Tuesday, April 29, 2025
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अपर आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ एवं प्रभारी जिलाधिकारी मेरठ चैत्रा वी द्वारा हस्तिनापुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण किया

मेरठ: अपर आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ एवं प्रभारी जिलाधिकारी मेरठ चैत्रा वी द्वारा हस्तिनापुर के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण कर जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों की मौके पर समीक्षा की गई तथा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थलीय निरीक्षण किया गया।
अपर आयुक्त ने हस्तिनापुर को बाढ़ से बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जलस्तर बढ़ने को देखते हुए बाढ़ राहत चौकी के साथ स्वास्थ सेवाओं के साथ नाविकों व नावों की उपलब्धता का अपर आयुक्त मेरठ मंडल मेरठ एवं प्रभारी जिलाधिकारी मेरठ चैत्रा वी ने जायजा लिया।
इस दौरान प्रभारी जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ितों से मिल कर उनकी समस्याओं से अवगत होते हुए संबन्धित अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। प्रभारी जिलाधिकारी ने चेताया कि बाढ़ से राहत व बचाव में किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

मुजफ्फरनगर सियासी झंझावात में फंसे बड़े मुस्लिम चेहरे: विधानसभा चुनाव में ध्रुवीकरण का माहौल बनने की आशंका से घबरा रहे विपक्षी दल

बसपा के तत्कालीन कद्दावर नेता कादिर राणा

मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में पिछली बार विधानसभा और दो बार लोकसभा चुनाव में हिंदुत्व की मार झेल चुकी हैं प्रमुख विपक्षी पार्टियां। इसलिए अब हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही हैं।
चुनाव में ध्रुवीकरण का माहौल बनने से टालने के लिए राजनीतिक दल पश्चिम में अधिकाधिक टिकट गैर मुस्लिम प्रत्याशियों को देने का मन बना रहे हैं। इससे जिले के बड़े मुस्लिम चेहरे सियासी झंझावात में फंस गए हैं।
मुस्लिम मतदाताओं की ताक में
पश्चिम की राजनीति में अहम मुकाम रखने वाले मुजफ्फरनगर व शामली जनपद में मुस्लिम मतदाताओं की हिस्सेदारी एक तिहाई से अधिक है।
किसी जमाने में जहां सपा, बसपा, कांग्रेस व रालोद जैसे दल बड़े मुस्लिम सियासी घरानों के पीछे दौड़ते थे, वही वे दल अब केवल मुस्लिम मतदाताओं की ताक में हैं।
ध्वस्त हो गया था दलित मुस्लिम समीकरण
बसपा से चुनाव लड़ कर दलित मतदाताओं के सहारे चुनावी जीत की नैया पार लगाने की मुस्लिम नेताओं की परंपरा हर टूटी है। पिछले विधानसभा चुनाव में कई बार हार चुके हैं।
बता दें कि पिछली बार चुनाव में सपा छोड़कर बसपा से चुनाव लड़े विधायक नवाजिश आलम मीरापुर सीट से हार गए थे, और सपा का एक अनजान चेहरा उनसे ज्यादा वोट ले गया था।
बसपा के तत्कालीन कद्दावर नेता कादिर राणा भी उनकी बेगम को बुढ़ाना से जितवा नहीं पाए थे। सिटिंग एमएलए रहे राणा परिवार के एक और सदस्य नूर सलीम राणा भी बसपा के टिकट पर चरथावल से चुनाव हार गए थे। कुल मिलाकर मुस्लिम मतदाताओं ने ही बसपा के इन बड़े चेहरों को नकार दिया था।
दंगों में नामजदगी भी किनाराकशी का बनी कारण
कालांतर में हिंदूवादी संगठनों में उभार और भाजपा के केंद्र व राज्य में सत्तासीन होने के चलते सपा, बसपा रालोद व कांग्रेस जैसे विपक्षी दल चुनावी माहौल को सांप्रदायिक बनने से रोकना चाहते हैं। इन दलों को आशंका कि यदि चुनावी माहौल ध्रुवीकरण का बन गया तो दो तिहाई गैर मुस्लिम मतदाताओं का ध्रुवीकरण भाजपा पर हो सकता है।
अगर यही वजह रही तो शायद यह दल दंगे में नामजद व बदनाम किए गए बड़े मुस्लिम चेहरों को प्रत्याशी बनाने से परहेज करें। यदि ऐसे हालात बने तो दंगों की नामजदगी झेल रहे पूर्व सांसद कादिर राणा, पूर्व विधायक नूर सलीम राणा, पूर्व विधायक मौलाना जमील अहमद कासमी, दंगा कराने का आरोप झेल रहे पूर्व सांसद अमीर आलम व पूर्व विधायक नवाजिश आलम के लिए मुश्किल रहेगी।

बसपा छोड़ रालोद में शामिल हुए पूर्व सांसद अमीर आलम

जयंत के साथ मंच पर नजर नहीं आए थे आलम
विधानसभा चुनाव के बाद बसपा छोड़ रालोद में शामिल हुए पूर्व सांसद अमीर आलम जिले के कद्दावर मुस्लिम नेताओं में से एक माने जाते हैं। बावजूद जयंत के साथ मंच पर उनकी मौजूदगी फिलहाल अपवाद ही बन रही है।
आलम न तो टिकैत की जयंती पर और न ही बुढ़ाना में आशीर्वाद पथ यात्रा के दौरान जयंत के साथ मंच पर नजर आए। कारण कोई कुछ भी बताए लेकिन वजह साफ है की प्रमुख विपक्षी दल वोट तो लेना चाह रहे हैं लेकिन, भाजपा की रणनीति समझ मुस्लिम नेताओं से परहेज कर रहे हैं।

 

8 साल बाद काशी में PM मोदी का मेगा शो:किसान, नौजवान और ऊर्जावान पर फोकस; चुनाव प्रचार अभियान की करेंगे औपचारिक शुरूआत

पीएम नरेंद्र मोदी

वाराणसी : दिसंबर 2013 की बात है,उन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। तब वह 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जा चुके थे।
राजातालाब क्षेत्र के पास खजुरी में हुई उस रैली में ऐसा जनसैलाब उमड़ा था कि विरोधियों के हौसले पस्त पड़ गए थे। भाजपा के एक पदाधिकारी कहते हैं कि 25 अक्टूबर को जब प्रधानमंत्री आएंगे तो दिसंबर 2013 वाला ही माहौल होगा और पूरे प्रदेश में एक बड़ा संदेश जाएगा। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरूआत भी काशी से हो जाएगी।
किसान, नौजवान और ऊर्जावान पर फोकस क्यों

  • नए कृषि कानूनों के विरोध में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान लामबंद हैं। पूर्वांचल के किसानों के बीच किसान आंदोलन का अब तक कोई खास असर नहीं दिखा है। इसलिए वाराणसी, भदोही, चंदौली, जौनपुर, सोनभद्र और गाजीपुर के तकरीबन 42 हजार किसान प्रधानमंत्री की सभा में आएंगे। इन किसानों के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की जाएगी कि किसान पूरे दमखम से भाजपा के साथ हैं और आगे भी साथ रहेंगे।
  • प्रधानमंत्री की सभा में 21 हजार बाइक से 42 हजार युवा शामिल होंगे। यह युवा वह हैं जो बीते सात साल से प्रधानमंत्री से सोशल मीडिया से लेकर वास्तविक जीवन में भी उनके फॉलोअर हैं। हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन वाराणसी आए थे तो उन्होंने भी पार्टी पदाधिकारियों से कहा था कि हमें बूथ से लेकर यूथ तक फोकस करना है। खासतौर से नए मतदाताओं पर विशेष ध्यान देना है और उन्हें किसी अन्य राजनीतिक दल की विचारधारा से प्रभावित नहीं होने देना है।
  • ऊर्जावान से मतलब उनसे है जो मुफ्त आवास, शौचालय, गैस सिलेंडर, मुफ्त बिजली कनेक्शन और राशन की सुविधा का लाभ प्राप्त किए हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हुए यह लोग उन्हें लेकर हमेशा ऊर्जा से लबरेज रहते हैं। इन लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से उनके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन आया है और अब तक इस तरह से उनकी बेहतरी के बारे में कोई नहीं सोचा था।

