Friday, May 9, 2025
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जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस सहावर में सुनीं फरियादियों की समस्यायें

जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस सहावर में सुनीं फरियादियों की समस्यायें
  • प्रार्थना पत्रों का तत्परता से करें निस्तारण: जिलाधिकारी
  • तहसील सहावर में 27, कासगंज में 28 तथा पटियाली में 26 प्रार्थना पत्र प्राप्त

कासगंज: जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने तहसील सहावर के सभागार में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुये कहा कि फरियादियों की समस्याओं, शिकायतों का तत्परता से निस्तारण करें,टालें नहीं। प्रार्थना पत्रों को अधिकतम तीन-चार दिन में गुणवत्ता के साथ निस्तारित कर दें,समय का इंतजार न करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि यहां बिजली की शिकायतें ज्यादा हैं। इन्हें गंभीरता से चैक कर निस्तारित करें। विद्युत चोरी के मामलों में ठीक से जांच करने के बाद ही नोटिस जारी किये जायें। अधिकारी स्वयं कार्यालय में आने वाले शिकायतकर्ता से बात करें। उनकी समस्या को गंभीरता पूर्वक सुनें तथा प्रभावी ढंग से समयबद्वता के साथ निस्तारण करना सुनिश्चित करें। फरियादियों से कार्यालयों के चक्कर न लगवायें। भूमि विवादों को उसी दिन निपटायें। लेखपालों और कानूनगो की टीमें बनाकर क्षेत्र में भेजें और मौके पर ही पैमायश कराकर भूमि विवादों का निस्तारण करायें। सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुछ अधिकारियों के गैरहाजिर रहने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई।
सम्पूर्ण समाधान दिवस पर तहसील सहावर में 27,तहसील कासगंज में 28 तथा तहसील पटियाली में 26 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये। इस अवसर पर अवैध कब्जा हटवाने,पैमायश कराने,विद्युत बिल प्रकरण,विधवा पेंशन,आपसी विवाद,उत्पीड़न,खेत की मेंड़ तोड़ने आदि से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र फरियादियों द्वारा प्रस्तुत किये गये।
तहसील सहावर में इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे, मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, सीएमओ डा.अनिल कुमार, पीडी डीआरडीए, एसडीएम सहावर रवेन्द्र कुमार, तहसीलदार, सीओ, क्षेत्रीय खण्ड विकास अधिकारी एवं थाना प्रभारी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

सिकन्दराराऊ पुलिस ने शातिर अभियुक्त को किया गिरफ्तार

हाथरस। पुलिस अधीक्षक हाथरस के आदेशानुसार चलाये जा रहे संदिग्ध व्यक्ति/वाहन चैकिंग अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस के निर्देशन एवं क्षेत्राधिकारी सिकन्द्राराऊ के कुशल नेतृत्व में थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस द्वारा एक शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है । जिसके कब्जे से 01 तमंचा 315 बोर व 02 जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद हुए है। गिरफ्तारी एवं बरामदगी के सम्बन्ध में थाना सिकन्द्राराऊ पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की गई हैं।

सांसों पर संकटः यूपी के 7 शहरों की हवा दिल्ली से भी खराब, एक्यूआई 400 के पार

धुंध के कारण आगरा में ताजमहल भी धुंधला नजर आया।

लखनऊ: यूपी में भी कोहरा-धुंध और दीपावली पर फोड़े गए पटाखों ने लोगों का सांस लेना भी मुश्किल कर दिया है। हालत यह है कि यूपी के सात शहरों में दिल्ली से भी ज्यादा हवा जहरीली हो चुकी है। दिल्ली में सोमवार को जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) बेहद खराब 385 रहा। वहीं,आगरा-कानपुर समेत सात शहरों में यह 400 के पार चला गया है। धुंध के कारण आगरा में ताजमहल भी धुंधला नजर आया।
ताजमहल के पार्श्व महताबबाग में प्री-वेडिंग शूट करवाने आए तमाम कपल्स को ताजमहल धुंधला होने के कारण फोटोग्राफी के लिए इंतजार करना पड़ा। धंधु का असर हवाई यात्रा पर भी पड़ा। लखनऊ से आगरा आने वाली फ्लाइट सोमवार को सुबह 50 मिनट की देरी से आई। फ्लाइट का आगरा आने का समय सुबह 8.25 बजे का है, लेकिन विजिबिलिटी कम होने के कारण फ्लाइट यहां पर सुबह 09.15 बजे लैंड हुई।
कानपुर में सोमवार सुबह 9 बजे तक प्रदूषण का स्तर देश में सबसे ज्यादा था। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार कानपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 483 तक पहुंच गया। दोपहर में 428 रिकॉर्ड हुआ। जबकि दिल्ली में पंजाबी बाग में सबसे ज्यादा 411 दर्ज किया गया, जो सांस लेने लायक भी नहीं है।
देश में पॉल्यूशन के मामले में कानपुर और लखनऊ टॉप-5 शहरों में रहते हैं। कानपुर, आगरा, लखनऊ और मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब दर्ज किया गया है। चारों शहरों में पीएम 2.5 एक्यूआई 400 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ऊपर रिकॉर्ड किया गया, जो सांस लेने के लिए भी बेहद खतरनाक है। आगरा में एक्यूआई 464, गाजियाबाद में 432, कानपुर में 428, हापुड़ में 420, बागपत में 417, मेरठ में 407 और बुलंदशहर में 406 दर्ज किया गया।

तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की समस्याओ का किया गया निस्तारण

बागपत। जनता की समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण संभव हो सके इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन आज जिलाधिकारी राज कमल यादव जी की अध्यक्षता में तहसील खेकड़ा में किया गया। जिलाधिकारी ने अध्यक्षता करते हुए जनता की समस्याओं को बहुत ही गंभीरता के साथ सुनने के उपरांत विभागीय अधिकारियों के माध्यम से मौके पर ही उनका निराकरण करने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी फरियादी समस्या के समाधान के उद्देश्य से ही सरकारी कार्यालयों में आता है। इसलिए जनता की समस्या का समाधान करना हम सबके लिए सर्वोपरि है कोई भी फरियादी तहसील दिवस किसी भी कार्यालय से निराश होकर नहीं जाना चाहिए। पारदर्शिता के आधार पर संबंधित को नियमानुसार न्याय दिया जाए जब तक फरियादी द्वारा की गई शिकायत के समाधान से संतुष्ट नहीं हो जाएं तब तक शिकायत का समाधान नहीं माना जाएगा। तहसील संपूर्ण समाधान दिवस जनपद की समस्त तहसीलों में अब माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को आयोजित किया जाता है।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए शासन द्वारा संचालित समस्त जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक जनपद के हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए संबंधित विभाग के अधिकारी सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य माध्यमों से शासन की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं जिससे कि आम आदमी भी योजना से सीधे जुड़ सकें और लाभान्वित हो सकें।
तहसील संपूर्ण समाधान दिवस खेकड़ा में कुल 13 शिकायतें प्राप्त हुई जिसमें से मौके पर 2 शिकायतों का निस्तारण हो गया शेष11 शिकायतो का जिलाधिकारी ने कहा जिन विभागों की अन्य शिकायतें हैं। जिनका मौके पर निस्तारण नहीं हो सका है संबंधित अधिकारी स्थलीय निरीक्षण कर शिकायतों का गुणवत्ता के साथ 05 दिन के अंदर ही निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा जो भी निस्तारण किया जाए वह ससमय व गुणवत्ता पूर्ण किया जाए।
इस अवसर पर एसडीएम अजय कुमार, तहसीलदार आलोक प्रताप सिंह सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

