Saturday, May 31, 2025
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ग्वालीखेड़ा के पंचायत घर मे भारतीय किसान संघ का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग शुरू

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर

बिनौली: ग्वालीखेड़ा गांव के पंचायत घर में शनिवार को भारतीय किसान संघ बागपत इकाई का दो दिवसीय अभ्यास वर्ग शुरू हुआ।जिसमें अभ्यास वर्ग की आवश्यकता प्रवास एवं प्रचार तंत्र की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। अभ्यास वर्ग में अखिल भारतीय उपाध्यक्ष भैयाराम मौर्य ने कहा कि ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक किसानों की समिति का गठन करना बेहद जरूरी है। किसानों की समस्याओं को लेकर समय समय पर उनकी समस्याओं के निराकरण कराना, तथा किसानों को स्वावलंबी बनाने के लिए आय श्रोतों में बढ़ोतरी के लिए जैविक खेती, देशी गौ पालन, उन्नत बीज, खाद, फसल बीमा एवंम रोजगार से संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक दी। अभ्यास वर्ग की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा, संचालन शशांक त्यागी ने किया। अभ्यास वर्ग में राकेश पुनिया, सुनील कुमार, राजपाल, ओमकार त्यागी,  बिजेंद्र भड़ल, ब्रजमोहन शर्मा, सतेंद्र मोघा, तरुण चौधरी, सोविन्द्र त्यागी, नीटू गिरी, मांगेराम सैनी, कल्याण आदि उपस्थित रहे।

भारत के दुश्मनों के समूल विनाश हेतु मसूरी में माँ बगलामुखी पीतांबरा अग्निहोत्रम

  • देश विदेश से आए श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर लिया भाग
  • देवी आह्वान के तांत्रोक्त मंत्रों से गूंज उठी घाटी

मसूरी (देहरादून), 05 मई। उत्तराखंड। देवभूमि उत्तराखण्ड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को आश्लेषा नक्षत्र की शुभ एवं प्रशस्त वेला में माँ बगलामुखी जयंती के दिन भारत के दुश्मनों के समूल विनाश हेतु माँ बगलामुखी पीतांबरा अग्निहोत्रम धूम धाम से संपन्न हुआ।
ट्रस्ट के अध्यक्ष और आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के सनिध्य में हुए इस अनुष्ठान में देश विदेश से लगभग 250 श्रद्धालुओं ने भाग लिया। देवी के तंत्रोक्त मंत्रों से समस्त घाटी गूंज उठी।
श्री आर्यम जी महाराज ने बताया कि माँ बगलामुखी, जिन्हें पितांबरा देवी भी कहा जाता है, दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं। उनका स्वरूप अत्यंत प्रभावशाली है; उनके हाथ में शत्रु के जिह्वा को पकड़ने का प्रतीक है, जो वाणी और शत्रुता पर नियंत्रण का संकेत देता है। सभी तरह के राग, रोग, ऋण और आग से मुक्ति प्रदान करने में माँ बगला सर्वाधिक तीव्रता से कार्य करती हैं। चूंकि माँ बगला स्वयं पीले वस्त्र धारण करती हैं, इसी के दृष्टिगत पूजा में पीले वस्त्र, पीले फूल, कद्दू, एवं हल्दी का प्रयोग किया जाता है। जीवन में आने वाले बड़े से बड़े संकट माँ बलगामुखी की कृपा से दूर हो जाते हैं।
आश्रम में पधारे देवी के भक्तों को गुरुदेव श्री आर्यम ने माँ बगलामुखी की अवधारणाओं से परिचित कराया। उन्होनें बताया कि किस तरह पीला रंग शक्ति का प्रतीक है। मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी पीला रंग आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और आंतरिक शक्ति से जुड़ा होता है, जो व्यक्तिगत शक्ति के पहलू है। पीला रंग ऊर्जा, बुद्धिमत्ता, आशावाद और स्पष्टता का प्रतीक है, जो प्रेरणा और मानसिक सक्रियता को बढ़ाता है। आज की पूजा में सभी देवी के भक्त गण पीले परिधान में सक्रियता के साथ जुड़े। सहस्त्र मंत्रों से पुष्पार्चन और माँ बगलामुखी के मंत्र से अग्निहोत्रम के अद्वितीय संयोग से देवी का आह्वान किया गया।
आज का युग इनफार्मेशन का युग है। सोशल टेक्नॉलजी की मदद से हम सात समुंदर पार हो रही घटनाओं के बारे में सुविज्ञ रहते हैं। इसके बावजूद अकस्मात् से हमें कोई नहीं बचा सकता। ऐसे में उन परिस्थितियों से केवल ईश्वरीय उरजाएँ ही हमें सुरक्षित रखती हैं। माँ बगलामुखी शत्रु शमन की देवी हैं और श्री आर्यम ने सभी भक्तों के साथ सम्पूर्ण राष्ट्र के हित हेतु इस महाअनुष्ठान को संकल्पित किया।
विशेष पूजाएं विशेष आयामों एवं ऊर्जाओं से संचालित होती हैं। देवी बगलामुखी की कृपा हेतु विशेष रूप से पीले पुष्प, गुलाबी और श्वेत कमल के फूलों से एक हज़ार मंत्रों से अनुष्ठान संपन्न हुआ ।
ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि देश विदेश में श्री आर्यम गुरुदेव सनातन धर्म के ध्वजा को और ऊंचा फहरा रहे हैं। हमारे धर्म के ऐसे अनेकों पर्वों पर से पर्दा हटाकर, एक सामान्य हिन्दू को उसकी पहचान के नए आयामों से अवगत करा रहे हैं। सम्पूर्ण विश्व में आर्यम गुरुदेव के सर्वाधिक दीक्षित शिष्य हैं। देश विदेश में आज लोग अपने घरों में अग्निहोत्रम, पुष्पार्चन, वेद पाठ एवं अन्य प्रार्थनाओं को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना रहे हैं। श्री आर्यम गुरुदेव का कथन है कि विधि विधान से की गई पूजा-पाठ न केवल ईश्वरीय ऊर्जा को आकर्षित करती है बल्कि सम्पूर्ण समाज को संतुलित और प्रगतिशील बनाती है।
आज के इस कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में अविनाश जायसवाल, श्वेता, हर्षिता, यामिनी श्री, रोहित वेदवान, रमन, उत्कर्ष, सुनील कुमार आर्य, प्रतिभा, संध्या रघुवंशी, ज्योति आर्य, गौरव स्वामी, शालिनी आदि का सहयोग रहा।