वाराणसी एक बड़ा केंद्र इस वजह से भी
बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा को काशी क्षेत्र के 16 जिलों की 71 विधानसभा सीट में से 55 पर जीत मिली थी। तब पूर्वांचल का भाजपा का केंद्र काशी ही थी और इस बार भी है। भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि पिछली बार सपा और कांग्रेस गठबंधन कर चुनाव लड़ी थी तब हमें इतनी ज्यादा सीट हासिल हुई थी। इस बार तो दोनों दल मजबूती के साथ अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए वह एक-दूसरे को ही नुकसान पहुंचाएंगे।
इस वजह से भाजपा ने इस बार काशी क्षेत्र में 65 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करिश्माई नेतृत्व क्षमता वाले जनप्रतिनिधि हैं। काशी से जब वह अपनी बात रखेंगे तो उसका एक अच्छा और सार्थक असर पूर्वांचल के साथ ही पश्चिम और बुंदेलखंड तक भी दिखाई देगा।
संभ्रांत लोगों के घर जाकर किया जा रहा आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काशी के संभ्रांत लोगों से एक विशेष लगाव है। कभी फोन तो कभी पत्र के माध्यम से वह सभी की सुधि लेते रहते हैं। इसलिए प्रधानमंत्री की जनसभा में काशी के संभ्रांत लोगों को आने के लिए विशेष रूप से उनके घर जाकर भाजपा नेता आमंत्रित कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं का कहना है कि यह पढ़ेलिखे और प्रभावशाली लोग समाज के लोगों के बीच भाजपा के लिए एक अलग माहौल बनाएंगे और 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुमत की सरकार बनाने में सफल रहेंगे।

 

कांग्रेस की सदस्यता के नए नियम:शराब और ड्रग्स से दूर रहना होगा, सार्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों की आलोचना नहीं कर सकेंगे

नई दिल्ली: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की सदस्यता लेना अब आसान नहीं होगा। पार्टी ने शनिवार को सदस्यता के लिए नए नियम जारी किए हैं। नए नियम के मुताबिक, पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के लिए व्यक्ति को शराब और ड्रग्स से दूर रखने की घोषणा करनी होगी। इतना ही नहीं नए सदस्य सार्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों की भी आलोचना नहीं कर सकेंगे। नए सदस्यता अभियान से पहले तैयार किए गए फॉर्म के मुताबिक, नए सदस्यों को 10 व्यक्तिगत वादे करने होंगे।
सदस्यता के लिए प्रमुख वचन
• नए सदस्य सीलिंग कानून से अधिक प्रॉपर्टी नहीं रखेंगे।
• पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
• शारीरिक श्रम या काम करने में संकोच नहीं करेंगे।
• शराब और ड्रग्स से दूर रहेंगे।
• सार्वजनिक रूप से पार्टी की नीतियों की आलोचना नहीं करेंगे।
• खादी पहनने का आदी होना होगा।
• सामाजिक भेदभाव नहीं करना होगा।
• भेदभाव मिटाने के लिए समाज में काम करूंगा।
1 नवंबर से 31 मार्च तक चलेगा सदस्यता अभियान
संगठन चुनाव से पहले सदस्यता अभियान 1 नवंबर से शुरू होगा और अगले साल 31 मार्च तक जारी रहेगा। नए कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव अगले साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगा। हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमिटी में इस फैसले पर मुहर लगाई गई है।
पार्टी नेता ने बताया संविधान का हिस्सा
नए नियमों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि, यह एक पुराना आवेदन पत्र है और हमारे पार्टी के संविधान का हिस्सा है। हम नए और पुराने सभी पार्टी सदस्यों से उम्मीद करते हैं कि वे सभी नियमों का अनुसरण करेंगे।

 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दीप प्रज्जविलत कर शताब्दी समारोह का किया शुभारंभ, कहा बिहार आकर गदगद महसूस कर रहा हूं

राष्ट्रपति ने दीप प्रज्जविलत कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
  • विधानसभा शताब्दी समारोह शुरू हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विधानसभा परिसर में बने शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार आकर गदगद मदसूस कर रहा हूं। तो वहीं सीएम नीतीश ने कहा,राष्ट्पति महोदय से हमारा रिश्ता इतना मधुर है कि हम अक्सर कहते हैं असली बिहारी आप ही हैं।

पटना: बिहार विधानसभा शताब्दी समारोह शुरू हो गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रज्जविलत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। उन्होंने विधानसभा परिसर में बने शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास किया सााथ ही महामहिम ने परिसर में पवित्र बोधि वृक्ष का पौधा भी लगाया है। इससे पहले वो आज सुबह 10:50 बजे विधानसभा परिसर पहुंचे। उनके मंच पर पहुंचते ही राष्ट्र धुन बजाई गई। इसके बाद उन्होंने 11 बजकर 12 मिनट पर प्रज्जविलत किया और कार्यक्रम की शुरूआत की।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने कहा कि मुख्यमंत्री जी जब मुझे बिहारी राष्ट्रपति के रूप में संबोधित कर रहे थे, तो मैं अंदर से ह्रदय से गदगद महसूस कर रहा था। उन्होंने कहा कि वो गदगद इसलिए महसूस कर रहे थे क्योंकि वो देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू और इसी बिहार की धरती के राज्यपाल बन कर गए, बाद में वह राष्ट्रपति बने डॉक्टर जाकिर हुसैन साहब। उन्होंने जो विरासत छोड़ी है उस विरासत को आगे बढ़ाने का दायित्व मुझे मिला और सचमुच में जब मैं बिहार आता हूं तो मुझे लगता है कि मैं अपने घर में आया हूं।
“सीएम नीतीश ने कहा असली बिहारी आप हैं”
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पहले मुख्मंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम को संबोधिकत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति महोदय ने बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी वर्ष के मौके पर हमें समय दिया इसके लिए उनका बहुंत-बहुत धन्यवाद। रामनाथ कोविंद जी का रिश्ता बिहार से खास रहा है, राष्ट्रपति जी दो साल तक यहां राज्यपाल रहे हैं, और हमारे लिए गर्व की बात यह है कि 2 वर्ष तकों राज्यपाल रहते हुए वह सीधे राष्ट्रपति बने। हम इन्हें बिहारी भी कहते हैं। क्योंकि हमारा इनसे हमारा संबंध बहुत ही मधुर है। राष्ट्रपति महोदय जी आपसे हमारा संबंध इतना मधुर है कि हम अक्सर कहते हैं असली बिहारी आप ही हैं। सीएम नीतीश ने कहा इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विश्व शांति स्तूप के उद्घाटन में 2019 अक्टूबर में भी आए थे।
“प्रधानमंत्री को भी कार्यक्रम में आमंत्रित करेंगे”
नीतीश कुमार ने कहा 22 मार्च 2009 से बिहार दिवस के रूप में हम लोगों ने कार्यक्रम मनाना शुरू किया। 2012 में बिहार के 100 साल पूरे होने के बाद जो कार्यक्रम हुआ था वह बहुत शानदार था और उसके लिए इसके लिए बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति स्वर्गीय तारा कांत झा जीने जो मेहनत किया था उसे हमेशा याद रखा जाना चाहिए। सीएम ने कहा कि हम लोग इस तरह के कार्यक्रमों को करते रहेंगे। अब तो अगली दफा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस तरह के कार्यक्रम में बुलाने की योजना है।
कार्यक्रम में तेजस्वी नहीं हुए शामिल
बता दें कि 11 बजकर 25 मिनट पर नेता प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव को भाषण देना था, लेकिन उन्होंने कार्यक्रम में आने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि वो भाषण के लिए तीन मिनट समय दिए जाने से नाराज हैं। राष्ट्रपति का कार्यक्रम महज 70 मिनट का था, इसलिए कार्यक्रम को काफी छोटा और संतुलित रखा गया था।

 

 

विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने खेला महिला कार्ड! सरकार बनी तो लड़कियों को मिलेगी स्कूटी और स्मार्टफोन, प्रियंका ने किया ऐलान