तेजी से आधुनिकरण के दौर से गुजर रही भारतीय सेना, परिचालन जरूरतों के लिए स्वदेशी समाधान तलाश रही- सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे

सेना प्रमुख एमएम नरवणे (फ़ाइल: फोटो)
  • सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि,”मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि भारतीय सेना हमेशा आत्मनिर्भर भारत के नजरिए को सुविधाजनक बनाने में हमारी भूमिका के लिए आगे बढ़ेगी।”

नई दिल्ली: भारतीय सेना के आधुनिकरण पर बात करते हुए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि सेना तेजी से आधुनिकरण के दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा,”भारतीय सेना अपनी परिचालन जरूरतों के लिए स्वदेशी समाधान तलाश रही है। मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि भारतीय सेना हमेशा आत्मनिर्भर भारत के नजरिए को सुविधाजनक बनाने में हमारी भूमिका के लिए आगे बढ़ेगी।”
इससे पहले नरवणे बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे थे। यहां उन्होंने सुरक्षा हालात और अभियानगत तैयारियों की समीक्षा की। पुंछ और राजौरी जिलों के जंगल में आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान के बीच सेना प्रमुख ने पिछले करीब दो सप्ताह में दूसरी बार जम्मू का दौरा किया था।
वहीं 17 अक्टूबर को एम एम नरवणे ने पुंछ में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सूबेदार अजय सिंह और नाइक हरेंद्र सिंह के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्ति की थी। अजय सिंह और हरेंद्र सिंह ने मेंढर के नार-खास जंगल में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। भारतीय थल सेना ने ट्वीट किया था, ‘सेना प्रमुख एमएम नरवणे और सभी रैंक के अधिकारियों ने बहादुर सूबेदार अजय सिंह और नाइक हरेंद्र सिंह को सलामी दी, जिन्होंने पुंछ अभियान के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।’
बता दें, आतंकवादियों की घेराबंदी और तलाशी अभियान के 27 दिनों के बाद सुरक्षाबलों ने शनिवार को अपना ध्यान राजौरी जिले के आसपास के इलाके में केंद्रित कर लिया। जानकारी के मुताबिक पिछले तीन हफ्तों से चल रहे सर्च ऑपरेशन में सुरक्षाबलों (Security Forces) को आतंकवादियों को ढूंढ निकालने में फिलहाल कोई कामयाबी नहीं मिली है। पुंछ जिले के सुरनकोट-मेंढर के पहाड़ी इलाके में स्थित जंगलों में आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है। हालांकि शनिवार को सुरक्षाबलों ने अपने तलाशी अभियान के दायरे को राजौरी जिले तक बढ़ा दिया। पुंछ और राजौरी जिले पाकिस्तान के साथ जुड़ी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ लगे हुए हैं और दोनों ही जिले 10 अक्टूबर से हाई अलर्ट पर हैं।

जयंत ने किया कांग्रेस के साथ गठबंधन से इंकार, बोले- एसपी के साथ अंतिम दौर में है बातचीत

राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी
  • असल में पिछले दिनों आरएलडी और कांग्रेस के बीच चुनाव गठबंधन की चर्चा तेज थी। ये कहा जा रहा था कि कांग्रेस ने आरएलडी को ऑफर दिया है। जिसके तहत कांग्रेस और आरएलडी के बीच यूपी चुनाव के लिए गठबंधन होगा।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन की चर्चाओं पर पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ब्रेक लगाया है। यूपी के शामली स्थित थाना भवन में आयोजित परिवर्तन संदेश रैली में आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन से इंकार किया है और कहा कि एसपी के साथ सीटों पर बातचीत अंतिम दौर में हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की परेशानियों का ये अंतिम वर्ष है।
जयंत चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार के तहत किसानों के सामने आ रही परेशानी को खत्म करने का समय आ गया है और ये किसानों की परेशानियों का आखिरी पेराई सीजन होगा। क्योंकि लोगों ने मन बना लिया है कि 2022 में बीजेपी सरकार को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंकना है। उन्होंने राज्य की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने कभी भी किसी गरीब या किसान का भला नहीं किया। ये सरकार पूंजीपतियों के बारे में सोचती है।
गरीबों के घरों में बुलडोजर चला रही है सरकार
वहीं चौधरी जयंत ने कहा कि कृषि बिलों के खिलाफ किसान एक साल से धरने पर बैठे हैं और राज्य सरकार किसी की नहीं सुन रही है। सर्दी फिर से शुरू हो गई है। लेकिन राज्य सरकार किसानों को कुचलने, पीड़ितों के अन्याय करने और गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाने की व्यस्त है। लिहाजा इस व्यवस्था को बदलना होगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि इस सरकार की नींव हिला दी जाए और राज्य की सत्ता से बीजेपी को बाहर कर दिया जाए।
कांग्रेस के साथ गठबंधन की थी चर्चा
असल में पिछले दिनों आरएलडी और कांग्रेस के बीच चुनाव गठबंधन की चर्चा तेज थी। ये कहा जा रहा था कि कांग्रेस ने आरएलडी को ऑफर दिया है। जिसके तहत कांग्रेस और आरएलडी के बीच यूपी चुनाव के लिए गठबंधन होगा। ये गठबंधन यूपी के साथ ही हरियाणा और पंजाब चुनाव के लिए भी होगा। यही नहीं कांग्रेस पंजाब से जयंत चौधरी को राज्यसभा भेजेगी। दरअसल, पिछले दिनों आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी प्रियंका गांधी के साथ उनके चार्टर प्लेन में दिल्ली गए थे। वहीं हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेन्दर हुड्डा भी जयंत चौधरी से गठबनंध को लेकर मुलाकात कर चुके थे।

 

कैराना में वापस लौटे हिन्दू परिवारों से मिले सीएम योगी, कहा- हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की, गोली मारने वालों की छाती पर गोली चली

सीएम योगी आदित्यनाथ।
  • सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘उन परिवारों से मिला हूं जो पिछली सरकार के राजनीति के अपराधकरण के शिकार हुए थे। वो अब वापस एक चुके हैं उनमें विश्वास जगा है।’