भगवान शंकर आश्रम-मसूरी ने निर्धन और वंचित 21 परिवारों को किया मासिक राशन वितरित

मसूरी(देहरादून)। उत्तराखंड। देवभूमि उत्तराखण्ड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा घोषित माँ अन्नपूर्णा भंडारा कार्ड योजना के अन्तर्गत रामनवमी के शुभ अवसर पर फ्री राशन वितरण सम्पन्न हुआ। आज क्षेत्र के अतिनिर्धन और वंचित 21 परिवारों को अप्रैल माह का मासिक घरेलू राशन वितरित किया गया।
अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री के अनुसार ट्रस्ट के अध्यक्ष और आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के निर्णय के अनुसार आश्रम द्वारा समग्र मानवता के कल्याण हेतु यह अभियान गत मार्च 2020 से संचालित है। गुरुदेव का कहना है कि जहाँ दुनिया भर में अवसाद एवं दुख प्रसारित हो रहा है वहीं दान पुण्य ऐसा सुकर्म है जिसे करने से न केवल दूसरों की मदद होती है किन्तु स्वयं के अंतरमन में शांति का उदय होता है। जिन कर्मों में स्वार्थ न होकर ईश्वर प्रेम निहित होता है वह कर्म ही हमें वास्तविक खुशी प्रदान करते हैं।
भगवान राम ने सदैव दान पुण्य के कर्म किया। जिससे मिले उसे कभी ज्ञान, तो कभी न्याय प्रदान किया। देने की क्रिया ही मनुज को देवत्व के स्तर पर पहुँचाती है। श्री आर्यम जी महाराज का कथन है कि इन विशेष अवसरों पर दान करने से अधिक लाभ प्राप्त होता है। ब्रह्मांडीय क्षेत्र में कहीं आपका ये सत्कर्म अंकित हो जाता है, और मुश्किल वक्त में ये सिंचित कर्म ही आपके हितैषी बनकर प्रस्तुत होते हैं।
श्री गुरुदेव सभी ईश्वर के भक्तों से आह्वान करते हैं कि अपने जीवन में जब अवसर मिले अन्न का दान ज़रूर करें। जो हम देते हैं वही पाते हैं। जिन कर्मों के बीज हम आज बोएंगे उन्हीं के फल हम भविष्य में भोग सकेंगे।
भंडारा कार्ड धारक व्यक्तियों को दी जाने वाली सामग्री में सभी वस्तुओं की गुणवत्ता का भी ध्यान रखा जाता है। इन वस्तुओं में 15 किलो गेहूँ का आटा, 10 किलो चावल, 5 किलो चीनी, दो किलो काला चना, दो लीटर सरसों का तेल, चायपत्ती, धनिया पावडर, लाल मिर्च, हल्दी प्रत्येक 250 ग्राम, एक किलो नमक आदि प्रदान किया जाता है। अति निर्बल, बीमार और आने में असमर्थ परिवारों को राशन उनके घरों पर भी पहुँचाया जाता है। बच्चों द्वारा त्याग दिए गए वृद्ध व्यक्तियों, निराश्रित विधवाओं, बेसहारों के अपंग, बीमार और अत्यंत निर्धन व्यक्तियों के लिए यह भंडारा कार्ड योजना आश्रम की तरफ़ से संचालित है, जिसे शीघ्र ही अन्य अनेक स्थानों तक विस्तारित किया जाएगा। आज के इस वितरण कार्यक्रम में हरीश त्यागी, सोमलता दलाल, अजय त्यागी, प्रीतेश आर्यम, संतोष, सतीश, अरविंद शर्मा, अंजलि सोनकर, रुचि, रीना चौहान, कविता मलिक, रेणु सचदेवा, इंदिराबेन मिश्रा आदि का सहयोग रहा।

चैत्र नवरात्रि की प्रतिपदा पर भगवान शंकर आश्रम ने बाँटे 46 लोगों को निःशुल्क चश्में

मसूरी (देहरादून)। देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन के तत्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा हिन्दू नव वर्ष के प्रथम दिवस एवं चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा पर ज़रूरतमंदों को निःशुल्क चश्में बाँटे गए। आश्रम में आयोजित नेत्र चिकित्सा शिविर के अंतर्गत इस प्रकल्प को चलाया गया। संपूर्ण कार्यक्रम गुरुदेव श्री आर्यम के सानिध्य में संपन्न हुआ।
आर्यम जी महाराज ने स्पष्ट किया कि नेत्र ज्योति हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण आयाम है। आँखों के कारण ही हम ईश्वर की बनाई इस धरा के सभी रंगों को अनुभव कर सकते हैं। दृष्टि दोष होने से न केवल शारीरिक दर्द होता है बल्कि मानसिक ठेस भी पहुंचती है। हमारे समाज में ऐसे कई निर्धन लोग हैं जिनकी दृष्टि में कुछ दोष है। इसी के चलते आश्रम में 9 मार्च ‘ 2025 को हुए नेत्र परीक्षण के अंतर्गत 70 लोगों का परीक्षण किया गया था उसी क्रम में आज कुल प्रमुख परम प्रज्ञ जगदगुरु प्रोफेसर पुष्पेन्द्र कुमार आर्यम जी महाराज के नेतृत्व में मसूरी क्षेत्र के 46 लोगों को चश्में बाँटे गए।लाभार्थी वंचित और निर्धन लोगों ने आश्रम द्वारा की गई इस निःशुल्क सेवा की भूरि भूरि प्रशंसा की।
चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा पर पुण्य के कार्य करने से जीवन में परमात्मिक ऊर्जाओं का आगमन होता है। गुरुदेव श्री आर्यम का कथन है कि नवरात्र में हम दैवीय शक्ति का संयोजन करते हैं। यह संयोजन श्रेष्ठ कर्म करने से भी फलीभूत होता है। जीवन में किसी की दृष्टि को सुधारने का कार्य सर्वोत्तम है। इससे समाज के नीचे के तबके को प्रेरणा एवं कुछ करने का साहस मिलता है। अंततः समस्त मानव जाति का कल्याण होता है।
ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि आश्रम की स्थापना के प्रथम दिवस से ही श्री आर्यम गुरुदेव मसूरी वासियों की सेवा में रत हैं। प्रकृति के संरक्षण हेतु ‘मेरा पौधा मेरा जीवन मेरे संग (2016)’ अभियान; बेसहारा लोगों के लिए फ्री राशन वितरण भंडारा कार्ड योजना (2020) अद्यतन है।
इस आयोजन को सफल बनाने सुनील कुमार आर्य, राकेश रघुवंशी, संध्या रघुवंशी, रमन सिंह, अविनाश जायसवाल, हर्षिता आर्यम आदि का सहयोग रहा।