प्रियंका गांधी
  • कांग्रेस ने महिला कार्ड खेलते हुए विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने का ऐलान किया है। कांग्रेस महिलाओं के जरिए राज्य में अपनी सियासी जमीन तैयार कर रही है।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। लिहाजा इससे पहले सभी सियासी दलों ने समाज के सभी वर्गों को साधने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं अब कांग्रेस ने राज्य में होने वाले चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। कांग्रेस की महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने ऐलान किया है कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो सरकार महिलाओं को स्कूटी और स्मार्टफोन देगी।
असल में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं को 40 फीसद टिकट देने की घोषणा के बाद आज एक बार फिर बड़ा ऐलान किया है। जिसके बाद माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी महिलाओं पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। प्रियंका ने आज इसका ऐलान करते हुए कहा कि चुनाव के बाद अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो इंटर पास लड़कियों को स्मार्टफोन दिया जाएगा और ग्रेजुएट लड़कियों को इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी दी जाएगी।
घोषणा पत्र में शामिल किया ऐलान
असल में आज सुबह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि कल मैं कुछ छात्राओं से मिली और उन्होंने बताया कि उन्हें पढ़ने और सुरक्षा के लिए स्मार्टफोन की जरूरत है। आज मुझे इस बात की खुशी है कि घोषणा समिति की सहमति से यूपी कांग्रेस ने राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इंटर पास लड़कियों को स्मार्टफोन दिया जाएगा और ग्रेजुएट लड़कियों को इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी देने का फैसला किया है।
महिलाओं के लिए 40 फीसदी का ऐलान कर चुकी है कांग्रेस
वहीं कांग्रेस ने महिला कार्ड खेलते हुए विधानसभा चुनाव में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने का ऐलान किया है। कांग्रेस महिलाओं के जरिए राज्य में अपनी सियासी जमीन तैयार कर रही है।
दक्षिण भारत में है मोबाइल, फ्रीज देना का चलन
असल में उत्तर भारत में चुनाव के दौरान सियासी दल अपने समर्थकों वोटरों को महंगे गिफ्ट देते हैं। लेकिन चुनाव के बाद बननी वाली सरकारों के बाद आम लोगों को फ्रीज, पंखे और जरूरी सामान देने का चलन दक्षिणी भारत में ज्यादा है। हालांकि प्रियंका ने यूपी में इसकी शुरूआत कर दी है। वहीं माना जा रहा है कि राज्य में कांग्रेस की देखा देखी में अन्य सियासी दल भी राज्य की जनता को लुभाने के लिए बड़े ऐलान कर सकते हैं।

 

कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज पूरे, अमित शाह ने बताया ऐतिहासिक और गौरवमयी क्षण

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
  • देश ने कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज का आंकड़ा आज सुबह 9.47 बजे पूरा किया। 75 प्रतिशत युवा आबादी को कम से कम एक डोज लग चुका है और 31 प्रतिशत आबादी को दोनों डोज लग चुके हैं।

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज का आंकड़ा पूरा होने पर सभी देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज भारत ने 100 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन लगाने के लक्ष्य को प्राप्त कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और निरंतर प्रोत्साहन से एक ऐसा कीर्तिमान बनाया है, जिसने पूरे विश्व को नए भारत की अपार क्षमताओं से एक बार फिर परिचित कराया है।
अमित शाह ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे देश को बधाई दी। उन्होंने कहा,”अनेकों चुनौतियों को पार कर इस महायज्ञ में अपना योगदान देने वाले सभी वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार और हर व्यक्ति की सुरक्षा व स्वास्थ्य हेतु संकल्पित मोदी का अभिनन्दन करता हूं।” दरअसल, देश ने कोरोना वैक्सीन के 100 करोड़ डोज का आंकड़ा आज सुबह 9.47 बजे पूरा किया। 75 प्रतिशत युवा आबादी को कम से कम एक डोज लग चुका है और 31 प्रतिशत आबादी को दोनों डोज लग चुके हैं।
हेल्थ वर्कर्स को बीजेपी नेताओं ने दी बधाई
100 करोड़ डोज पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल पहुंचे। वे यहां करीब 20 मिनट रहे। इस दौरान उन्होंने हेल्थकेयर वर्कर्स से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कुछ दिव्यांगों और अस्पताल के सुरक्षाकर्मी और दूसरे स्टाफ से भी बात कर उन्हें बधाई दी। बताया जा रहा है कि बीजेपी नेताओं को भी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जाकर हेल्थ वर्कर्स का सम्मान करने के लिए कहा गया है।
भारत ने सिर्फ 10 महीने में असंभव को संभव कर दिखाया। करीब 130 करोड़ की आबादी में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ वैक्सीनेशन का डोज का आंकड़ा देश के लिए बेहतरीन उपलब्धि है। भारत की इस कामयाबी ने दुनिया को चौंका दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह के मुताबिक भारत का ये माइलस्टोन बहुत खास है, क्योंकि भारत ने अपने देश की जनता के साथ दुनिया के और देशों को भी वैक्सीन की करोड़ों डोज़ दी हैं।

 

Corona Vaccination: देश में 100 करोड़ के पार हुआ वैक्सीनेशन, डा.वीके पॉल समेत तमाम लोगों ने दी बधाई, बोले- भारत ने बनाया नया कीर्तिमान

कोविड टास्क फोर्स के चीफ डा. वीके पॉल
  • नीति आयोग के सदस्य डा.वीके पॉल ने बताया कि 75 प्रतिशत से अधिक युवाओं को पहली खुराक दी गई है। उन्होंने सभी 2 प्रतिशत युवाओं से जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील की।

नई दिल्ली : भारत ने कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में स्वर्णिम इतिहास रच दिया है. नए मील के पत्थर को पार करते हुए देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंच गया है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने भारत के लोगों और स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत में टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने के बाद से केवल 9 महीनों में एक उपलब्धि,किसी भी राष्ट्र के लिए 1 बिलियन खुराक के निशान तक पहुंचना उल्लेखनीय है।
डा.वीके पॉल ने बताया कि 75 प्रतिशत से अधिक युवाओं को पहली खुराक दी गई है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान डॉक्टरों और फ्रंट लाइन वर्कर्स से मुलाकात की, जिन्होंने 10 महीने पहले वैक्सीनेशन की शुरुआत के वक्त आगे आकर सबसे पहले वैक्सीन की डोज लगवाई थी। करीब 130 करोड़ की आबादी में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ वैक्सीनेशन का डोज का आंकड़ा देश के लिए बेहतरीन उपलब्धि है।
PM मोदी ने दी स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई
देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा,”हमारे डॉक्टरों,नर्सों और उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए काम किया।
अमित शाह ने देश भर को दी बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की 100 करोड़ COVID-19 टीकाकरण की उपलब्धि ने दुनिया को नए भारत की अपार संभावनाओं से फिर से परिचित कर दिया है। उन्होंने कहा कि,”इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे देश को बधाई देता हूं।”
डा.पूनम खेत्रपाल ने दी भारत को बधाई
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डा.पूनम खेत्रपाल सिंह ने भी इस मौके पर भारत को बधाई दी। उन्होंने कहा भारत को एक और मील का पत्थर साबित करने के लिए बधाई। भारत ने एक अरब कोरोना वैक्सीन खुराक प्रशासित की हैं।
पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि भारत का ये माइलस्टोन बहुत खास है क्योंकि भारत ने अपने देश की जनता के साथ दुनिया के और देशों को भी वैक्सीन की करोड़ों डोज़ दी हैं। WHO भारत को इस कामयाबी के लिए बहुत बधाई देता है।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने की लोगों की सराहना
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी बधाई देते हुए कहा कि महामारी के इस दौर में जिस तरह से लोगों ने अनुशासन रखा, कोरोना के सारे दिशा-निर्देशों का पालन किया और अपनी इच्छाशक्ति, आत्मशक्ति और अपने विश्वास को बनाए रखा उसी का परिणाम है कि आज देश ने 100 करोड़ कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार किया है।
रेलवे ने भी निभाई अहम भूमिका: अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस मुकाम को हासिल करने में रेलवे के कर्मचारियों ने भी अहम भूमिका निभाई है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोगों को पूर्ण टीकाकरण मिले। उन्होंने लोगों से COVID19 वैक्सीन हिचकिचाहट दूर करने की अपील की।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन सभी को बधाई जो कोरोना की वैक्सीन लेकर प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के साथ जुड़े और भारत को कोरोना मुक्त होने की परिकल्पना को साकार करने में मदद की। भारत में कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार हो गया है।
मनसुख मांडविया ने बांटी मिठाई
देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार पहुंचने के बाद कोविड-19 वॉर रूम पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मिठाई बांटी। उन्होंने सभी को बधाई दी।

