़ेगा बिजली का बिल
केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता अमित शाह ने दिबियापुर औरेया में किसानो को लेकर बड़ा चुनावी ऐलान किया। अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी में बीजेपी सरकार बनने पर किसानों को अगले पांच साल तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। किसानों को बिजली का बिल नहीं देना पड़ेगा।
पहले और दूसरे चरण में सपा-बसपा का सूपड़ा साफ, शाह ने किया दावा
अमित शाह ने दावा किया कि पहले और दूसरे चरण में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है। शाह ने कहा कि बीजेपी यूपी में 300 सीटों के करीब तेजी से आगे बढ़ रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में सोमवार को नौ जिलों की 55 सीटों के लिए मतदान संपन्‍न हुआ। सात चरणों में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव प्रस्तावित है। दूसरे चरण में राज्य के नौ जिलों- सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, सम्भल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली तथा शाहजहांपुर की 55 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार को मतदान हुआ।उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान हुआ था। मतगणना 10 मार्च को होगी।

Chinese Apps Ban in India: देश की सुरक्षा के लिए खतरा बने 54 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाएगी सरकार

भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले 54 चीनी ऐप्स पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इनमें ब्यूटी कैमरा-सेल्फी कैमरा,इक्वेलाइजर एंड बेस बूस्टर जैसे कई एप्स शामिल हैं।
नई दिल्ली:भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले 54 चीनी ऐप्स पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इनमें ब्यूटी कैमरा—सेल्फी कैमरा, इक्वेलाइजर एंड बेस बूस्टर जैसे कई एप्स शामिल हैं। ये प्रतिबंध भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता को खतरे का हवाला देते हुए लगाए गए हैं। नए प्रतिबंध में पहले प्रतिबंधित ऐप्स भी शामिल हैं,लेकिन क्लोन के रूप में फिर से सामने आए हैं।
2020 के बाद से कुल 270 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद 2022 में सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए गए ऐप्स का यह पहला लॉट है। आईटी कानून की धारा 69ए के तहत इन ऐप को प्रतिबंधित किया गया है।
प्रतिबंधित ऐप के क्लोन पर लगा बैन
हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार प्रतिबंधित ऐप्स की नई सूची में ज्यादातर उन ऐप्स के क्लोन शामिल हैं, जो 2020 से भारत में पहले से ही प्रतिबंधित थे। 50 और प्रतिबंधित ऐप्स के साथ, कुल ऐप्स की सूची जो भारत द्वारा प्रतिबंधित है 320 के करीब पहुंच सकता है।
भारत में पहले से ये ऐप हैं प्रतिबंधित
भारत सरकार ने इससे पहले टिकटॉक और पबजी मोबाइल समेत कई लोकप्रिय ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था। जबकि PUBG मोबाइल ने किसी तरह भारत में वापसी की, क्राफ्टन ने एक नया कार्यालय स्थापित किया और अपने चीनी भागीदारों के साथ संबंध तोड़ लिया, टिकटोक (TikTok) इतना भाग्यशाली नहीं रहा है और देश में प्रतिबंधित है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रतिबंधित ऐप्स की नई सूची में कुछ चीनी सहित क्लोन ऐप शामिल हैं।
साल 2020 में सबसे पहले 59 ऐप हुए बैन
साल 2020 में लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर था तब सबसे पहले टिकटॉक समेत 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन की गाज गिरी थी. भारत ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयर इट, हेलो, लाइकी, वी चैट, ब्यूटी प्लस जैसे लोकप्रिय ऐप्स पर बैन लगाया था. इसके बाद सरकार ने 47 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगा दिया जिसमें से ज्यादातर या तो पहले से प्रतिबंधित ऐप्स के क्लोन थे या फिर उनसे मिलते-जुलते थे।

अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर साधा निशाना,कहा-गर्मी निकालने की बात करते थे बाबा,अब उनके कार्यकर्ता हो गए ठंडे

हमीरपुर में बोलते अखिलेश यादव

हमीरपुर: यूपी के हमीरपुर जिले की राठ और हमीरपुर सदर विधानसभा में सपा प्रत्यासियो के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वर्तमान बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लिया। उन्होंने यह कहा कि बाबा ने कहा था गर्मी निकाल देंगे लेकिन पहले और दूसरे चरण की वोटिंग के बाद उनके कार्यकर्ता खुद ठंडे पड़ गए हैं।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सपा सरकार बनते ही गरीबों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। इसी बात से योगी आदित्यनाथ को करंट लग रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि खाद की बोरियो में चोरी हो रही है। बोरी में 5 किलो खाद कम निकल रही है।
सीएम योगी पर अखिलेश का तंज
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुये कहा कि बाबा सुबह उठते हैं,अपने आप का चेहरा शीशे में देखकर गुंडे माफिया की बात करते हैं,लेकिन अब बाबा के चेहरे पर 12 बज गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा पैदल हो गए हैं,बीजेपी ने अपने उपमुख्यमंत्री को स्टूल में बैठा दिया है। उन्होंने कहा,“भाजपा के लोग प्रचार कर रहे हैं कि समाजवादी लोग 12 बजे उठते हैं। जब से बुंदेलखंड के लोगों ने फैसला लिया है कि इतिहास रचेंगे तब से भाजपा के लोगों को नींद नहीं आ रही है। इनके चेहरों पर 12 बजे या न बजे लेकिन जब आप वोट डालोगे तब आप इनके 12 बजा देना।”
अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा का जो प्रिय जानवर है (सांड), उनकी वजह से एक्सीडेंट होते हैं और लोगों की जान जाती है। लेकिन अगर उनकी सरकार आएगी तो गाय या सांड से अगर किसी की मौत होगी या हुई होगी उसके परिजनों को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे।
बुंदेलखंड में भी उतरेंगे सड़को पर प्लेन
वहीं उन्होंने हमीरपुर के लोगो को लुभाने के लिए यह भी कहा कि नेशनल हाइवे 34 में रोजाना एक्सीडेंट होते है अगर उनकी सरकार आएगी तो इसे 6 लेन भी बनाया जा सकता है,जिस पर प्लेन भी उतर सकते हैं,जैसा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में हो रहा है।
बेरोजगरों को मिलेगा रोजगार
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि इस सरकार ने सिर्फ लोगों को बेरोजगार किया गया। सपा की सरकार बनते ही 11 लाख सरकारी नौकरीयां लोगों को दी जाएंगी ।उन पदों को भरा जाएगा जो बीजेपी सरकार ने अभी तक नहीं भरी है।