भगवान शंकर आश्रम में आयोजित हुआ फाल्गुन पूर्णिमा उत्सव

“भगवान विष्णु नृसिंह संकट मोचन पुष्प अर्चन-अग्निहोत्र में भाग लेने के लिए उमड़े श्रद्धालु”
मसूरी ( देहरादून)। आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन , भारत के तत्वावधान में संचालित ग्राम क्यारकुली भट्टा स्थित भगवान शंकर आश्रम में फाल्गुन पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से प्रारंभ हुआ। भगवान विष्णु नृसिंह और संकट मोचन पुष्प अर्चन एवं महानुष्ठान में देश विदेश से श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया । इस उत्सव में सभी प्रकार के सौभाग्य देने वाले भगवान विष्णु और महालक्ष्मी के श्री विग्रह का हज़ारों पुष्पों से पुष्पार्चन किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य दिव्य अग्निहोत्र से समस्त पर्वतीय क्षेत्र ईश्वरीय ऊर्जा से सुवासित हो उठा। देश विदेश से लगभग 400 आर्यम शिष्यों ने इस समारोह में भाग लिया।
ट्रस्ट के संस्थापक और कुलप्रमुख परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफेसर पुष्पेन्द्र कुमार आर्यम जी महाराज के पावन सानिध्य में होलिका उत्सव के समस्त सत्र पूर्ण विधि विधान से प्रारंभ हुए । हमारे समस्त सांस्कृतिक पर्वों पर, विशेषकर होली के धार्मिक , सामाजिक एवं नैतिक परिप्रेक्ष्य पर गुरुश्रेष्ठ ने प्रकाश डाला। श्री गुरुदेव का कथन था कि प्रदोष काल व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भद्रा रहित काल में ही होलिका दहन किए जाने का विधान है। इसका ‘धर्मसिंधु’ में स्पष्ट उल्लेख है । यथा – ‘सा प्रदोष व्यापिनी भद्रा रहित ग्राह्या’।
होली हमारे अंदर बसे कई खट्टे मीठे संवेगों को निष्कासित करना का पर्व है। बैर, ईर्ष्या, लोभ, लालच आदि भाव हमारे मन को प्रदूषित करते हैं। श्री आर्यम जी महाराज ने सभी ईश्वर भक्तों से आह्वान किया कि ईश्वर प्राप्ति केवल शुद्ध हृदय से ही संभव है। जीवन में हम ईश्वर से असंख्य चीज़ों की मांग करते हैं किन्तु गुरुदेव का कथन है कि ” आप ईश्वर से कहें कि मैं पाऊं तो किन्तु उस सुखपूर्वक भोग भी सकूं।” पांडव पांच थे और कौरव सौ, बावजूद इसके जीत पांडवों की हुई। जब हमारा मस्तिष्क, शरीर एवं आत्मा एकलय होते हैं तब हमें जीवित यापन के लिए पदार्थों की सीमित मात्रा ही पर्याप्त होती है।
आध्यात्मिकता के पथ पर चल रहे श्रेष्ठ लोग भलीभांति जानते हैं कि सबसे मुश्किल कार्य है अनवरत कर्म का संस्कार। परिवर्तन संसार का नियम ज़रूर है किन्तु जो भाव, जो अवस्था लंबे वक्त तक बनी रहती हैं उतनी ही वे परिष्कृत होती हैं। होली के अवसर से वासंती हवाएं चलती हैं। कहीं सुख प्रदत्त होता है तो कहीं दुख। दुख का सहज और सरल उपाय गुरुदेव ने बताया कि ” जब दुख आए तब परमात्मा का धन्यवाद करें। ” आपको दुख पहुंचाना ईश्वरीय ऊर्जाओं के लिए अहेतु की बात है। अंततः हमें परमात्मा के साथ स्वच्छ स्वस्थ रिश्ता बनाना चाहिए।
ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने स्पष्ट किया कि अक्सर होली पर ऐसा भव्य अनुष्ठान किसी भी भारतीय गुरु द्वारा नहीं किया जाता है। होली के दिन आर्यम जी महाराज ने अनुष्ठान करके आर्यम संयोगियों के जीवन में अमूल चूल परिवर्तन लाने का कार्य किया हैं। होली पर ऐसे आलोकिक हवन में शामिल होने से बुरी चीज़ों अथवा विचारों से हमारी रक्षा होती है। आज ही फाल्गुन पूर्णिमा से संबंधित सभी तरह के उप कर्म आश्रम में विधि विधान से संपन्न हुए।
समारोह के आयोजन में दुबई, अमेरिका, सऊदी अरब, लंदन आदि के अलावा भारत के अनेक प्रांतों व स्थानों से लोगों ने सहभागिता की। इस समारोह के आयोजन में सुनील कुमार आर्य, प्रीतेश आर्यम, श्वेता जायसवाल , अविनाश जायसवाल, भव्या सिंह, रमन सिंह, हर्षिता आर्यम, चंद्रपाल शर्मा, राकेश रघुवंशी, संध्या रघुवंशी, भीम सिंह रावत, सरिता रावत, अमन, प्रशांत आर्य, प्रवेंद्र, देवेंद्र, शालिनी अरोड़ा, गौरव स्वामी, सोनिया कुंदन आदि का सहयोग रहा।