यूपी में प्रियंका गांधी के ऐलान के बाद TMC ने कांग्रेस पर बोला हमला, कहा-‘बुरे दिनों में हमारी नकल की जा रही है’

फाइल फोटोः टीएमसी और कांग्रेस का झंडा।

बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद टीएमसी कांग्रेस के कई नेताओं को तोड़ने में सफर रही है। त्रिपुरा और गोवा में कांग्रेस के नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा है और अब टीएमसी यूपी में एंट्री की तैयारी कर रही है।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के बाद दूसरे राज्यों में अपने विस्तार के लिए जुटी टीएमसी (TMC) का कांग्रेस से तकरार शुरू हो गयी है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के उत्तर प्रदेश के अपने दौरे में महिलाओं को यूपी चुनाव में 40 फीसदी टिकट देने के ऐलान के बीच पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी ने कहा है कि कांग्रेस अब बुरे दिनों में जीत के लिए उनकी पार्टी की नकल कर रही है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि अगर कांग्रेस सचमुच ऐसा करना चाहती है तो उसे दूसरे राज्यों में भी यही करना चाहिए। पार्टी केवल प्रतीकात्मक रवैया न अपनाए।
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद टीएमसी कांग्रेस के कई नेताओं को तोड़ने में सफर रही है। त्रिपुरा और गोवा में कांग्रेस के नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा है और अब टीएमसी यूपी में एंट्री की तैयारी कर रही है। कांग्रेस के पूर्व नेता ललितेश त्रिपाठी के टीएमसी में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं।
टीएमसी लोकसभा चुनाव में 40 प्रतिशत सीटें देने वाली है पहली पार्टी
टीएमसी ने ट्वीट करके कहा कि “ममता बनर्जी के दूरदर्शी नेतृत्व में टीएमसी ने इस देश में राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का रास्ता दिखाया है। हम लोकसभा चुनावों में महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटें देने वाली पहली पार्टी हैं।” टीएमसी ने कहा है कि कांग्रेस अब बुरे दिनों में जीत के लिए उनकी पार्टी की नकल कर रही है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि अगर कांग्रेस सचमुच ऐसा करना चाहती है तो उसे दूसरे राज्यों में भी यही करना चाहिए। पार्टी केवल प्रतीकात्मक रवैया न अपनाए। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा, “महिलाओं के लिए 40% सीटें आरक्षण देने में कोई अस्पष्टता नहीं है। यह अच्छा है कि कांग्रेस अब तक समझ चुकी है। ममता यह सब बहुत पहले कर चुकी हैं। हमारे 41% उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। विधानसभा चुनाव में हम में से 50 महिलाएं थीं। पंचायत में महिलाओं के लिए आरक्षण है। अब तक वे इसे समझ चुके हैं।
कांग्रेस और टीएमसी में लगातार हो रही है तकरार
टीएमसी के इस तंज पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को टीएमसी से शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि टीएमसी ने कांग्रेस की नकल की है।
अगले कुछ महीनों बाद यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। यूपी में अपनी राजनीतिक जमीन फिर से पाने के लिए कांग्रेस पार्टी हर जतन कर रही है। दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस ने पिछले चुनाव में पश्चिम बंगाल में शानदार सफलता पाने से उत्साहित होकर संपूर्ण विपक्ष की आवाज बनने की कोशिश में है। पार्टी चाहती है कि पूरा विपक्ष सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व में आगे बढ़े, जबकि सबसे पुरानी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को किसी के नेतृत्व में आगे बढ़ना स्वीकार नहीं है।

‘हर राष्ट्रवादी का बीजेपी में स्वागत,पार्लियामेंट्री बोर्ड और बड़े नेता लेंगे आखिरी फैसला’,अमरिंदर सिंह के साथ गठबंधन पर बोले बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम

अमरिंदर सिंह के साथ गठबंधन पर बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम का बयान

नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है और बीजेपी के साथ गठबंधन के भी संकेत दिए हैं। अब इस मामले पर भाजपा महासचिव और पंजाब प्रभारी दुष्यंत गौतम ने खुलकर बात की है।
उन्होंने कहा है कि जहां तक गठबंधन की बात है वो हमारी अपनी प्राथमिकताएं हैं। राष्ट्रवाद हमारी पहली प्राथमिकता है और अगर वो हमारे साथ इस मुद्दे पर जुड़ते हैं तो उनका स्वागत है। अनेकों पार्टियां हमारे साथ जुड़ रही हैं। उनका जो मुद्दा है किसान हित का है, उसपर हम पहले से काम कर रहे हैं।
दुष्यंत गौतम ने कहा, गठबंधन पर फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड और बड़े नेता लेंगे। कैप्टन और कैप्टेन जैसे दूसरे राष्ट्रवादी के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा,भले ही पंजाब में शासन में रहते हुए उन्हें जो जनता के लिए करना चाहिए वो नहीं किया लेकिन जब-जब राष्ट्र की बात आई है,सीमा की बात आई है, उनकी भूमिका बहुत अच्छी रही है। कभी भी वो पाकिस्तान के टेलीविजन पर हीरो नहीं बने और पाकिस्तान के टीवी पर जो लोग हीरो बने और वहां षड्यंत्र रचते रहे की मोदी को हराना है जो बाजवा के गले मिलते रहे वो पाकिस्तान के टीवी के हीरो हैं और पाकिस्तान ही हमारा दुश्मन है।
उन्होंने कहा, सिद्धू और चन्नी का स्वार्थ का साथ है, दलित बताकर चन्नी को सीएम बनाया लेकिन किसी भी तरह दलित का एक्ट नहीं करता वो दलितों के मंदिर में कहा गया वो तो चर्च गया। वो उनका एजेंडा है। आज तो चन्नी ने तो सिद्धू को चैलेंज भी किया कि आओ 2 महीना सीएम बनकर देख लो। अगर कैप्टेन साहब किसानों के लिए कोई अच्छा समाधान का फॉर्मूला लाते हैं तो उसका स्वागत है।
दुष्यंत गौतम ने कहा, हर राष्ट्रवादी का बीजेपी में स्वागत है। कैप्टन अमरिंदर सिंह राष्वादी हैं। उन्होंने कभी पाकिस्तान का साथ नहीं दिया। वो सदा देशहितों के साथ खड़े रहे। कैप्टन परिवारवाद से राष्ट्रवाद की तरफ बढ़ रहे हैं स्वागत है।

 

फिलहाल जेल में ही रहेंगे आर्यन खान, मुंबई की स्पेशल NDPS कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका

क्रूज पर ड्रग्स पार्टी मामले में जेल में बंद एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की जमानत याचिका खारिज हो गई है।