शामली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना पहुंचकर उन हिंदू परिवारों से मुलाकात की जिन्होंने बढ़ते अपराध की वजह से जगह छोड़ दिया था। ये परिवार अब वापस लौट आए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘उन परिवारों से मिला हूं जो पिछली सरकार के राजनीति के अपराधीकरण के शिकार हुए थे। वो अब वापस एक चुके हैं उनमें विश्वास जगा है। सरकार अपनी रणनीति पर काम कर रही है। बच्चों महिलाओं में विश्वास बढ़ा है।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘चुनाव अभी दूर है और पीड़ित हिन्दू हैं तो उससे मिलना गुनाह नहीं है।’
सीएम योगी के साथ वो परिवार भी रैली स्थल पर गए जिन परिवारों से सीएम योगी ने मुलाकात की। सीएम ने विजय मित्तल के घर में उनकी पत्नी अदिति और उनसे मुलाकात की है। साथ ही, शिवकुमार जिनकी हत्या हो गई थी उनकी पत्नी रेखा और उनके भाई विनीत से मुलाकात की। इनके अलावा विनोद सिंघल जिनकी दुकान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उनके बेटी, बेटे, पत्नी और भाई से भी योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की।
सुरक्षित माहौल देने में सफल सरकार सफल
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘2017 के बाद अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सरकार ने जो कार्रवाई की उसके परिणामस्वरूप इस कस्बे में शांति आई, बहुत सारे परिवार वापस आए हैं। मैंने कुछ उन परिवारों के साथ संवाद किया जो पिछली सरकारों के राजनीतिक अपराधीकरण के शिकार हुए थे।’
शामली में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘सपा सरकार में जिन परिवारों की क्षति हुई और जिन परिवारों के सदस्यों की हत्या की गयी, उनके दोषियों को सजा दी जा रही है और उन परिवारों को पुनः बसने के लिए मुआवजा भी दिया जाएगा। वर्ष 2017 में भी मैं शामली आया था। तब मैंने कैराना के बारे में कहा था कि यहां सुरक्षा का बेहतर माहौल देंगे। आज हम कैराना को सुरक्षित माहौल देने में सफल हुए हैं।’
‘जब निर्दोष हिन्दुओं के घर जले को किसी को जाति नहीं दिखी’
उन्होंने कहा, ‘मुजफ्फरनगर में जब दो निर्दोष नौजवान मारे जाते हैं, तब लोगों को जाति नजर नहीं आ रही थी। वहां जब निर्दोष हिन्दुओं के घर जलाए जा रहे थे, तब जातिवाद की राजनीति करने वालों को उनकी जाति नजर नहीं आई थी। बाबू हुकुम सिंह जी अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज होते थे और उन्हें प्रताड़ित किया जाता था।’
उन्होंने कहा, कुछ लोग अब भी तालिबानी मानसिकता को बढ़ावा देकर खुश होते हैं और उस पर ताली भी बजाते हैं। ऐसे लोगों के इन कृत्यों को यूपी में कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘तालिबानी मानसिकता को बढ़ावा देने वालों को मारीच व सुबाहु की तरह ही दुर्गति का शिकार होना पड़ेगा। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।’
रैली में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कैराना की पहचान उसके संगीत घराने से हुआ करती थी। उस घराने की पहचान और यहां की व्यापारिक पहचान को बनाए रखना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है।’
‘किसी अपराधी की हैसियत नहीं कि वो सिर उठाकर चल सके’
उन्होंने कहा, ‘हमारे सत्ता में आते ही कभी कैराना के व्यापारियों और लोगों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले अपराधी आज स्वयं पलायन करने के लिए मजबूर हो गए। किसी अपराधी की हैसियत नहीं कि वो सिर उठाकर सड़क पर चल सके। धमकी की बात तो बहुत दूर है।’
सीएम योगी ने कहा, ‘अगर किसी ने व्यापारियों और आम निर्दोष नागरिकों पर गोली मारने का दुस्साहस किया तो गोली उस व्यापारिक और उस नागरिक पर तो नहीं लेकिन उल्टे उसके छाती को भेदते हुए, उसे दूसरे लोक की यात्रा पर भेज दिया।’
‘अब दिल्ली वाले शामली इलाज के लिए आते हैं…’
मुख्यमंत्री योगी ने आयुष्मान योजना की बात करते हुए कहा, ‘पिछली सरकारों में कोई गरीब बीमार होता था तो इलाज के लिए असहाय हो जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया है ताकि गरीब का इलाज भी संभव हो सके। 2017 से पहले शामली के लोग इलाज के लिए दिल्ली जाते थे। लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद अब लोग इलाज के लिए दिल्ली से शामली आने लगे हैं। शामली में मेडिकल कॉलेज के निर्माण की भी योजना है।’
‘पीड़ित परिवारों को मुआवजा भी देंगे’
उन्होंने कहा, ‘कैराना विकास के साथ आगे बढ़ रहा है। यहां उद्योग लगाए जा रहे हैं। विकास के लिए निवेश किया जा रहा है। हम तुष्टिकरण की नीति नहीं अपनाएंगे। पिछली सरकार में जिन परिवारों को छति पहुंचाई गई थी, जिनकी हत्याएं हुई थीं, उसके संबंध में मैंने रिपोर्ट मांगी थी, उन पीड़ित परिवारों तो मुआवज़ा भी देंगे।’
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कैराना के व्यापारियों, उद्योगपतियों व हमारी बहन-बेटियों ने उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी की मांग की थी। इस मांग को हमने पूरा किया और अब यहां पीएसी की स्थापना भी की जा रही है।’
हर पीड़ित से मिलना उनका धर्म
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक पीड़ित से मिलना उनका धर्म है। पीड़ित अगर हिंदू समुदाय से हैं, तो उससे मिलना गुनाह नहीं है। सीएम योगी की इस मुलाकात के दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और मंत्री सुरेश राणा भी मौजूद रहे।
दरअसल, साल 2015 से 2017 के बीच की समय अवधि में करीब 90 हिंदू परिवारों ने कैराना से अपना घर-बार छोड़कर पलायन कर लिया था। उस समय पीड़ित हिन्दूओं के घर के बार लिखीं लाइनें ‘यह मकान बिकाऊ है’ काफी देखने को मिली थीं। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात के दौरान कहा कि राज्य सरकार ने अपराध पर लगाम लगाया है और यही कारण है कि ये परिवार वापस कैराना लौट आए हैं।

 

CM Yogi Visits: बदला कार्यक्रम, अब 11 नवंबर को मेरठ आएंगे सीएम योगी, देशभर के 17 खिलाड़ियों का होगा सम्मान

CM Yogi Visits मेरठ में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ अब 10 के बजाए 11 नवंबर को आएंगे। यहां टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में 19 पदक जीतने वाले देश भर के 17 खिलाडिय़ों का होगा सम्मान। 1500 से ज्यादा खिलाड़ी और उनके स्वजन को ठहराने की हो रही व्यवस्था।