भगवान शंकर आश्रम में नेत्र परीक्षण एवं चिकित्सा शिविर में 70 लोगों का हुआ इलाज 

मसूरी (देहरादून)। देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन के तत्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा फाल्गुन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं चिकित्सा शिविर लगाया गया। मसूरी क्षेत्र के लगभग 70 लोगों ने इस सेवा शिविर में भाग लेकर लाभ अर्जित किया। संपूर्ण कार्यक्रम गुरुदेव श्री आर्यम के सानिध्य में संपन्न हुआ।
ट्रस्ट के मुख्य अधिष्ठाता एवं आश्रम के कुल प्रमुख परम प्रज्ञ जगदगुरु प्रोफेसर पुष्पेन्द्र कुमार आर्यम जी महाराज के नेतृत्व ने इस आयोजन को सफल बनाया। ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री जी ने बताया गुरुदेव के अनुसार ईश्वर की बनाई इस धरा को देख पाना मानव जीवन के महत्वपूर्ण सुखों में से एक है। सैकड़ों की तादाद में ऐसे लोग हैं जो इस सुख से पूर्ण या अपूर्ण रूप से वंचित हैं। आर्यम जी महाराज के दृष्टिकोण में सदा से ही मानव जीवन की सेवा का भाव रहा है। उनकी दया दृष्टि के कारण ही ये निःशुल्क नेत्र परीक्षण संभव हो सका। सेवा शिविर में पहुंचे लोगों की आयु दस वर्ष से लेकर सौ वर्ष तक थी। मसूरी में अवस्थित निर्जन और बेसहारा लोगों की सहायता आश्रम स्थापना के दिन से करता आ रहा है। जीवन में यदि संभव हो तो सेवा सहयोग से पीछे ना हटो, इसी के चलते ट्रस्ट द्वारा भंडारा कार्ड योजना, मेरा पौधा मेरा जीवन जैसे अभियान गतिमान है।
गुरुदेव का कहना है कि शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग नेत्र हैं, जो उसे इस खूबसूरत दुनिया में अपने प्रिय जनों को देखने में सहायक होते हैं।
गुरुदेव के इस शिविर को देख बहुत से आगंतुकों ने कहा इस शिविर से यह बात साबित होती है कि गुरु न केवल ईश्वर से मिलने का अध्यात्मिक मार्ग देखते है बल्कि हमारी ज़िंदगी में रोशनी भी लाते हैं।
इस शिविर में भाग लेने वाले लोग आर्थिक रूप से विपन, शारीरिक रूप से अक्षम थे। इस शिविर में ऐसे व्यक्ति भी थे जिनको उनके बच्चे अकेले छोड़ चले गए, अब उनको भंडारा कार्ड योजना के अंतर्गत राशन तो मिल जाता है, लेकिन बनाए कैसें, कभी हाथ जल जाता है, ना अपने काम को ठीक से कर पाते हैं।आने वाले अनेक लोग अपने घर में अकेले है, जिससे अपनी देखभाल वो ख़ुद कैसे करे। ऐसे व्यक्तियों की समस्या सुन गुरुदेव ने देहरादून के एक अच्छे नेत्र विशेषज्ञ शिव ऑप्टिकल से बात की जिससे ना केवल उनका नेत्र परीक्षण हो पाया बल्कि चश्मा भी बनवाकर निःशुल्क आश्रम द्वारा सबको दिया जाएगा।
देहरादून से डा.शशिकांत ठाकुर, डा.गौरव, डा.शिवम ठाकुर, डा.कनुप्रिया ठाकुर, डा.निशा ठाकुर, डा.अभिषेक ठाकुर ने आकर चिकित्सा कार्य किया। साथ ही सभी के भोजन प्रसादम (भंडारा) की व्यवस्था भी आश्रम द्वारा की गई थी।
इस आयोजन को सफल बनाने सुनील कुमार आर्य, राकेश रघुवंशी, संध्या रघुवंशी, रमन सिंह, श्वेता जायसवाल, भव्या सिंह, हर्षिता आर्यम आदि का सहयोग रहा।

भगवान शंकर आश्रम-मसूरी ने निर्धन और वंचित 21 परिवारों को किया मासिक राशन वितरित

मसूरी(देहरादून) उत्तराखंड। देवभूमि उत्तराखण्ड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा घोषित माँ अन्नपूर्णा भंडारा कार्ड योजना के अन्तर्गत फाल्गुन शुक्ल पक्ष की तृतीया को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र की शुभ वेला में फ्री राशन वितरण सम्पन्न हुआ। आज क्षेत्र के अति निर्धन और वंचित 21 परिवारों को मार्च माह का मासिक घरेलू राशन वितरित किया गया।
अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री के अनुसार ट्रस्ट के अध्यक्ष और आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम महाराज के निर्णय के अनुसार आश्रम द्वारा समग्र मानवता के कल्याण हेतु यह अभियान गत मार्च 2020 से संचालित है।
गुरुदेव का कहना है कि, जहाँ दुनिया भर में अवसाद एवं दुख प्रसारित हो रहा है वहीं दान पुण्य ऐसा सुकर्म है जिसे करने से न केवल दूसरों की मदद होती है किन्तु स्वयं के अंतरमन में भी शांति का उदय होता है। जिन कर्मों में स्वार्थ न होकर ईश्वर प्रेम निहित होता है वह कर्म ही हमें वास्तविक खुशी प्रदान करते हैं। पेड़-पौधों में नई कोंपलें फूटने लगी हैं, हिन्दू नववर्ष भी आरंभ होने को है, दान पुण्य करके हम अपने हृदय को परमात्मा के लिए सुदृढ़ एवं संकल्पित करते हैं।
भंडारा कार्ड धारक व्यक्तियों को दी जाने वाली सामग्री में सभी वस्तुओं की गुणवत्ता का भी ध्यान रखा जाता है। इन वस्तुओं में 15 किलो गेहूँ का आटा, 10 किलो चावल, 5 किलो चीनी, दो किलो काला चना, दो लीटर सरसों का तेल, चायपत्ती, धनिया पावडर, लाल मिर्च, हल्दी प्रत्येक 250 ग्राम, एक किलो नमक आदि प्रदान किया जाता है। अति निर्बल, बीमार और आने में असमर्थ परिवारों को राशन उनके घरों पर भी पहुँचाया जाता है। बच्चों द्वारा त्याग दिए गए वृद्ध व्यक्तियों, निराश्रित विधवाओं, बेसहारों, अपंग, बीमार और अत्यंत निर्धन व्यक्तियों के लिए यह भंडारा कार्ड योजना आश्रम की तरफ़ से संचालित है जिसे शीघ्र ही अन्य अनेक स्थानों तक विस्तारित किया जाएगा। आज के इस वितरण कार्यक्रम में हरीश त्यागी, सोमलता दलाल, अजय त्यागी, प्रीतेश आर्यम, संतोष, सतीश, अरविंद शर्मा, अंजलि सोनकर, रुचि, रीना चौहान, इंदिराबेन मिश्रा आदि का सहयोग रहा।