आर्यन खान को जमानत नहीं मिली है। आर्यन खान सहित मुनमुन धमीचा और अरबाज मर्चंट कगी जमानत अर्जी नामंजूर कर दी गई है। आर्यन खान को नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो की टीम ने 2 अक्टूबर रात बेलार्ड पियर के ग्रीन गेट से क्रूज कार्डिला पर तब पकड़ा था जब वो मुम्बई से गोवा अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने जा रहे थे।
मुंबई: मुंबई की स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट ने आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा की जमानत याचिका खारिज कर दी है। मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Drugs Case) में फंसे आर्यन खान (Aryan Khan) की बेल अर्जी पिछले कई दिनों से अगली तारीख पर टाल दी जा रही थी। 14 अक्टूबर को सेशन कोर्ट में वकीलों की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश वीवी पाटील ने जमानत अर्जी पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसके बाद कोर्ट ने दशहरे की छुट्टियों के बाद 20 अक्टूबर को जमानत अर्जी पर अपना फैसला सुनाने की बात कही थी। आज इस पर फैसला आ गया और आर्यन खान की जमानत अर्जी नामंजूर कर दी गई।
आर्यन खान को नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो की टीम ने 2 अक्टूबर रात बेलार्ड पियर के ग्रीन गेट से क्रूज कार्डिला पर तब पकड़ा था जब वो मुम्बई से गोवा अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने जा रहे थे। 12 घंटे की पूछताछ के बाद आर्यन खान को अन्य सात आरोपियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। इसी दिन यानी 3 अक्टूबर को ही आर्यन खान को मुम्बई की चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के सामने किला कोर्ट में पेश किया। यहां आर्यन को 4 अक्टूबर तक कि एनसीबी हिरासत मिली। 4 अक्टूबर को दोबारा आर्यन को किला कोर्ट में पेश किया गया जहां आर्यन और अन्य को 7 अक्टूबर तक की एनसीबी हिरासत में कोर्ट ने भेज दिया।
फिलहाल आर्थर रोड जेल में रहेंगे आर्यन
इसके बाद 7 अक्टूबर को आर्यन तीसरी बार कोर्ट में पेश हुए जहां उन्हें 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया इसके बाद 8 अक्टूबर को आर्यन को एनसीबी ने मेडिकल करवाकर आर्थर रोड जेल में शिफ्ट किया गया। 8 से 13 अक्टूबर तक आर्यन खान आर्थर रोड जेल के क्वारंटीन बैरक में रहे। 14 अक्टूबर को आर्यन खान की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें सामान्य बैरक में शिफ्ट किया गया। आज आर्यन को सेशन कोर्ट से जमानत नहीं मिल पाई है।

सीबीएसई देगा छात्रों को एग्जाम सेंटर बदलने का मौका,जल्द शुरू होगा प्रोसेस

CBSE टर्म 1 परीक्षा के लिए छात्रों को परीक्षा केंद्र बदलने का मौका देगा।
  • CBSE Board Term 1 Exam 2021: सीबीएसई ने टर्म एग्जाम के संबंध में एक नया नोटिस जारी किया है। इस नोटिस के मुताबिक छात्र अपना परीक्षा केंद्र बदलवा सकेंगे।

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ((Central Board of Secondary Education) द्वारा हाल ही में टर्म 1 परीक्षा की डेटशीट जारी की गई थी। अब सीबीएसई ने एक नोटिस जारी कर छात्रों को सूचित किया है कि वे उन्हें परीक्षा केंद्र (CBSE Term 1 Exam Centre) बदलने की सुविधा देंगे। सीबीएसई के नोटिस के मुताबिक बोर्ड के यह संज्ञान में आया है कि कई छात्रों उस स्थान पर नहीं हैं जहां उनका स्कूल है, ऐसे में छात्रों को परीक्षा शहर बदलने की सुविधा दी जाएगी। सीबीएसई छात्रों को सूचित करेगा कि कब वे अपने स्कूल से संपर्क कर परीक्षा केंद्र बदलने की रिक्वेस्ट डाल सकते हैं।
परीक्षा नियंत्रक ने बताया- कैसे तैयार होगा बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ”हम छात्रों को परीक्षा में बैठने और उनके प्रदर्शन में सुधार के लिए अधिक अवसर प्रदान करने के लिए एनईपी की सिफारिशों का पालन कर रहे हैं। इसलिए हमने 2 टर्म में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है। टर्म 1 ऑब्जेक्टिव टाइप होगा और टर्म 2 सब्जेक्टिव होगा।” उन्होंने आगे कहा, ”फाइनल रिजल्ट दोनों टर्म पर आधारित होगा। लेकिन अगर महामारी के कारण टर्म 2 नहीं हुआ, तो रिजल्ट टर्म 1 के अनुसार तैयार होगा। टर्म 1 छात्रों को यह जानने में मदद करेगा कि टर्म 2 के लिए उन्हें किन क्षेत्रों में सुधार करने की आवश्यकता है।”
सीबीएसई नवंबर-दिसंबर में 10वीं और 12वीं के लिए पहली बार की बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन आयोजित करेगा। सभी छात्र आधिकारिक वेबसाइट- cbse.gov.in पर डेट शीट देख सकते हैं। इस साल CBSE पिछले साल की तरह एक वार्षिक परीक्षा पैटर्न के बजाय दो बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करेगा। टर्म 1 परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप होगा और इस परीक्षा की अवधि 90 मिनट होगा। सर्दी का मौसम होने के कारण परीक्षाएं सुबह 11।30 बजे से शुरू होंगी। 10वीं की परीक्षाएं 30 नवंबर से शुरू होकर 11 दिसंबर को खत्म होंगी, जबकि 12वीं की परीक्षाएं एक दिसंबर से शुरू होकर 22 दिसंबर को खत्म होंगी।

T20 World Cup 2021, IND VS AUS: रोहित शर्मा को मिली कप्तानी, विराट कोहली कर रहे फील्डिंग

T20 World Cup 2021, IND VS AUS: रोहित शर्मा कर रहे हैं कप्तानी, विराट आराम पर

T20 World Cup 2021: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्मअप मैच में भारत की पहले गेंदबाजी. एरॉन फिंच के नाम रहा टॉस,रोहित शर्मा के हाथों में कमान
नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2021 में अपने दूसरे वॉर्मअप मैच में टीम इंडिया को पहले गेंदबाजी का न्योता मिला है। दुबई में खेले जा रहे मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। बड़ी खबर ये है कि विराट कोहली को आराम दिया गया है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित शर्मा कप्तानी कर रहे हैं। रोहित शर्मा ने बताया कि विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को आराम दिया गया है। बुमराह और मोहम्मद शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन कप्तान कोहली फ्लॉप रहे थे। आईपीएल 2021 का दुबई लेग भी उनके लिए कुछ खास नहीं रहा था लेकिन इसके बावजूद भारतीय कप्तान ने आराम करने का फैसला लिया।
रोहित शर्मा ने टॉस के बाद कहा कि उनका लक्ष्य इस मैच में छठा गेंदबाजी विकल्प तलाशना है। रोहित ने कहा, ‘हम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे और स्कोर बोर्ड पर रन लगाना चाहते थे। हम इस मैच में छठे गेंदबाजी विकल्प को तलाशेंगे। बैटिंग ऑर्डर में भी हम विकल्प तलाश करेंगे। आज सभी प्रयोग किए जाएंगे। हार्दिक पंड्या ने अबतक गेंदबाजी नहीं की है लेकिन उन्हें टूर्नामेंट के लिए तैयार रहना चाहिए। हमारे पास बेहतरीन पांच गेंदबाज हैं लेकिन छठे विकल्प की भी जरूरत पड़ती है।’
दूसरे वॉर्मअप मैच में किन खिलाड़ियों को मिलेगा मौका?
दूसरे वॉर्मअप मैच में रोहित शर्मा तो खेल ही रहे हैं लेकिन उनके साथ-साथ रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर और वरुण चक्रवर्ती को भी मौका मिलेगा। ये चारों खिलाड़ी पहले वॉर्मअप मैच में नहीं खेले थे। इस मुकाबले में केएल राहुल, हार्दिक पंड्या, सूर्यकुमार यादव और भुवनेश्वर कुमार भी खेलेंगे। केएल राहुल ने तो पहले मैच में अपनी कमाल की बल्लेबाजी दिखाई थी लेकिन पंड्या, सूर्यकुमार और भुवी की फॉर्म पर अब भी सवाल है।
ऑस्ट्रेलिया के सामने भी हैं सवाल
न्यूजीलैंड को पहले वॉर्मअप मैच में हराने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने भी कई गंभीर सवाल हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात डेविड वॉर्नर की फॉर्म है जो आईपीएल 2021 में फ्लॉप होने के बाद वॉर्मअप मैच में भी पहली ही गेंद पर आउट हो गए थे। उनके अलावा मार्कस स्टोयनिस की फिटनेस भी ऑस्ट्रेलिया इस मैच में जांचना चाहेगा। मैथ्यू वेड की फॉर्म भी कुछ खास नहीं है और तेज गेंदबाज पैट कमिंस भी काफी समय से क्रिकेट नहीं खेले हैं।

 

किसानों के लिए दिल्ली सरकार ने किया बड़ा ऐलान! फसल बर्बाद होने पर मिलेगा 50 हजार का मुआवजा