मेरठ। टोक्यो पैरालिंपिक में 19 पदक जीतने वाले देश के विभिन्न राज्यों के 17 खिलाडिय़ों का मेरठ में होने वाला सम्मान समारोह अब 11 नवंबर को होगा। मुख्यमंत्री के साथ अब केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता केबिनेट मंत्री वीरेंद्र कुमार भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। समारोह के साथ-साथ उसमें शामिल होने वाले प्रदेश के सभी जनपदों से 1500 से ज्यादा दिव्यांग खिलाड़ी और उनके स्वजन को ठहराने के लिए भी तैयारियां युद्धस्तर पर की जा रही हैं।
अफसरों को भेजी सूचना
जिलाधिकारी के.बालाजी ने बताया कि शासन से मिली जानकारी के मुताबिक कृषि विवि मोदीपुरम में होने वाला पैरालिंपिक खिलाडिय़ों का सम्मान समारोह अब 10 नवंबर के स्थान पर 11 नवंबर को आयोजित होगा। तिथि में परिवर्तन की सूचना को प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ सभी संबंधित विभागों के अफसरों को भेज दी गई है। दरअसल सम्मान समारोह में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार के शामिल होने की सहमति प्राप्त हुई है। इसी के चलते समारोह की तिथि को परिवर्तित किया गया है।
1500 से ज्यादा मेहमानों को ठहराने की तैयारी
सम्मान समारोह में प्रदेश के सभी 75 जनपदों से दिव्यांग खिलाडिय़ों को बुलाया जा रहा है। इन खिलाडिय़ों और उनके साथ आने वाले स्वजन की संख्या 1500 से ज्यादा रहेगी। प्रत्येक जनपद के खिलाडिय़ों को लेकर वहां के खेल अधिकारी, दिव्यांग कल्याण अधिकारी समेत विभिन्न अधिकारी और पुलिस बल आएगा। लिहाजा जिला प्रशासन इतनी संख्या में मेहमानों को ठहराने के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों तथा अन्य स्थानों पर व्यवस्था करने में जुट गया है। इसके लिए सीडीओ के नेतृत्व में अफसरों की टीम गठित की गई है। जो कि रुड़की रोड, दिल्ली बाईपास तथा कृषि विवि के आसपास स्थित बड़े बड़े स्कूल कालेजों से संपर्क कर रही है।
तीन जोन में बांटा प्रदेश
खिलाडिय़ों को सकुशल मेरठ तक बुलाने, उनको ठहराने तथा वापस घर तक भेजने की मजबूत व्यवस्था के लिए प्रदेश के सभी 75 जनपदों को तीन जोन में बांटकर वरिष्ठ अफसरों को जोन का प्रभारी बनाया गया है। जो कि प्रत्येक जनपद की टीम से लगातार संपर्क में रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर मंच और पंडाल समेत सभी तैयारियों की जिम्मेदारी एडीएम प्रशासन और एडीएम वित्त को सौंपी गई है। जिलाधिकारी के बालाजी ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर शनिवार रात में भी अफसरों के साथ बैठक की।
यादगार बनेगा समारोह
कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि समारोह को यादगार बनाया जाएगा। इसके लिए योजना तैयार की जा रही है। केंद्रीय मंत्री का कार्यक्रम मिलने के कारण समारोह की तिथि को एक दिन आगे किया गया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ की शिक्षकों को सलाह- अपने विद्यार्थियों को राष्ट्रनायक व राष्ट्रद्रोही में अंतर सिखाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के हर अभिभावक के खाते में 1100-1100 रुपये भेजे। वह इससे अपने बच्चे के लिए दो जोड़ी यूनिफार्म के साथ ही साथ स्वेटर बैग व जूते और मोजे खरीद सकेंगे।

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश के सभी शिक्षकों को बेहद उपयोगी सलाह दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राइमरी स्कूलों व पूर्व माध्यमिक स्कूलों के 1.20 करोड़ बच्चों के अभिभावकों के खाते में कुल 1320 करोड़ रुपये की धनराशि आनलाइन ट्रांसफर करने के समारोह में शिक्षकों को बच्चों को राष्ट्रनायक तथा राष्ट्रद्रोही में अंतर सिखाने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के हर अभिभावक के खाते में 1100-1100 रुपये भेजे। वह इससे अपने बच्चे के लिए दो जोड़ी यूनिफार्म के साथ ही साथ स्वेटर, बैग व जूते और मोजे खरीद सकेंगे।
मुख्यमंत्री के सरकारी आवास, पांच कालिदास मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस समारोह के दौरान शिक्षकों से अपील की कि वह अपने-अपने विद्यार्थियों को राष्ट्रद्रोही और राष्ट्र नायक में अंतर सिखाएं, क्योंकि इस उम्र में बच्चों को सही एवं गलत का बहुत ज्ञान नहीं होता। ऐसे में वह प्रार्थना सभा में उन्हें बताएं कि कौन हमारा मित्र है और कौन शत्रु। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को राष्ट्रद्रोही और राष्ट्रनायक में अंतर सिखाएं, क्योंकि इस उम्र में बच्चों को सही एवं गलत का बहुत ज्ञान नहीं होता। ऐसे में प्रार्थनासभा में उन्हें बताएं कि कौन हमारा मित्र है और कौन शत्रु। प्रार्थनासभा में शिक्षक चेक करें कि विद्यार्थी के नाखून कटे हैं या नहीं, यूनिफार्म और जूते-मोजे आदि पहने हैं या नहीं। संस्कार विहीन व शिष्टाचार विहीन शिक्षा बच्चों को गलत रास्ते पर ले जाती है। संस्कार विहीन व शिष्टाचार विहीन शिक्षा गलत रास्ते पर ले जाती है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते साढ़े चार वर्ष में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की सूरत बदली है। सरकारी स्कूलों का रंग-रोगन करने के साथ-साथ वहां बेहतर संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। इसी का नतीजा है कि 2017 में परिषदीय स्कूलों में 1.30 करोड़ विद्यार्थी थे और अब यह संख्या बढ़कर 1.80 करोड़ हो गई है। अभी 60 लाख विद्यार्थियों के अभिभावकों के बैंक खाते का सत्यापन चल रहा है, जल्द उनके खाते में भी धनराशि ट्रांसफर की जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनथ ने कहा कि बीते साढ़े चार वर्ष में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों की सूरत बदली है। तकनीक के प्रयोग से भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार हुआ है और पारदर्शिता आई है। सरकारी स्कूलों का रंग-रोगन करने के साथ-साथ वहां बेहतर संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। इसी का नतीजा है कि वर्ष 2017 में परिषदीय स्कूलों में 1.30 करोड़ विद्यार्थी थे और अब यह संख्या बढ़कर 1.80 करोड़ हो गई है।
अंतर विभागीय सहयोग से स्कूलों में बनाएं स्मार्ट क्लास
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अंतर विभागीय सहयोग लिया जाए। सभी विभाग अपने प्रोजेक्ट में कारपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत हर ब्लॉक के स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाएं। उन्होंने कहा कि वाराणसी में आंगनबाड़ी व स्कूलों में संसाधनों का बेहतर उपयोग कर पढ़ाई कराई जा रही है। इसे मॉडल के रूप में सभी स्कूलों में लागू कराया जाएगा।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी ने विभाग की उपलब्धियां गिनाईं। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार व अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल मौजूद रहे।

केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, 3600 करोड़ रुपये के VVIP हेलिकॉप्टर घोटाले से जुड़ी इटली की कंपनी से बैन हटाया

इटली की कंपनी लियोनार्डो के साथ लेनदेन पर लगे प्रतिबंध हटा (सांकेतिक तस्वीर)

रक्षा मंत्रालय ने इटली की कंपनी के अनुरोध और कानून मंत्रालय और अन्य एजेंसियों से परामर्श के आधार पर यह फैसला किया है। उस वक्त भले ही भ्रष्टाचार का मामला केवल अगस्ता वेस्टलैंड से संबंधित था, लेकिन कंपनी से सभी प्रकार की डील्स को रोक दिया गया था।
नई दिल्ली : सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले के सिलसिले में प्रतिबंधित इटली की कंपनी लियोनार्डो (पहले नाम फिनमेकेनिका) के साथ लेनदेन पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है। एनआई की रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी सूत्रों ने बताया कि कंपनी के साथ शर्तों के साथ डील करने पर प्रतिबंध हटा लिया गया है।
निर्णय के अनुसार, केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कंपनी के खिलाफ जांच जारी रहेगी। सूत्रों ने कहा, कंपनी को पहले हस्ताक्षरित किसी भी समझौते के आधार पर भारत सरकार से कोई वित्तीय दावा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रतिबंध हटने के बाद इसे नए सिरे से शुरू करना होगा।
इस वक्त लगाई गई थी रोक
भारत ने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान 2013-14 में कंपनी के साथ सौदे पर रोक लगा दी थी, जब यूरोपीय एजेंसियों ने VVIP के लिए भारत को 12 AW-101 हेलीकॉप्टरों की सप्लाई के लिए 3600 करोड़ रुपये के सौदे में उनकी भूमिका के लिए कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था।
इसलिए किया गया बड़ा फैसला
सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने इटली की कंपनी के अनुरोध और कानून मंत्रालय और अन्य एजेंसियों से परामर्श के आधार पर यह फैसला किया है। उस वक्त भले ही भ्रष्टाचार का मामला केवल अगस्ता वेस्टलैंड से संबंधित था, लेकिन पूरे समूह फिनमेक्कनिका के साथ किसी भी तरह की डील को रोक दिया गया है। इसमें ब्लैक शार्क टॉरपीडो के सौदे भी शामिल थे, जिन्हें उस समय भारतीय नौसेना के अधिग्रहित करने की मंजूरी दी गई थी।
हाल में एक हुई गिरफ्तारी
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3,600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में आरोपी राजीव सक्सेना को कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने कहा था कि हेलीकॉप्टर सौदों के मामले में एक कथित बिचौलिया सक्सेना दुबई में रह रहा था और भारत द्वारा 31 जनवरी, 2019 को उसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से देश लाया गया था और मामले में एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। रिश्वत के आरोप सामने आने के बाद 2014 में भारत ने वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे को रद्द कर दिया था।