प्रशस्ति आईएएस अकादमी के विद्यार्थियों को मिली विभिन्न क्षेत्रों में सफलता

मेरठ। प्रशस्ति आईएएस अकादमी के निदेशक अभिषेक सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सत्र 2023-24 और 2024-25 के बैच में उनके सेंटर से कई विद्यार्थियों ने अलग-अलग परीक्षाओ में सफलता अर्जित की है।
उन्होंने बताया कि छात्रा प्रियंका सिंह का चयन इतिहास विषय से उत्तर प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुआ है। वही छात्र संतोष कुमार का चयन एलआईसी में ऑफिसर रैंक के लिए हुआ, छात्र नवनीत कुमार का चयन इतिहास विषय से टीजीटी के लिए हुआ। उन्होंने बताया कि एक होनहार छात्र अजय सिंह का चयन सीडीएस तथा एफ कैट दोनों की लिखित परीक्षा के लिए हुआ है। छात्र अजय सिंह का सीडीएस में अंतिम रूप से चयन हो चुका है। दो छात्र अल्केश कुमार तथा नरेन्द्र राणा इतिहास विषय से जे आरएफ के लिए चयनित हुए है। इसके अलावा 7 विद्यार्थियों राधिका माथुर, निशी, आकांक्षा, कोमल, ज्योति, प्रतिक्ष, वासु ने इतिहास और भूगोल विषय से नैट और पीएचडी परीक्षा के लिए उत्तीर्ण है। छात्रा राधिका माथुर ने लगातार दूसरी बार नैट परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा कंकरखेड़ा ने लगाया चाय, बिस्कुट का लंगर

मेरठ। निरन्तर बढ़ती ठंड को देखते हुए गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा ककंरखेड़ा की ओर से आज शिव चौक कंकर खेड़ा पर मजदूरों के अड्डे पर राहगीरों एवं मजदूरों के लिए चाय एवं बिस्किट का लंगर लगाया गया। ठंड में गर्मा- गर्म चाय पीकर मजदूरों ने प्रसन्नता व्यक्त कर पुनीत कार्य की सराहना की। कमेटी के सभी साथी बस एवं वाहन रोककर भी मुसाफिरों को चाय-बिस्किट की सेवा कर रहे थे। सिक्ख समाज द्वारा की जा रही सेवा ने शिव चौक पर आस्था का अजब नजारा बना दिया था।
उक्त अवसर पर उपस्थित राहगीरों को सम्बोधित करते हुए गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा ककंरखेड़ा के प्रधान मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा सेवा सिक्खी का मूल सिद्धांत है।

“नाम जपो, मेहनत करो, बांट कर खाओ यह मार्ग श्री गुरू नानक देव जी ने हमें दिया हैं।”

आज पूरे संसार में जहां पर भी गुरू का सिख रह रहा, वही पर लंगर चल रहे है। क्योंकि गुरू का सिक्ख अपनी मेहनत की कमाई से दसवां हिस्सा निकाल कर धार्मिक सेवाओं के लिए खर्च करता है।
सेवा करने वालों के घरों में गुरू महाराज जी बरकत एवं अपार खुशीयां बख्शते है, मन निर्मल रहता है। आज चाय-बिस्किट का लंगर लगा कर हमें बहुत प्रसन्नता प्राप्त हो रही है।
आज मुख्य रूप से धीरसिंह अजीत सिंह, हरप्रीत सिंह सलूजा, परमिंदर सिह, बलबीर सिंह, टिंका वीर जी, सज्जन सिंह, शम्मी अरोड़ा ने सेवा निभाई।

महाकुंभ: राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने संगम में लगाई डुबकी, वीआईपी के मद्देनजर सुरक्षा रही सख्त

प्रयागराज: विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में संगम पर लगे महाकुंभ में बृहस्पतिवार को दो राज्यों के राज्यपाल, दोमुख्यमंत्रियों समेत केंद्र और राज्यों के 15 से अधिक मंत्रियों ने डुबकी लगाई। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने संगम में डुबकी लगाकर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की। वीआईपी आमद के मद्देनजर मेला क्षेत्र में चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे। राज्यपाल, सीएम, डिप्टी सीएम और अन्य मंत्रियों ने बड़े हनुमान के बाद ज्ञान की गहरी जड़ों के रूप में अक्षयवट के भी दर्शन किए।
तीसरे और आखिरी अमृत स्नान के बाद संगम के तट पर आम श्रद्धालुओं के साथ ही वीआईपी का भी तांता लगने लगा है। बृहस्पतिवार को संगमनगरी की सड़कोें पर सीएम तक की फ्लीट आगे बढ़ने के लिए मशक्कत करती नजर आई। मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह की फ्लीट को अलोपीबाग चुंगी चौराहे के पास सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। काफी मशक्कत के बाद उनकी फ्लीट संगम की ओर जा सकी। संगम पर उन्होंने अपने मंत्रियों और परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाई।
यूपी के कई मंत्री संगम पहुंचे
इसी दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपनी कैबिनेट के मंत्रियों, परिजनों के साथ संगम पर पहुंचे और पुण्य की डुबकी लगाई। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्रसेन रेड्डी, पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक, ओडिसा के डिप्टी सीएम कनकवर्धन सिंह ने भी अपनी कैबिनेट के कई मंत्रियों के साथ संगम में स्नान किया। इनके अलावा प्रदेश की कैबिनेट के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, राज्यमंत्री रामकेश निषाद और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र दयालु भी संगम पहुंचे। सेवानिवृत्त मुख्य न्यायमूर्ति और लोकपाल रितुराज अवस्थी समेत कई मंत्रियों, अफसरों ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई।
महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक विरासत का गौरव : आरिफ मोहम्मद खान
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक विरासत का गौरव बताया। कहा कि ये आयोजन संपूर्ण विश्व को शांति, एकता और सेवा का संदेश देता है। उन्होंने आध्यात्मिक चिंतन और भारतीय संस्कृति पर विस्तृत चर्चा की।
प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान महाकुंभ की दिव्यता, श्रद्धालुओं की सुविधा और आयोजन की भव्य तैयारियों पर चर्चा हुई।
राज्यपाल परमार्थ निकेतन शिविर पहुंचे, जहां उन्हें स्वामी चिदानंद सरस्वती का सानिध्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर गंगा संरक्षण और वैश्विक शांति के विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। स्वामी चिदानंद ने महाकुंभ को मानवता के उत्थान का महोत्सव बताते हुए संत परंपरा की महत्ता पर प्रकाश डाला।