यूपी विधानसभा 2022: यूपी में अब होगा तीसरे चरण का रण,16 जिलों की 59 सीटों पर होगी वोटिंग,अखिलेश के करहल में भी मतदान

  • विधानसभा चुनाव: 20 फरवरी को तीसरे चरण के लिए यूपी के 16 जिलों की 59 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। यानि तीसरे चरण की चुनौती बड़ी है क्योंकि ये पहले दोनों चरण के मुकाबले चुनाव ज्यादा जिलों में है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर नोएडा तक अचानक दिन में धूप जलाने लगी है। तापमान के तेवर जरा तीखे हो गए हैं लेकिन ये गर्मी सिर्फ मौसम में नहीं है। मौसम की गर्मी से ज्यादा तपिश उत्तर प्रदेश के चुनावों में महसूस हो रही है। सोमवार को दूसरे चरण के लिए 55 सीटों पर मतदान हुआ और दूसरे चरण के समापन के साथ-साथ तीसरे चरण का रण शुरू हो चुका है। 20 फरवरी को तीसरे चरण के लिए यूपी के 16 जिलों की 59 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। यानि तीसरे चरण की चुनौती बड़ी है क्योंकि ये पहले दोनों चरण के मुकाबले चुनाव ज्यादा जिलों में है।
अगले चरण में यूपी के तीन हिस्सों अवध, पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड में चुनाव है। तीसरे चरण में पश्चिमी यूपी के पांच जिले फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, कासगंज और हाथरस हैं, जहां 19 विधानसभा सीटें हैं। अवध रीजन के कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, इटावा फर्रुखाबाद, 6 जिले हैं जहां 27 विधानसभा सीटें हैं और बुंदेलखंड में झांसी, जालौन, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा जिले में मतदान है, जहां 13 विधानसभा सीटे हैं।
हर पार्टी के लिए जरूरी है तीसरा चरण
59 सीटों वाला तीसरा चरण हर पार्टी के लिए जरूरी है। बीजेपी पिछली बार के प्रदर्शन को बरकरार रखना चाहती है जबकि समाजवादी पार्टी पिछले नतीजों को अपने पक्ष में लाना चाहती है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन ने 59 में से 49 सीटों पर कब्जा किया था। समाजवादी पार्टी के हिस्से 8 सीटें आई थीं। जबकि कांग्रेस और बीएसपी को सिर्फ एक-एक सीट ही मिली थी।
खास बात ये है कि तीसरे चरण में जिन 16 जिलों में चुनाव होना है उनमें से 9 जिले यादव बहुल आबादी वाले हैं। इसमें फिरोजाबाद,मैनपुरी,इटावा और एटा जैसे जिले शामिल हैं। 2017 में 30 यादव बहुल सीटों के बाजवूद एसपी सिर्फ 6 सीटें जीत पाई थी। सत्ता में रहते हुए ये समाजवादी पार्टी का सबसे खराब प्रदर्शन था।
यही वजह है कि यादव बहुत जिले को साधने के लिए बीजेपी ब्रिगेड परिवारवाद पर निशाना साध रही है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी हिंदुत्व की लहर पर सवार थी, जिसका फायदा साफ दिखाई दिया था। इस बार भी मुसलमान और दंगे जैसे शब्दों की गूंज के बाद सबसे ज्यादा शोर हिजाब पर मच रहा है।
तीसरे चरण में 30 सीटें ऐसी हैं जो यादव बहुल हैं और ये सीटें फिरोजाबाद कन्नौज, मैनपुरी, इटावा जैसे जिलों में आती हैं। इसी मैनपुरी की करहल सीट से सपा के प्रमुख अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं। अखिलेश को जिताने के लिए चाचा शिवपाल यादव पुरानी बातें भूलकर प्रचार कर रहे हैं।
करहल वो सीट है जो तीसरे दौर की सबसे हॉट सीट है। इस सीट पर अखिलेश यादव का मुकाबला बीजेपी के एसपी सिंह बघेल से हैं जो केंद्र में मंत्री रहते हुए इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और खास बात ये है कि तीसरे दौर के चुनाव में पूरा जोर दोनों गठबंधन का जातिय गुणा-गणित को दुरुस्त करने का है। इसी हिसाब से वोट पड़ते रहे हैं इसलिए टिकट भी इसी हिसाब से बांटे गये हैं। हर पार्टी चुनावी बिसात पर फूंक-फूंक कर मोहरे बिठा रही है, लेकिन किसकी शह होगी और किसकी मात ये तो 10 मार्च को नतीजे ही बताएंगे।