नवाब मलिक का बड़ा खुलासा, बताया आर्यन खान को कैसे फंसाया गया

एनसीपी नेता नवाब मलिक
  • Mumbai Drugs Case: नवाब मलिक ने कहा कि मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और बीजेपी नेता मोहित कंबोज आपस में मिले हुए हैं। उगाही के लिए शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को किडनैप किया गया।

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मंत्री और एनसीपी (NCP) के नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने आज (रविवार को) प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नवाब मलिक ने कहा कि पूरा मामला किडनैपिंग का है। मोहित कंबोज के साले के जरिए ट्रैप लगाया गया और वहां आर्यन खान (Aryan Khan) को पहुंचाया गया। किडनैप करके 25 करोड़ की फिरौती मांगने का खेल शुरू हुआ। डील 18 करोड़ में हो गई। 5 लाख रुपये उठाए गए लेकिन एक एजेंसी ने पूरा खेल बिगाड़ दिया। इस पूरी किडनैपिंग का मास्टरमाइंड मोहित कंबोज (Mohit Kamboj) है।
मोहित और समीर के अच्छे रिश्ते: नवाब मलिक
नवाब मलिक ने कहा कि उगाही के खेल में मोहित कंबोज, समीर वानखेड़े का साथी है। मोहित कंबोज और समीर वानखेड़े के अच्छे रिश्ते हैं। मोहित कंबोज इस शहर में 12 होटल चलाता है। मोहित कंबोज अपना होटल चलाने के लिए बगल के होटलों में समीर वानखेड़े के जरिए वैपकिंग जो एक एलिट लोगों के लिए है। उसके मालिक पर फर्जी मामले लगा दिए।
ऋषभ सचदेवा पर नवाब मलिक का खुलासा
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि 9 तारीख को हमने पीसी की, जिसमें बताया गया हमने एक बड़े अधिकारी से पूछा। कंफर्म क्यों नहीं बता पा रहा था कि 8 लोग थे या 10 लोग थे और 8 लोगों की गिरफ्तारी कब तक होगी? हमने बताया कि 8 नहीं 11 लोग थे। 11 में एक ऋषभ सचदेवा नाम के लड़के ने वीडियो दिखाया। हमने आमिर फर्नीचर वाले का वीडियो दिखाया और हमने एक वीडियो और दिखाया जिसमें ऋषभ सचदेवा के चाचा इन तीनों लोगों को लेकर निकलते नजर आए। हमने सवाल खड़ा किया कि ये तीन लोगों को क्यों छोड़ा गया?
मोहित कंबोज पर नवाब मलिक का सवाल
नवाब मलिक ने कहा कि मोहित कंबोज जो ग्यारह सौ करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड का आरोपी है। जो भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से पहले कांग्रेस के नेताओं के पीछे घूमता रहता था, जब बीजेपी कि सरकार आई तो बीजेपी में शामिल हो गया। 2 अक्टूबर के दिन आप लोगों को कुछ जानकारियों से रूबरू कराया था। इसमें खबर आई कि किसी मेगास्टार के लड़के को भी डिटेन कर लिया और 3 तारीख के दिन आर्यन खान समेत आठ लोगों की गिरफ्तारी की खबर आई। 6 तारीख की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमने कुछ सवाल उठाए थे।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि ये पूरा मामला फर्जी है और फर्जीवाड़े को एक्सपोज करते हुए दो व्यक्तियों का वीडियो हमने डाला था। जिसमें एक शख्स केपी गोसावी जो आर्यन खान को एनसीबी के मुख्यालय में ले जाते हुए नजर आया था और दूसरा अरबाज मर्चेंट को ले जाते हुए मनीष भानुशाली नाम के व्यक्ति का वीडियो हमने डाला था। उससे पहले भी वे दो लोग एनसीबी के मुख्यालय में जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने 6 तारीख के PC में सवाल खड़े किए थे। ये सैम डिसूजा नहीं बल्कि सैम्युअल डिसूजा है। एक केस हुआ था बीड बेकरी केस, इस केस में सचिन टोपे नाम के मियां बीवी को गिरफ्तार किया गया था। इसमें 4 आरोपी अरेस्ट हुए थे। जिसमें 4 गिरफ्तारी हो चुकी हैं।

बंगाल में ममता सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत में नहीं करेगी कटौती! सोमवार को कोलकाता और विधानसभा में प्रदर्शन करेगी बीजेपी

फाइल फोटोः पेट्रोल-डीजल की कीमत।
  • केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क को कम किये जाने के बाद से इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। पहले टीएमसी के नेता केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे थे, लेकिन अब बीजेपी ममता सरकार पर हमला बोलने की तैयारी कर रही है।

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले जनता को राहत हुए पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क (Petrol-Diesel Excise Duty) में 5 रुपए और 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी। सरकार के इस फैसले के बाद से कई राज्यों ने वैट घटाया जिसके बाद से जनता को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार अभी पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर जनता को राहत देने के मूड में नहीं है। ऐसे में अब बंगाल बीजेपी ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। बीजेपी सोमवार को कोलकाता में विरोध प्रदर्शन करेगी। जुलूस की शुरुआत प्रदेश बीजेपी कार्यालय से होगी। बीजेपी का 9-12 नवंबर को जिला व्यापी विरोध कार्यक्रम है।
यह पहला मौका है जब बीजेपी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर विधानसभा में मुखर होने जा रही है। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वह वहां मौजूद रहेंगे। दिवंगत मंत्री सुब्रत मुखर्जी की स्मृति में सोमवार को विधानसभा में शोक प्रस्ताव पेश किया जाएगा। नतीजतन, इसके बाद सत्र के स्थगित होने की संभावना है।

मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) कम करने के बाद, एनडीए शासित राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करके ईंधन की कीमतों पर जनता को और राहत दी है। लेकिन गैर-भाजपा शासित राज्यों को ऐसा करने से कौन रोक रहा है?