महाकुंभ आकर हो रहा सनातनी होने का गौरव, भारतीय अभिनेत्री और मॉडल ईशा गुप्ता ने संगम में लगाई डुबकी

प्रयागराज: भारतीय अभिनेत्री और मॉडल ईशा गुप्ता भी गुरुवार को संगम में आस्था की डुबकी लगाने महाकुंभ पहुंचीं। उन्होंने महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं को लेकर योगी सरकार की तारीफ की और कहा कि यहां आकर उन्हें सनातनी होने पर गौरव की अनुभूति हो रही है।
महाकुंभ 2025 में अपनी उपस्थिति को लेकर ईशा गुप्ता ने कहा, ‘मैं यहां एक बॉलीवुड अभिनेत्री के रूप में नहीं, बल्कि एक सनातनी के रूप में आई हूं। बॉलीवुड एक्टर्स का काम एक्टिंग करना है, लेकिन भारतीय होने के नाते यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है’।
पूरे विश्व में नहीं हो सकता इतना बड़ा आयोजन
ईशा गुप्ता ने कहा की महाकुंभ में व्यवस्था बहुत अच्छी रही है। 144 साल में यह अवसर आया है। मोदी और योगी जी ने इस आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने के लिए काफी मेहनत की है।
हर हर महादेव का नारा लगाकर चले आइए
ईशा गुप्ता ने कहा कि हम बचपन से मूवी तक में देखते रहे हैं कि यहां महाकुंभ में आकर लोग खो जाते हैं। लेकिन इस बार इतनी ऑर्गेनाइज व्यवस्था रही है कि लोग इस पर रील बनाकर प्रशंसा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि व्यवस्था इतनी सुदृढ़ है कि लोग स्वत: ही लाइन से आ और जा रहे हैं। किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है। उन्होंने अपील की कि यदि आप सनातन धर्म को फॉलो करते हैं तो हर हर महादेव का नारा लगाकर यहां चले आइए।

भारत ने इंग्लैंड को नागपुर वनडे में रौंदा, गिल-अय्यर के साथ राणा ने दिखाया कमाल

नागपुर: भारत ने नागपुर में खेले गए पहले वनडे मैच में इंग्लैंड को 4 विकेट से हरा दिया है। टीम इंडिया की जीत में सबसे बड़ा रोल शुभमन गिल ने निभाया, जिन्होंने 87 रन की पारी खेली। इसके अलावा श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने भी फिफ्टी लगाते हुए भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। टीम इंडिया की ओर से दमदार गेंदबाजी भी हुई क्योंकि हर्षित राणा और रवींद्र जडेजा ने तीन-तीन विकेट चटकाए। टीम इंडिया ने यह मैच 68 गेंद शेष रहते जीता है।
इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी थी। इंग्लिश टीम के लिए शुरुआत बहुत शानदार हुई क्योंकि पहले 8 ओवर में फिल साल्ट और बेन डकेट ने 71 रन बना डाले थे। उसके बाद इंग्लिश टीम कोई बड़ी पार्टनरशिप कर ही नहीं पाई। जोस बटलर और जैकब बैथेल ने जरूर अर्धशतक लगाए, लेकिन जो रूट और हैरी ब्रूक समेत अन्य सभी बल्लेबाज बड़ा स्कोर करने में नाकाम रहे और पूरी टीम ही 248 रनों पर सिमट गई।
भारत ने आसानी से हासिल किया लक्ष्य
जब भारतीय टीम 249 के लक्ष्य को प्राप्त करने उतरी, तो टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल सस्ते में पवेलियन लौट गए थे और 19 रन के स्कोर तक टीम इंडिया ने दोनों सलामी बल्लेबाजों का विकेट गंवा दिया था। इस बीच श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल ने कमाल की पार्टनरशिप करके एकसाथ 94 रन जोड़े। अय्यर ने मैच में 30 गेंद में फिफ्टी लगाई और मैच में उन्होंने 36 गेंद खेलकर 59 रन बनाए। अय्यर तो आउट हो गए, लेकिन दूसरे छोर पर शुभमन गिल चट्टान की तरह डटे रहे। गिल और अक्षर पटेल के बीच 107 रनों की साझेदारी हुई। पटेल 52 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।
गिल शतक तो नहीं लगा पाए, लेकिन उनकी 87 रनों की पारी ने टीम इंडिया की जीत लगभग सुनिश्चित कर दी। इंग्लैंड की ओर से साकिब महमूद और आदिल रशीद सबसे सफल गेंदबाज रहे, दोनों ने दो-दो विकेट चटकाए। उनके अलावा जोफ्रा आर्चर और जैकब बैथेल ने एक-एक विकेट लिया।

उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर सीएम योगी, भतीजी की शादी में होंगे शामिल

देहरादून : उत्तराखंड में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भतीजी की शादी की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। वहीं पौड़ी के पंचूर गांव में आज मेहंदी सेरेमनी हुई है जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। सीएम योगी की भतीजी अर्चना की 7 फरवरी को शादी होनी है। सीएम योगी आदित्यनाथ शादी समारोह में मौजूद रहेंगे। सीएम योगी का पैतृक गांव पंचूर ही है। वहीं सीएम योगी इस दौरान कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।
सीएम योगी का तीन दिनों का दौरा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भतीजी की शादी के लिए उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वह अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए पौड़ी भी जाएंगे। शादी समारोह में शामिल होने के बाद वह गांव के पास स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
पैतृक आवास जाएंगे
सात फरवरी को वह अपने पैतृक आवास पर भतीजी की शादी में शामिल होने से पहले विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह यमकेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगे, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जा रही है।
जनसभा को करेंगे संबोधित
इसके बाद वह पौड़ी के विथ्याणी गांव में गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में आयोजित किसान मेले में हिस्सा लेंगे। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी कॉलेज परिसर में 100 फीट ऊंचे तिरंगे का लोकार्पण भी करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
सीएम योगी का निजी जीवन
आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने बहुत कम उम्र में ही संन्यास ले लिया था। उस समय उनका नाम अजय सिंह बिष्ट था। सीएम योगी के कुल 7 भाई-बहन हैं। उनकी तीन बहनें और चार भाई हैं। सीएम योगी अपने माता-पिता की 5वीं संतान हैं। योगी आदित्यनाथ की तीन बहनों में से एक शशि पयाल पौड़ी गढ़वाल में भुवनेश्वरी देवी मंदिर के पास अपने पति के साथ फूल, पूजन सामग्री और खाने का छोटा सा स्टॉल लगाती हैं।
योगी आदित्यनाथ के बड़े भाई मानवेंद्र मोहन सरकारी कॉलेज में काम करते हैं। मानवेंद्र के बाद योगी आदित्यनाथ का नंबर आता है। उनके बाद उनके दो छोटे भाई शैलेंद्र मोहन और महेंद्र मोहन हैं। शैलेंद्र भारतीय सेना में हैं, जबकि महेंद्र मोहन एक स्कूल में काम करते हैं।