दिल्ली सरकार किसानों को देगी मुआवजा।(सांकेतिक तस्वीर)
  • दिल्ली में आप की सरकार ने किसानों को मुआवजा देने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार बारिश में बर्बाद हुई फ़सलों के लिए किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपए मुआवजा मिलेगा।

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली सरकार उन किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपए का मुआवजा देगी जिन किसानों की फसल बारिश की वजह से खराब हो गई है।
दरअसल, दिल्ली के सीएम ने कहा कि बीते कुछ दिन पहले कुछ किसानों की बारिश की वजह से उनकी फसलें खराब हो गई हैं। मैंने उनसे कहा कि हर मुसीबत में हम आपके साथ खड़े हैं। हमारी सरकार जब से आई है मुसीबत आने पर 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा हमने दिया है।
दिल्ली के सीएम ने प्रेस कांफ्रेस कर दी जानकारी

किसानों की फ़सलें बे-मौसम बारिश से ख़राब हो गई हैं। किसान दुखी हैं, आप दुखी मत हों। हमेशा की तरह सरकार आपके साथ है। बर्बाद हुई फ़सलों के लिए सरकार प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपए मुआवज़ा देगी।

प्रति हेक्टेयर मिलेगा 50 हजार का मुआवजा
गौरतलब है कि सीएम ने कहा कि इस बार भी जिन किसानों को नुकसान हुआ है उन्हें 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए हमने अधिकारियों से सर्वे शुरू करा दिए है। इसके साथ ही लगभग डेढ़ महीने के अंदर सबको मुआवजा मिल जाएगा। यदि किसान की फसल खराब हुई है तो चिंता ना करें हम आपके साथ खड़े हैं। पूरा मुआवजा जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।
जल्द से जल्द दिया जाएगा मुआवजा- दिल्ली सरकार
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि पूरे देश में ये सबसे ज्यादा मुआवजा है। उन्होंने कहा कि कहीं पर 8 हजार मुआवजा देते हैं तो कहीं पर 10 हजार रुपए देते हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार ने 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया। हम सिर्फ घोषणा नहीं करते हैं बल्कि कोशिश करते हैं कि घोषणा के 2-3 महीने के भीतर रुपए किसानों के खाते में चले जाएं।

 

लखीमपुर खीरी हिंसा: सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को लगाई फटकार,कहा-अगले हफ्ते तक पेश करें जांच से जुड़ी स्टेटस रिपोर्ट

लखीमपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार।

किसानों का एक समूह उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहा था। तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कुचल दिया।
लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के वकील को फटकार लगाई। साथ ही कोर्ट ने अगले हफ्ते तक अदालत में जांच संबंधी स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का निर्देश जारी किया है। दरअसल, सुनवाई की शुरुआत में यूपी सरकार की ओर से पेश हुए वकील हरीश साल्वे ने कहा कि हमने सील कवर में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की है। इस पर सीजेआई ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कम से कम एक दिन पहले स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करनी थी, हमने सीलकवर में दाखिल करने को नहीं कहा था। इसके लिए कल देर रात तक मैंने स्थिति रिपोर्ट का इंतजार किया था। इसी दौरान हरीश साल्वे ने कहा कि सुनवाई को शुक्रवार तक के लिए बढ़ा दीजिए। इस पर सीजेआई ने कहा, नहीं हम शुक्रवार शनिवार नहीं सुनेंगे, रिपोर्ट अभी पढ़ेंगे।
दरअसल, कोर्ट ने मामले में स्वत: ही संज्ञान लिया था और पिछली सुनवाई में जांच में असंतोषजनक प्रगति के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की खिंचाई भी की। सीजेआई ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कम से कम एक दिन पहले स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करनी थी, हमने सीलकवर में दाखिल करने को नहीं कहा था। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने यूपी सरकार से कहा कि फाइलिंग के लिए जज देर रात तक इंतजार करते, जोकि हमें अब मिल पाई है। साल्वे के अनुरोध के बाद न्यायाधीशों ने मामले को शुक्रवार के लिए स्थगित करने से इनकार कर दिया।
इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव में हुई घटना में आरोपी होने के छह दिन बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोप लगाया कि आरोपी की राजनीतिक स्थिति को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई में देरी की।
इससे पहले 8 अक्टूबर को हुई थी सुनवाई
अदालत ने आठ अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के आरोपियों को गिरफ्तार ना करने के कदम पर सवाल उठाए थे और साक्ष्यों को संरक्षित रखने का निर्देश दिया था। पीठ ने कहा था कि कानून सभी आरोपियों के खिलाफ समान रूप से लागू होना चाहिए और आठ लोगों की बर्बर हत्या की जांच में विश्वास जगाने के लिए सरकार को इस संबंध में सभी उपचारात्मक कदम उठाने होंगे। राज्य सरकार की ओर से वकील ने आठ अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट को आश्वासन दिया था कि मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।

 

 

कुशीनगर में बोले पीएम मोदी-भारत के संविधान के लिए प्रेरणा हैं भगवान बुद्ध,180 करोड़ की विकास परियोजनाओं की दी सौगात

प्रधानमंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज समेत 12 अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास और लोकार्पण किया।
  • पीएम मोदी ने कहा,’भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए,बेहतर कनेक्टिविटी के लिए,श्रद्धालुओं की सुविधाओं के निर्माण पर भारत द्वारा आज विशेष ध्यान दिया जा रहा है।’

कुशीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बौद्ध धर्म के अनुयायियों के एक प्रमुख ‘तीर्थस्थल’ कुशीनगर में 260 करोड़ रुपये की लागत से 589 एकड़ में बने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का बुधवार सुबह उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कुशीनगर अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे की ये सुविधा एक प्रकार से बौद्ध समाज की श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है।
प्रधानमंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान राजकीय मेडिकल कॉलेज समेत 12 अन्य परियोजनाओं का भी शिलान्यास और लोकार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई राजनेता मौजूद रहे।
‘भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने का काम कर रही सरकार’
पीएम मोदी ने कहा, ‘भगवान बुद्ध से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए, बेहतर कनेक्टिविटी के लिए, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के निर्माण पर भारत द्वारा आज विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुशीनगर का विकास, यूपी सरकार और केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में है।’उन्होंने नए हवाई मार्गों के बारे में जानकारी दी। पीएम ने कहा, ‘उड़ान योजना के तहत बीते कुछ सालों में 900 से अधिक नए रूट्स को स्वीकृति दी जा चुकी है, इनमें से 350 से अधिक पर हवाई सेवा शुरु भी हो चुकी है। 50 से अधिक नए एयरपोर्ट या जो पहले सेवा में नहीं थे, उनको चालू किया जा चुका है।’
इस दौरान पीएम ने एयर इंडिया का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘देश का एविएशन सेक्टर प्रोफेशनली चले, सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता मिले, इसके लिए हाल में एयर इंडिया से जुड़ा बड़ा कदम देश ने उठाया है। ऐसा ही एक बड़ा रिफॉर्म डिफेंस एयरस्पेस को सिविल यूज के लिए खोलने से जुड़ा है।’
कुशीनगर से दिल्ली की हफ्ते में 4 फ्लाइट
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जानकारी दी कि कुशीनगर से दिल्ली की हफ्ते में 4 फ्लाइट की सेवा 26 नवंबर से शुरू हो जाएगी। इसके बाद आर्थिक राजधानी मुंबई से भी सीधी उड़ान की व्यवस्था करवाई जाएगी।
राज्‍य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन, राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास और 12 अन्य विकास परियोजनाओं की सौगात पाकर कुशीनगर 20 अक्टूबर से विकास की नई उड़ान भरने और अपनी सुदृढ़ पहचान बनाने को तैयार है। इस हवाई अड्डे से जहां तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली का ऐतिहासिक गौरव और समृद्ध होगा, वहीं प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज 40 लाख लोगों के जीवन में संजीवनी सरीखा उपहार होगा। इसके साथ ही बाढ़ सुरक्षा, सड़क और ज्ञानालयों से जुड़ी परियोजनाएं जिले की खुशहाली बढ़ाएंगी।
नागरिक उड्डयन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कुशीनगर का अंतरराष्ट्रीय विमानतल 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपये की लागत से बना है और इसके एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एक साथ खड़े हो सकते हैं। प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले इस विमानतल के शुरू होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश, रोजगार का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है। साथ ही देश के सांस्कृतिक संबंधों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और विस्तार होगा।
योगी बोले-पीएम मोदी ने बौद्ध धर्म से जुड़े देशों को जोड़ने का काम किया
उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘यह उत्तर प्रदेश का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश को तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट सौंपा गया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमोत्तर बिहार के विकास में इस नये हवाई अड्डे का बहुत बड़ा योगदान होगा। इससे न केवल पर्यटन की असीम संभावनाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम सब जानते हैं कि भगवान बुद्ध से जुड़े सर्वाधिक पावन स्थल उत्तर प्रदेश में हैं और उनसे जुड़ी जितनी संभावनाएं थी, उसका बेहतर उपयोग नहीं हो पाया, लेकिन हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं कि उन्होंने बौद्ध सर्किट में पर्यटन की सभी संभावनाओं को आगे बढ़ाने और बौद्ध धर्म से जुड़े देशों को जोड़ने का कार्य किया है।’
उन्होंने कहा था कि कल श्रीलंका का उच्‍च-स्‍तरीय प्रतिनिधिमंडल यहां आएगा, जिसके सदस्यों के स्‍वागत का अवसर राज्य सरकार और कुशीनगर के नागरिकों को मिल रहा है और हम सब ‘अतिथि देवो भवः’ की भावना से उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हवाई चप्पल पहनने वालों को भी हवाई यात्रा का अवसर दिलाने का वादा किया था और आज उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक हवाई अड्डे वाला राज्य बन गया है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज का पीएम मोदी ने किया शिलान्यास
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुशीनगर में 281.45 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राजकीय मेडिकल कॉलेज का भी शिलान्यास किया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने बताया कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने 2022-23 के सत्र से यहां एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने का लक्ष्य तय किया है। इस मेडिकल कॉलेज में 460 की क्षमता का छात्रावास तथा 500 बेड का सभी सुविधाओं से युक्त अस्पताल भी होगा।
प्रधानमंत्री के हाथों से 180.66 करोड़ रुपये की 12 विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास और लोकार्पण हुआ। इन परियोजनाओं में गंडक नदी पर बाढ़ सुरक्षा की आठ परियोजनाएं, स्वदेश दर्शन योजना में बौद्ध सर्किट योजनांतर्गत पर्यटन विकास, राजकीय महाविद्यालय सुकरौली का निर्माण, नवीन संकेत मूक बधिर राजकीय बालिका आवासीय विद्यालय का निर्माण, कसया-रामकोला व रामपुर खुर्द, कोटवा, घुघली मार्ग का चौड़ीकरण तथा सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है।
गौरतलब है कि कुशीनगर भगवान गौतम बुद्ध की निर्वाण स्थली है और प्रतिवर्ष यहां पर चीन, श्रीलंका, कम्बोडिया, थाईलैंड, जापान, मलेशिया, म्यांमार, कोरिया, लाओस, सिंगापुर, वियतनाम, ताइवान, नेपाल और भूटान के नागरिक आते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। बिहार की सीमा पर बसे कुशीनगर की दूरी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 325 किलोमीटर की है। यहां अन्‍तरराष्‍ट्रीय स्‍तर का विमानतल बनने से देश-विदेश के पर्यटकों को आने में सुविधा होगी।

कांग्रेस का बड़ा ऐलान, यूपी में 40% टिकट महिलाओं को देगी पार्टी

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने आज बड़ा चुनावी ऐलान किया है।
  • कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी तो राष्ट्रीय तौर पर भी बढ़ेगी। मैं इस वक्त यूपी की इंचार्ज हूं। जो महिलाएं हैं वो एकजुट होकर एक फोर्स नहीं बन रही हैं।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने आज बड़ा चुनावी ऐलान किया है। कांग्रेस पार्टी ने फैसला किया है कि वह राज्य में महिलाओं को 40% टिकट देगी। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर आज बड़ा ऐलान किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लखनऊ में एक प्रेस वार्ता में ऐलान किया कि आने वाले उत्तर प्रदेश के चुनावों में पार्टी 40% टिकट महिलाओं को देंगें। उन्‍होंने कहा कि यह निर्णय उन सब महिलाओं के लिए है जो चाहती हैं कि उत्तर प्रदेश में बदलाव आए, प्रदेश आगे बढ़े।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी तो राष्ट्रीय तौर पर भी बढ़ेगी। मैं इस वक्त यूपी की इंचार्ज हूं। जो महिलाएं हैं वो एकजुट होकर एक फोर्स नहीं बन रही हैं। उनको भी जातियों में बांटा जा रहा है। सोच ये है कि महिलाओं को जाति और प्रदेश से ऊपर उठकर एक साथ लड़ना है।
कांग्रेस का नया नारा, लड़की हूं… लड़ सकती हूं
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने नया नारा भी दिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया कि पार्टी ने महिलाओं की भागीदारी को लेकर लड़की हूं…लड़ सकती हूं का नारा दिया है।
प्रियंका के ऐलान के बाद झूम उठीं महिला कार्यकर्ता
कांग्रेस पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने की घोषणा के बाद सूबे में पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं में उत्‍साह है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ऐलान के बाद प्रदेश की हज़ारों कांग्रेस महिला कार्यकर्ताएं झूम उठीं।
कांग्रेस इस रणनीति पर कर रही काम
महिला प्रत्याशियों की खोज के लिए पार्टी संगठन लम्बे समय से प्रयासरत है। इसकी काफी हद तक कवायद पूरी भी कर ली गयी है। बता दें कि विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण का बिल अभी तक कानून नहीं बन पाया है। कांग्रेस पार्टी संसद में इस मुद्दे को उठाती रही है। अब यूपी विधानसभा में 40 फीसदी महिला प्रत्याशियों को उतारकर कांग्रेस पार्टी संसद में बिल पास करने को लेकर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रही है। हालांकि महिला आरक्षण बिल का समर्थन बीजेपी भी करती रही है लेकिन, दोनों बड़ी पार्टियों के समर्थन के बावजूद अभी तक इसे कानून नहीं बनाया जा सका है।

मंहगाई व गन्ना भुगतान को लेकर रालोद ने किया धरना प्रदर्शन

हापुड़। युवा राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ने पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, किसानों के गन्ने का भुगतान, बेरोजगारी,सरसो तेल आदि समस्याओं पर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा तहसील चौपला हापुड़ पर धरना प्रदर्शन किया ।
युवा जिला अध्यक्ष अशोक त्यागी के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया व धरने की अध्यक्षता आकिल खान ने की । युवा जिलाध्यक्ष अशोक त्यागी ने कहा कि आज हर वर्ग का परिवार महंगाई से परेशान है । पेट्रोल-डीजल के दामों ने लोगो की कमर तोड़ दी है। वरिष्ठ नेता आकिल खान ने कहा कि प्रदेश सरकार भोली-भाली जनता को गुमराह कर रही है। किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं हो रहा है इससे किसान के पास आज पैसा नही है।
पूर्व जिला अध्यक्ष शिवकुमार त्यागी ने कहा कि सरकार ने किसानों की आय दुगनी तो नही करी पर सरसो का तेल जरूर दुगना कर दिया।
इस मौकें पर योगेश जाखड़, पर्वेश सैफी, अतुल चट्टा, शैंकी मुंडीर, कुलदीप राठी, गुड्डू चौधरी, रविंद्र प्रधान, आखिल चौधरी, मोहित चौधरी, आकाश सिंह, अब्बास अली,नानक चंद शर्मा ,हेमंत मिश्रा ,वीरेंद्र गौतम, प्रवीण बाल्मिकी, आकाश यादव, मिंटू तेवतिया,रश्मि चौधरी,तरुण चौधरी, आमिर सैफी, आसिफ जरोडिया, अवनीश त्यागी, आकाश त्यागी ,विकास त्यागी आदि मौजूद रहे।

अब भारत में 2 से 18 साल के बच्चों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन, DGCI ने इस टीके को दी मंजूरी