शुभेंदु अधिकारी ने कीमत नहीं घटाने पर उठाया सवाल
शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, “मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) कम करने के बाद, NDA शासित राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करके ईंधन की कीमतों पर जनता को और राहत दी है। लेकिन गैर-बीजेपी शासित राज्यों को ऐसा करने से कौन रोक रहा है?”
विधानसभा में प्रदर्शन करेंगे बीजेपी के विधायक
बीजेपी विधायक दल के सूत्रों के अनुसार, विधानसभा स्थगित होने के बाद पार्टी के विधायकों के परिसर में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की उम्मीद है और अगर स्थगित नहीं किया गया तो सत्र कक्ष में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में वृद्धि को लेकर बीजेपी के विधायक राज्य सरकार की उदासीनता के खिलाफ मुखर होंगे। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए राज्य लंबे समय से केंद्र को जिम्मेदार ठहरा रहा है, लेकिन कीमतों में कटौती के बाद सत्ताधारी दल ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
टीएमसी ने बीजेपी पर लगाया सस्ती राजनीति करने का आरोप
टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि बीजेपी सस्ती राजनीति कर रही है। उन्हें बेस प्राइस कम करना चाहिए और टैक्स प्रक्रिया को रि-स्ट्रक्चर करना चाहिए। केंद्र सरकार राज्यों से ज्यादा टैक्स-शेयर लेती है ताकि बीजेपी शासित राज्यों के घाटे को कम किया जा सके। दरअसल केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क को कम किये जाने के बाद से इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कई बीजेपी शासित राज्यों ने अपने यहां वैट की दरों में कमी की है जिसके बाद से वहां पेट्रोल-डीजल सस्ते हो गए हैं, लेकिन अभी भी कई गैर-बीजेपी शासित राज्यों ने अभी इसपर कुछ भी फैसला नहीं किया है। हाल ही में बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने विपक्षी दलों पर सवाल उठाते हुए लिखा था कि एनडीए शासित राज्यों ने वैट घटा दिया है, अब कांग्रेस शासित व अन्य राज्यों महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की बारी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ में

नई दिल्ली: केदारनाथ आपदा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पांचवी बार केदारनाथ पहुंच रहे हैं। पीएम के रूप में वे सबसे पहले तीन मई, 2017 को केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे थे। इसके बाद वे 20 अक्तूबर 2017, सात नवंबर 2018, 18मई 2019 को धाम में आकर पुनर्निर्माण कार्यों का कार्यों का जायज ले चुके हैं। 18 मई 2019 में केदारनाथ में एक गुफा में वे ध्यान भी कर चुके हैं और रात भी इसी गुफा में रहे। अब उनका यह केदारनाथ की पांचवी यात्रा होगी। वे सुबह केदारनाथ धाम पहुंचकर बाबा केदार की पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री केदार घाटी में पुनर्निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे । केदारनाथ में शंकराचार्य की 12 फीट लंबी और 35 टन वजन वाली प्रतिमा लगाई गई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री 2013 की प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त हुए शंकराचार्य के समाधि स्थल का लोकार्पण भी करेंगे। बाबा केदार के दर्शन करने के साथ ही मोदी केदारनाथ में 400 करोड़ रुपये से अधिक के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे। इस बीच केदारनाथ मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है इसके लिए 10 कुंतल फूलों का प्रयोग किया गया हे। पीएम मोदी के आगमन को लेकर तमाम व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अलावा बाबा केदार के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का भी तांता केदारनाथ धाम में लगा हुआ है। मंदिर के सामने प्रधानमंत्री की सभा को लेकर मंच तैयार किया गया है। भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। अब तक केदारनाथ में चार पुलिस अधीक्षक, 11 पुलिस उपाधीक्षक, पीएसी की तीन कंपनियां समेत एक हजार पुलिसकर्मी पहुंच चुके हैं, जो केदारनाथ के चप्पे.चप्पे पर तैनात रहेंगे। केदारनाथ में पैदल मार्ग पर पूरी तरह बैरिकेटिंग लगा दी गई है। वायु सेना के हेलीकाप्टर भी लगातार तैयारियों में जुटे हुए हैं। वीवीआईपी हेलीपैड पर वायु सेना के हेलीकाप्टर ट्रालय उड़ान भर रहे हैं। 1 हजार से अधिक पुलिस जवान व अधिकारी केदारनाथ पहुंच चुके हैं। बता दें कि 2013 की आपदा के बाद केदार घाटी पूरी तरह से तबाह हो चुकी थी जिसके बाद केदार घाटी को फिर से संवारने का काम शुरू किया गया, पुनर्निर्माण कार्यों में आस्था पथ पुलों का निर्माणए घाटों का निर्माण एवं तमाम व्यवस्थाओं को सुचारू करने के लिए कोशिशें की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार केदार घाटी में पुनर्निर्माण कार्यों की खुद मॉनिटरिंग करते रहे हैं यही वजह है कि अब पूरी तरह से केदार घाटी संवर चुकी है। पीएम मोदी का चारधाम खासकर केदारनाथ को लेकर अटूट श्रद्धा व लगाव है। केदारनाथ में वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद केंद्र में जब मोदी सरकार आई तो उन्होंने पुनर्निर्माण के कार्यों पर विशेष फोकस किया और निर्माण कार्यों के लिए बजट कभी भी आड़े नहीं आने दिया। धाम में अब तक चार गुफाएं भी बन कर तैयार हो चुकी हैं।

यूपी में नई सियासी सुगबुगाहट: सपा को छोड़ कांग्रेस के साथ गठबंधन करेगा रालोद? जयंत को राज्यसभा भेजने की पेशकश

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल व रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी।
  • कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की जयंत चौधरी से मुलाकात के बाद कांग्रेस-रालोद गठबंधन की अटकलें लगना शुरू हो गई हैं। कहा जा रहा है कि जयंत को कांग्रेस ने पंजाब में सीटें व राज्यसभा भेजने की पेशकश की है।

लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह की मुलाकात के बाद प्रदेश में सियासी सुगबुगाहट तेज हो गई हैं। चर्चा है कि जयंत को कांग्रेस की तरफ से पंजाब विधानसभा चुनाव में सीटें देने और राज्यसभा भेजने का ऑफर दिया गया है। उधर, रालोद के थिंक टैंक का मानना है बसपा और कांग्रेस का गठबंधन होना मुश्किल है। जबकि बिना बसपा के इस गठबंधन के कोई मायने नहीं होंगे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा था कि उनका रालोद के साथ मजबूती से गठबंधन है। बस सीटों का बंटवारा होना है। ठीक यही बात रविवार दोपहर रालोद प्रमुख चौधरी जयंत ने भी लखनऊ में प्रेस वार्ता में कही थी, लेकिन शाम को कुछ और ही सियासी सीन नजर आने लगा।
दिल्ली लौटते समय जयंत ने वह फ्लाइट छोड़ दी, जिससे अखिलेश भी दिल्ली जा रहे थे। उसके बजाय वह कांग्रेस के निजी विमान में प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ दिल्ली रवाना हुए। इससे पहले प्रियंका के साथ लखनऊ हवाई अड्डे पर भी काफी देर जयंत की बातचीत हुई।
चर्चा है कि कांग्रेस ने इस मुलाकात में जयंत को नया ऑफर दिया है। यूपी के साथ पंजाब में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कहा गया है कि रालोद को पंजाब में कांग्रेस कुछ मजबूत सीटें देंगी। किसान आंदोलन के बाद रालोद को भी यह विकल्प अच्छा दिख रहा है। इसके अलावा जयंत को छत्तीसगढ़ या पंजाब के बूते राज्यसभा भेजने का ऑफर देने की बात कही जा रही है। इतना ही नहीं, भविष्य में हरियाणा में मिलकर नए समीकरण बनाने की बात रखी गई है।
प्रस्ताव पर गंभीरता से हो रहा विचार
जानकारों के मुताबिक इस पर गंभीरता से विचार हो रहा है। पर, कांग्रेस बसपा से भी संपर्क साध रही है। गणित यह तैयार किया जा रहा है कि बसपा, रालोद और कांग्रेस अगर साथ आएं तभी कुछ मजबूती आ सकती है। उधर, बसपा भी इस पूरे सीन पर पैनी नजर रखे है। चूंकि बसपा के मजबूत सिपहसालार भी लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं। ऐसे में नए समीकरण बसपा को भी संजीवनी दे सकते हैं।
…पर सीटों पर दावे से खड़ा होगा संकट
जिन सीटों पर रालोद और सपा के अपने-अपने दावे हैं, उन्हीं सीटों पर बसपा भी अपने को मजबूत मानती है। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, मेरठ, मुरादाबाद, बुलंदशहर, बिजनौर की सीटों पर रालोद इस समय मजबूत दावा पेश कर रही है। सपा के साथ भी इन्हीं सीटों पर सबसे ज्यादा मंथन है। यदि नया गठबंधन हुआ तो इन्हीं सीटों पर फिर से अपने-अपने दावे होंगे।
बसपाई रणनीतिकार भी इस नई चर्चाओं का गहनता से अध्ययन कर रहे हैं। उनकी निगाह इन्हीं सीटों पर है। हालांकि प्रत्यक्ष तौर पर सपा और रालोद नेता दोनों ही इन चर्चाओं के बजाय इसी बात पर जोर दे रहें है कि सपा और रालोद का गठबंधन है और मजबूती से चुनाव लड़ेगा। जल्द ही सीटों का बंटवारा हो जाएगा।