बसंत पंचमी पर भगवान शंकर आश्रम मसूरी ने 20 परिवारों को राशन बांटा

मसूरी(देहरादून) उत्तराखंड। देवभूमि उत्तराखण्ड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा घोषित माँ अन्नपूर्णा भंडारा कार्ड योजना के अन्तर्गत बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर फ्री राशन वितरण सम्पन्न हुआ। आज क्षेत्र के अतिनिर्धन और वंचित 20 परिवारों को फरवरी माह का मासिक घरेलू राशन वितरित किया गया।
अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री के अनुसार ट्रस्ट के अध्यक्ष और आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के निर्णय के अनुसार आश्रम द्वारा समग्र मानवता के कल्याण हेतु यह अभियान गत मार्च 2020 से संचालित है। आश्रम द्वारा संचालित मुफ़्त भंडारा कार्ड योजना के अंतर्गत आज फरवरी माह का राशन 20 परिवारों को वितरित किया गया।
गुरुदेव श्री आर्यम ने इस अवसर पर बताया कि पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। इसी दिन को बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है।
ऋग्वेद में भगवती सरस्वती का वर्णन करते हुए कहा गया है – “प्रणो देवी सरस्वती वाजेभिर्वजिनीवती धीनामणित्रयवतु।”
सरस्वती देवी परम चेतना हैं और वे हमारी बुद्धि, प्रज्ञा और मनोवृत्तियों की रक्षा करती हैं। सरस्वती देवी को ज्ञान, कला और संगीत की देवी माना जाता है। समाज के विकास ये अहम विषय हैं, ये शुद्ध और शांत वातावरण में परिष्कृत होते हैं। दान पुण्य करके हम समाज का विकास समग्रता के साथ करते हैं।
गुरुदेव आर्यम जी महाराज ने बताया कि बसंत पंचमी का दिन कृषि मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। इस अवसर पर अन्न का दान करने से हमारे अनेक अज्ञात दोषों से मुक्ति एवं माँ सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस पावन अवसर पर सभी परिवारों को कंबल भी बांटे गए।
भंडारा कार्ड धारक व्यक्तियों को दी जाने वाली सामग्री में सभी वस्तुओं की गुणवत्ता का भी ध्यान रखा जाता है। इन वस्तुओं में 15 किलो गेहूँ का आटा, 10 किलो चावल, 5 किलो चीनी, दो किलो काला चना, दो लीटर सरसों का तेल, चायपत्ती, धनिया पावडर, लाल मिर्च, हल्दी प्रत्येक 250 ग्राम, एक किलो नमक आदि प्रदान किया जाता है। अति निर्बल, बीमार और आने में असमर्थ परिवारों को राशन उनके घरों पर भी पहुँचाया जाता है। बच्चों द्वारा त्याग दिए गए वृद्ध व्यक्तियों, निराश्रित विधवाओं, बेसहारों, अपंग, बीमार और अत्यंत निर्धन व्यक्तियों के लिए यह भंडारा कार्ड योजना आश्रम की तरफ़ से संचालित है जिसे शीघ्र ही अन्य अनेक स्थानों तक विस्तारित किया जाएगा।
इस वितरण कार्यक्रम में हरीश त्यागी, सोमलता दलाल, अजय त्यागी, प्रीतेश आर्यम, संतोष, सतीश, अरविंद शर्मा, अंजलि सोनकर, रुचि, मोहित बौसारी आदि का सहयोग रहा।

गुरुदेव आर्यम को वर्ष 2025 का प्रतिष्ठित “सदभावना सम्मान” से अलंकृत किया गया

स्वतंत्रता हमारे लिए एक वरदान: आर्यम

मसूरी (देहरादून): आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में देवभूमि उत्तराखंड की तीन दशक से भी पुरानी प्रतिष्ठित संस्था सदभावना समिति ने वर्ष 2025 का सर्वोच्च सम्मान जगदगुरु आर्यम को प्रदान किया। इस अवसर पर मसूरी नगर के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मसूरी की 31 वर्ष पुरानी संस्था सदभावना समिति ने वर्ष 2025 का अपना सर्वोच्च सम्मान “सदभावना सम्मान” आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन के प्रमुख आध्यात्मिक जगद गुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम को प्रदान किया।
इस अवसर पर ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के उपरांत आर्यम जी महाराज ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारी धार्मिक और संस्कारमय स्वतंत्रता तभी सुरक्षित है जब हम लोकतंत्र के नागरिक हैं। उन्होंने युवाओं से अपनी मूल संस्कृति और सभ्यता से जुड़े रहने का आहवान किया। आर्यम जी महाराज ने सभी से देश के लिए अपने योगदान का संकल्प उठाने का आह्वान किया।
संस्था के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने सम्मान पर प्रकाश डालते हुए गुरुदेव आर्यम के सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान की भूरि भूरि प्रशंसा की। उनके साथ संस्था के संरक्षक संस्थापक अनुज कुमार तायल एवं महासचिव अरविंद सोनकर भी उपस्थित थे। समारोह में मसूरी के अनेक गणमान्य नागरिक एवं स्कूली बच्चों ने भाग लिया।

भगवान शंकर आश्रम मसूरी के मनोकामनापूर्ति तथास्तु अनुष्ठान में देश-विदेश से उमड़े श्रद्धालु