  • Covaxin approved for kids between 2 to 18 years: ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin for Children) को 2 से 18 साल के बच्चों पर इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। भारत में बच्चों के लिए मंजूरी पाने वाली यह पहली वैक्सीन है।

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच वैक्सीन (Corona Vaccine) को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है और अब देश में 2 साल से 18 साल के बच्चों के टीके को लेकर बड़ी खबर आ रही है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin for Children) को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। भारत में बच्चों के लिए मंजूरी पाने वाली यह पहली वैक्सीन है।
ट्रायल में 78 प्रतिशत असरदार साबित हुई कोवैक्सीन
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने सितंबर में बच्चों पर वैक्सीन (Corona Vaccine) के ट्रायल पूरे किए थे और क्लीनिकल ट्रायल्स में लगभग 78 प्रतिशत असरदार साबित हुई थी। कंपनी द्वारा डाटा सबमिट किए जाने के बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने आंकलन के बाद कंपनी से एडिशनल डाटा मांगा था, जो शनिवार को सबमिट कर दिया गया था। कल (12 अक्टूबर) भी इसे लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी यानी SEC की मीटिंग हुई थी और आज हुई बैठक में 2 से 18 साल के बच्चों को कोवैक्सीन (Covaxin ) लगाए जाने को अनुमति दे दी गई।

 

यूपी चुनाव  2022: अपना-अपना रथ, अपनी-अपनी राहें, धुंधली हुईं मिलन की आशाएं

चाचा-भतीजे के बीच सुलह की गुंजाइश कम हो गई है।
  • उत्तर प्रदेश में सत्ता के सिंघासन की लड़ाई में समाजवादी संगम की उम्मीदें दम तोड़ती नजर आ रही हैं। चाचा और भतीजे के बीच अबतक सुलह नहीं हो पाई है और इसीलिए दोनों ही अपनी-अपनी पार्टी के तय कार्यक्रम के मुताबिक आज से अलग-अलग रथ यात्रा निकालने जा रहे हैं।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्ता के सिंघासन की लड़ाई में समाजवादी संगम की उम्मीदें दम तोड़ती नजर आ रही हैं। चाचा और भतीजे के बीच अबतक सुलह नहीं हो पाई है और इसीलिए दोनों ही अपनी-अपनी पार्टी के तय कार्यक्रम के मुताबिक आज से अलग-अलग रथ यात्रा निकालने जा रहे हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव जहां कानपुर से अपनी समाजवादी विजय यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं, वहीं प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी मथुरा से सामाजिक परिवर्तन यात्रा का आगाज करने जा रहे हैं।
ये पहली बार है जब समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार के दो नामी-गिरामी नेता एक ही वक्त में अलग-अलग जगहों से चुनावी रथ यात्रा निकाल रहे हैं। हालांकि चाचा-भतीजे की अलग-अलग चुनावी यात्राओं से एक बात साफ है कि दोनों में सुलह की गुंजाइश बेहद कम हो गई है।
समाजवादी विजय यात्रा का पहला चरण बुंदेलखण्ड
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव की विजय यात्रा शुरू तो कानपुर से होगी लेकिन यात्रा का मुख्य लक्ष्य पार्टी के पुराने किले बुंदेलखण्ड में फिर से पैठ जमाना है। मंगलवार को जनता का समर्थन जुटाने की मांग के साथ अखिलेश यादव कानपुर से अपनी यात्रा शुरू करेंगे। इसके लिए एक मर्सिडीज बस को चुनावी रथ में तब्दील किया गया है। विजय यात्रा के रथ में एक तरफ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और दूसरी तरफ पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर लगाई गई है। इसके साथ ही सुपर लग्जरी रथ में पार्टी के कद्दावर नेताओं जैसे आजम खान वगैरा के भी पोस्टर लगे हैं। इसके जरिए समाजवादी पार्टी ने आम जनता और कार्यकर्ताओं को ये दर्शाने की कोशिश की है कि चुनावी मैदान में ‘नई हवा के साथ नई सपा’ जरूर है लेकिन उसकी सोच में आज भी पार्टी के पुराने पुरोधा बसते हैं। जिन्हें आज भी उतना ही मान सम्मान मिलता है, जैसा सम्मान पहले मिलता था। देखा जाए तो इसके पीछे पार्टी के उन कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाने की कोशिश भी नजर आती है, जो चाचा और भतीजा में सुलह चाहते हैं।
बीजेपी सरकार को हटाना और हराना है मकसद
समाजवादी सुप्रीमो अखिलेश यादव की विजय यात्रा 12 अक्टूबर से कानपुर से शुरू होगी। जो कानपुर देहात से होते हुए जालौन और हमीरपुर तक जाएगी। पार्टी के मुताबिक यात्रा के पहले दो दिनों में यात्रा का उद्देश्य किसानों, युवाओं, दलितों, वंचितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों समेत सभी वर्गों को न्याय दिलाना। है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि जुलाई 2001 और सितंबर 2011 के बाद अखिलेश यादव की यह तीसरी चुनावी यात्रा है। समाजवादी पार्टी ने विजय यात्रा के एक दिन पहले 17 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया, जिसमें अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव से बात करते और आशीर्वाद लेने के लिए उनके पैर छूते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के जरिए अखिलेश यादव ने उन लोगों को जवाब दिया है, जो समाजवादी विजय यात्रा का पोस्टर देखकर उसमें मुलायम सिंह यादव की तस्वीर ना होने पर तंज कस रहे थे। हालांकि अखिलेश यादव की यात्रा पर कटाक्ष करते हुए यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि जब सीएम योगी कोरोना काल के दौरान प्रदेश के कोने-कोने तक दौड़भाग कर रहे थे, तब सपा के ये नेता अपने एयरकंडीशंड कमरे में बैठकर ट्वीट-ट्वीट खेल रहे थे। अब वही लोग वातानुकूलित रथ से लोगों के बीच जाने का नाटक कर रहे हैं।
मथुरा से सामाजिक परिवर्तन यात्रा निकालेंगे शिवपाल
भगवान कृष्ण की भूमि से अपनी परिवर्तन यात्रा शुरू करने जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव का संदेश साफ है कि 2022 का चुनाव एक धर्मयुद्ध है, और जिस तरह भगवान कृष्ण धर्म के पक्ष में थे, वैसे ही हम भी अधर्मियों के विनाश के लिए लड़ने जा रहे हैं। शिवपाल की यह यात्रा सात चरणों में होगी। जिसमें राज्य के 75 जिले शामिल होंगे। इन सात चरणों में विधानसभा की सभी 403 सीटों को कवर किया जाएगा। वृंदावन बिहारी लाल भगवान कृष्ण के दर्शन के बाद इसकी शुरुआत मथुरा से होगी। आज मथुरा से ही चुनावी शंखनाद फूंकेंगे शिवपाल सिंह यादव। प्रसपा का कहना है कि शिवपाल यादव प्रदेश के इकलौते ऐसे नेता हैं, जो उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा का दो बार दौरा कर चुके हैं। 12 अक्टूबर से 27 नवंबर के बीच चलने वाली शिवपाल सिंह यादव की परिवर्तन यात्रा 7 चरणों में होगी। मथुरा से शुरू होने वाली यात्रा का अंतिम चरण रायबरेली में होगा।
यात्रा की शुरूआत आज करने के पीछे खास मकसद
चाचा-भतीजे के बीच सुलह की गुंजाइश कम हो गई है। अलग-अलग यात्राओं से इस बात को और भी ज्यादा बल मिला है लेकिन 12 अक्टूबर यानी आज का दिन दोनों ने खासतौर पर चुना है। दरअसल जय प्रकाश नारायण और राम मनोहर लोहिया ने 12 अक्टूबर को ही तत्कालीन सरकार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की थी। इसी दिन अपना-अपना रथ लेकर चुनावी यात्राओं पर निकल रहे अखिलेश यादव और शिवपाल यादव का मकसद भले ही एक हो लेकिन राहें फिलहाल जुदा ही हैं। समाजवादी कुनबे में शुरू हुआ झगड़ा अभी तक खत्म नहीं हुआ है। जिसका असर दोनों ही पार्टियों के चुनावी नतीजों पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।