अगले साल रिटायर हो जाएंगे यूपी काडर के यह 31 आईएएस अधिकारी, आदेश जारी, यहां पढ़ें पूरी लिस्ट

लखनऊ: यूपी काडर के 31 आईएएस अधिकारी साल 2022 में रिटायर हो जाएंगे। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने इन अधिकारियों के सेवाभिलेख से इनकी जन्मतिथि व सेवानिवृत्ति तिथि का मिलान कराने और पेंशन संबंधी प्रक्रिया को लेकर मंगलवार को आदेश जारी कर दिया है।
देवाशीष पांडा, टी वेंकटेश व राजेंद्र प्रताप पांडेय 31 जनवरी 2022 को रिटायर होंगे। अब्दुल शमद, मोहम्मद इफ्तेखारुद्दीन व अवनीश कुमार शर्मा 28 फरवरी, संजय अग्रवाल 31 मार्च, शमीम अहमद खान, एमवीएस रामीरेड्डी, प्रभात कुमार सारंगी, आलोक सिन्हा, मुकुल सिंहल 30 अप्रैल, डा. रमाशंकर मौर्या व वीरेंद्र कुमार सिंह 31 मई को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। भावना श्रीवास्तव, राजेंद्र प्रसाद, रवि शंकर गुप्ता व फैसल आफताब 30 जून को रिटायर होंगे।
नरेंद्र सिंह पटेल, डा. अजय शंकर पांडेय, डा. अशोक चंद्र, व दिनेश कुमार सिंह द्वितीय 31 जुलाई को रिटायर होंगे। अवनीश कुमार अवस्थी 31 अगस्त, आलोक टंडन व डिंपल वर्मा 30 सितंबर को रिटायर होंगी। डा. प्रदीप कुमार 31 अक्तूबर, राधेश्याम मिश्रा, दीप चंद्र, राजन शुक्ला व शालिनी प्रसाद 30 नवंबर और श्रीकांत मिश्रा 31 दिसंबर 2022 को रिटायर होंगे।
शासन के आदेश में कहा गया है कि जन्मतिथि और सेवानिवृत्ति तिथि से मिलान में किसी प्रकार की त्रुटि होने पर नियुक्ति अनुभाग एक को इसकी जानकारी दी जाएगी। इन अधिकारियों का सत्यापित सेवा विवरण, औसत वेतन विवरण निदेशक पेंशन निदेशालय इंदिरा भवन लखनऊ को सेवानिवृत्ति से पूर्व यथा समय भिजवा दिया जाए, जिससे पेंशन, उपादान और राशिकरण का सामयिक भुगतान संभव हो सके।

पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर में सैनिकों संग मनाएंगे दीपावली, राजौरी जिले के नौशहरा में सैनिकों संग बांटेंगे त्यौहार की खुशियां

PM Modi Celebrate Diwali in Rajouri पिछले महीनों में 14 सैनिकों ने शहादत दी है। इन हालात में प्रधानमंत्री जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए अहम होगा। पीएम के दौरे के दौरान सेना के उत्तरी कमान के सभी वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी नौशहरा में मौजूद रहेंगे।
  • पीएम के दौरे की सेना ने अभी तक अधिकारिक तौर पर पुष्टि नही की है।

जम्मू: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दीपावली का त्यौहार गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में सरहदों की सुरक्षा कर रहे सेना के जवानों के साथ मनाएंगे। प्रधानमंत्री दीपावली पर जम्मू संभाग के राजौरी जिले के नौशहरा आ रहे हैं।
उच्च पदस्थ सूत्राें के अनुसार प्रधानमंत्री दीपावली पर नियंत्रण रेखा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली नौशहरा ब्रिगेड में आएंगे। प्रधानमंत्री दौरे को लेकर क्षेत्र में सुरक्षा के प्रबंधों को कड़ा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर राजौरी में नियंत्रण रेखा की सुरक्षा संभालने के साथ देशविरोधी तत्वों के मंसूबों को नाकाम बना रहे सेना के जवानों का हौंसला सातवें आसमान पर है।
इस समय जम्मू कश्मीर में स्थायी शांति कायम करने के लिए सेना की ओर से बड़े पैमाने पर मुहिम चलाई जा रही है। राजौरी से सटे पुंछ जिले के बाटाधुलियां जंगलों में 11 अक्टूबर को आतंकवादियों के खिलाफ सेना में बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया था। इस दौरान आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ाें में सेना के 9 जवान शहीद हाे चुके हैं। सैनिक बुलंद हौंसले के साथ क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए जान हथेली पर लेकर लड़ रहे हैं।
पिछले महीनों में 14 सैनिकों ने शहादत दी है। इन हालात में प्रधानमंत्री जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए अहम होगा। पीएम के दौरे के दौरान सेना के उत्तरी कमान के सभी वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी नौशहरा में मौजूद रहेंगे। सूत्रों के अनुसार दौरे को सुरक्षित बनाने को कई वरिष्ठ अधिकारियों ने नौशहरा में डेरा डाल लिया है। अलबत्ता पीएम के दौरे की सेना ने अभी तक अधिकारिक तौर पर पुष्टि नही की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन सालों में दूसरी बार दीपावली के त्याेहार मनाने के लिए राजौरी आ रहे हैं। इससे पहले वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370,35-ए हटने के बाद पहली बार वर्ष 2019 में यह त्योहार मनाने के लिए राजौरी आए थे। उन्होंने राजौरी में सेना के डिव मुख्यालय में आयोजित किए एक कार्यक्रम में सैनिकों के साथ दीपावली मनाई थी। इस दौरान उन्होंने नियंत्रण रेखा के सुरक्षा हालात के बारे में भी जानकारी ली थी।

वेंक्टेश्वरा वर्ल्ड स्कूल में धूमधाम से मना दीपावली उत्सव

मेरठ। दिल्ली-रूडकी बाईपास व साकेत स्थित वेंक्टेश्वरा वर्ल्ड स्कूल में मंगलवार को दीपावली उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरूआत चेयरपर्सन डा.अंजुल गिरि व स्कूल की प्रधानाचार्या संजया वालिया ने मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया। दीपोत्सव के रंगारंग कार्यक्रम में बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु भिन्न-भिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें रंगोली सजावट, वाद-विवाद प्रतियोगिता,दीप व कंडील बनाना आदि रही। कार्यक्रम के अंत में चेयरपर्सन डा.अंजुल गिरि व प्रधानाचार्या संजया वालिया ने बच्चों के प्रयास की सराहना करते हुए, बच्चों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के सफल संचालन में सभी शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।

नई बिलिंग एजेंसियों की हर माह कराएं ऑडिट: पं.श्रीकान्त शर्मा

बड़े बकायेदारों के दरवाजे दस्तक दें अधिकारी: पं श्रीकान्त शर्मा
  • उपभोक्ता हित में यूपीपीसीएल अध्यक्ष करें सुनिश्चित
  • उपभोक्ताओं को समय पर मिले सही बिल
  • उपभोक्ता सेवाओं में लापरवाही स्वीकार्य नहीं
  • ओटीएस की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी
  • डिस्कनेक्शन नहीं डोर नॉक कर बताएं ओटीएस के फायदे
  • पीएम/सीएम आवासों को प्राथमिकता पर दें कनेक्शन
  • फील्ड में जाएं एमडी, डायरेक्टर, कमियों को दूर कराएं
  • यूपीपीसीएल अध्यक्ष करें निगरानी, तय करें जवाबदेही

लखनऊ: ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्रीपं. श्रीकान्त शर्मा ने मंगलवार को ऊर्जा विभाग की समीक्षा की। एकमुश्त समाधान योजना की बहुत ही धीमी प्रगति पर उन्होने काफी नाराजगी जताई। उन्होंने गलत बिलिंग, समय पर बिल न पहुंचने व कम बकाये पर ही
कनेक्शन काटे जाने की शिकायतों पर भी नाराजगी जताते हुए जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा यूपीपीसीएल चेयरमैन उपभोक्ता हित में नई बिलिंग एजेंसियों के कार्यों की हर माह ऑडिट कराएं, गड़बड़ी पर जवाबदेही तय करें। उपभोक्ता सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं हैं। एकमुश्त समाधान योजना की धीमी प्रगति पर उन्होंने कहा कि सरकार ने उपभोक्ता हित में बहुत ही महत्वपूर्ण योजना शुरू की हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी अभी उपभोक्ताओं के घर तक नहीं पहुंच पाए हैं। यह किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। पहले सभी बड़े बकायेदार उपभोक्ताओं के दरवाजे पर दस्तक दें, उन्हें इसके लाभ बताएं। कम बकाये पर कनेक्शन काटने की शिकायतों पर डिस्कॉम के एमडी जवाबदेही तय करें। उपभोक्ताओं को परेशान करने वालों से सख्ती से निपटें।
उन्होंने बिलिंग से जुड़ी एजेंसियों के प्रतिदिन के लक्ष्य तय करने के निर्देश दिए। कहा कि डिस्कॉम एमडी इसकी हर माह समीक्षा करें, यूपीपीसीएल के अध्यक्ष भी इसकी निगरानी करें। सभी उपभोक्ताओं को समय से बिल मिले, बिल में किसी प्रकार की त्रुटि न रहे, हर माह मीटर की रीडिंग सुनिश्चित हो। कहीं भी कमी है तो उसे तत्काल दूर कर संबंधित
को जवाबदेह बनाएं। निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वाली एजेंसियों की जवाबदेही सुनिश्चित करें।
कनेक्शन देने के बाद पहला बिल जारी करने में ज्यादा समय लगने की शिकायतों पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की। कहा कि 4-5 महीने बाद बिल जारी करने का कोई औचित्य नहीं हैं, उन्होंने यूपीपीसीएल अध्यक्ष को इसकी समीक्षा करने के निर्देश दिए। कहा कि उपभोक्ता को कनेक्शन निर्गत करने के बाद उसे समय से बिल मिले यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवासों में जहां भी बिजली के कनेक्शन नहीं हैं, संबंधित जिले के अधिकारी वहां शीघ्र ही बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराएं।
एमडी जिलेवार इसकी समीक्षा कर लें। कोई भी इच्छुक व्यक्ति बिजली कनेक्शन से वंचित न रहे। उन्होंने सभी डिस्कॉम एमडी को यह भी निर्देश दिये कि वे स्वयं बिजली घरों का निरीक्षण करें। सभी अधिकारी भी फील्ड पर जाएं जिससे उन्हें भी जमीनी हकीकत की जानकारी होगी। उपभोक्ता सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करें, लापरवाही पर जवाबदेही तय करें।
बैठक में सभी जनपदों के अधीक्षण अभियंता, मुख्य अभियंता, पश्चिमांचल, पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल व केस्को के निदेशक, प्रबंध निदेशक, यूपीपीसीएल के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक व निदेशक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।

जयंत चौधरी को बधाई देने पहुंचे बागपत के लोग

रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को बधाई देते कपिल चौधरी

बागपत। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को दीपावली की बधाई देने के लिए मंगलवार को बागपत जिले से काफी लोग दिल्ली पहुंचे।
रालोद के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य कपिल चौधरी दिल्ली पहुंचे और उन्होंने जयंत चौधरी से मिलकर उन्हें दीपावली की बधाइयां दी। जयंत चौधरी ने कपिल चौधरी द्वारा रालोद के लिए की जा रही मेहनत को लेकर उनके कार्यों की प्रशंसा की। कपिल चौधरी ने कहा काफी बड़ा वर्ग रालोद की नीतियों व कार्यों से प्रभावित हुआ है और वह दूसरे दलों से टूटकर रालोद की सदस्यता ग्रहण कर रहा है। इसका बहुत अच्छा परिणाम आने की उम्मीद है। उन्होंने जयंत चौधरी को विश्वास दिलाया कि जिस तरह जनता का भारी जनसमर्थन देखने को मिल रहा है,उसे देखते हुए इस बार उत्तर प्रदेश में कोई भी सरकार बिना रालोद के गठबंधन के नहीं बनेगी।

छात्राओं ने बनाई मनमोहक रंगोली

बागपत के श्रीराम कॉलेज में अपने द्वारा बनाई रंगोली दिखाती छात्राएं

बागपत। श्री राम ग्रुप ऑफ कालेज के प्रांगण में दीपावली के उपलक्ष्य में रंगोली कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसमें सभी संकाय के विभिन्न छात्र-छात्राओ ने एक से एक बढकर रंगोली बनाकर सभी का मन मोह लिया।
कॉलेज प्रबंध समिति के अरविंद गुप्ता व प्रिंस सिंघल ने सभी रंगोलियो का निरीक्षण किया और उनकी सराहना की। स्टॉफ की तरफ से हरीश चौहान, मुक्ता वर्मा, विकास चौहान, करुना मलिक, रामकिशोर शर्मा, विकास शर्मा , विजय वर्मा व अनिरुद्ध शर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा। इस दौरान सभी ने उचित दूरी के नियम व मॉस्क आदि का प्रयोग भी किया।