  • इस वर्ष का आर्यम प्राइज महात्मा योगेश्वर विद्या मंदिर को प्रदान किया गया 

मसूरी (देहरादून)। देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा संचालित भगवान शंकर आश्रम मसूरी में नववर्ष महोत्सव के उपलक्ष्य में मनोकामनापूर्ति तथास्तु अनुष्ठान में देश विदेश से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। सैकड़ों भक्तों ने इस अवसर पर सनातन वैदिक मंत्रों की गंगोत्री में डुबकी लगाई। भव्य मनोकामनापूर्ति तथास्तु अनुष्ठान संपन्न हुआ।समारोह में वर्ष 2024 का एक लाख रुपये मूल्य का प्रतिष्ठित “आर्यम पुरस्कार ‘ मसूरी के महात्मा योगेश्वर सरस्वती विद्या मंदिर को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक एवं आश्रम के कुलप्रमुख परमप्रज्ञ जगदगुरु प्रोफेसर पुष्पेन्द्र कुमार आर्यम जी महाराज ने हिंदू धर्म की विशालता और उसके महत्त्व को रेखांकित किया।
गुरुदेव आर्यम श्री ने बताया कि हिन्दू इकलौता धर्म है जिससे सभी धाराएं निकली हैं। हिंदू धर्म की विविधता के कारण ही कुंभ एवं अन्य हिन्दू पर्वों पर केवल देश-विदेश से लोग भव्यता एवं दिव्यता को अनुभव करने आते हैं। श्री आर्यम ने बताया कि नित्य पूजापाठ हमारे जीवन को पूर्ण रूपेण बदलने की क्षमता रखते हैं।
श्री आर्यम ने अपने भक्तों को सूत्र दिया कि आध्यात्मिकता का रास्ते चहुं ओर जाता है। आप बिना धार्मिक हुए आध्यात्मिक नहीं हो सकते हैं। जो व्यक्ति आध्यात्मिक है उसका जीवन संपूर्णता को लिए हुए है। वेदों की ऋषि ने जब प्रार्थना भी लिखी तो पूर्ण विश्व ही नहीं, बल्कि ब्रह्मांड में बस रही हर ऊर्जा के लिए लिखी।
इस अवसर पर विगत 2022 से प्रदत्त आर्यम इंटरनेशनल अवार्ड इस वर्ष महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु मंदिर को प्रदान किया गया। आर्यम इंटरनेशनल पुरस्कार के अंतर्गत सुपात्र व्यक्ति अथवा संस्था को एक लाख रुपये नकद धनराशि, अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र, रुद्राक्ष माला एवं आहरित धनराशि का प्रतिकृति चित्र प्रदान किया जाता है। विद्यालय की प्रतिनिधि मंडली इस अवसर पर उपस्थित थी। पुरस्कार प्राप्त करने के लिए अध्यक्ष मनमोहन कर्णवाल आश्रम पधारे। उनके साथ संस्था प्रतिनिधि अशोक अग्रवाल, चंद्रप्रकाश गोदियाल, यशवंत अग्रवाल भी थे। इस अवसर पर डीडी नेशनल के सीनियर एडिटर अशोक श्रीवास्तव आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। अपने संबोधन में अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि आज के युग में संस्कार क्रांति की आवश्यकता है। मनुष्यों की पहचान उनके संस्कार ही हैं। वे कितने उच्च हैं ये उनके संस्कार ही दर्शाते हैं। आप अपने धर्म में कितने संबद्ध हैं इसका प्रचार आपके संस्कारों से ही होता है।
ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि देश विदेश में गुरुदेव श्री आर्यम ही हैं जिन्होनें हिंदुत्व की धारा को उसकी संपूर्ण विविधता के साथ निभा रहे हैं। महत्वपूर्ण अवसर के मूल तत्व की पहचान करने वाले एकमात्र परमप्रज्ञ गुरुदेव श्री आर्यम ही हैं। साथ ही वे सभी ईश्वर के भक्तों को आह्वान करते हैं कि सभी वैदिक प्रार्थनाओं की ओर अग्रसारित हों।
इस समारोह में भारत के विभिन्न प्रांतों से आर्यम भक्तों ने सहभागिता की। आर्यम अनुयायी विश्व के अनेक देशों में हिंदुत्व की अलख जगा रहे हैं। स्विट्जरलैंड, मॉरीशस, दुबई, बहरीन, सऊदी अरब और लंदन के शिष्यों ने नववर्ष महोत्सव में भाग लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनील कुमार आर्य, रमन सिंह, श्वेता जायसवाल, प्रतिभा श्री, यामिनी श्री, उत्कर्ष सिंह, प्रशांत, प्रीतेश, प्रविन्द्र, देवेंद्र गोले, सुनील कुमार, प्रीतेश आर्यम, राकेश रघुवंशी, संध्या रघुवंशी, चन्द्रपाल शर्मा, सतवंत कौर, सुखजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, अविनाश जायसवाल, हर्षिता आर्यम आदि का सहयोग रहा।

भगवान शंकर आश्रम द्वारा नववर्ष के उपलक्ष्य में 21 परिवारों को राशन बाँटा

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मसूरी(देहरादून),उत्तराखंड। देवभूमि उत्तराखण्ड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम द्वारा घोषित माँ अन्नपूर्णा भंडारा कार्ड योजना के अन्तर्गत नववर्ष के प्रथम दिवस पर निःशुल्क राशन वितरण सम्पन्न हुआ। आज क्षेत्र के अतिनिर्धन और वंचित 21 परिवारों को जनवरी माह का मासिक घरेलू राशन वितरित किया गया।
अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री के अनुसार ट्रस्ट के अध्यक्ष और आश्रम के मुख्य अधिष्ठाता परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के निर्णय के अनुसार आश्रम द्वारा समग्र मानवता के कल्याण हेतु यह अभियान गत मार्च 2020 से संचालित है। आश्रम द्वारा संचालित मुफ़्त भंडारा कार्ड योजना के अंतर्गत आज जनवरी माह का राशन 21 परिवारों को वितरित किया गया।
ऐसी मान्यता है कि वर्ष के प्रथम दिन हम जो कृत्य करते हैं उसकी प्रतिछाया वर्ष भर पड़ती है। अनेकों प्रकार के संकल्प हम लेते हैं किंतु अगर हम ईश्वरीय कार्यों को करने के संकल्प ले सकें तो हमारा जीवन प्रभावशाली एवं समृद्धि की ओर अग्रसारित होगा। सब काज ईश्वर कृपा से ही संभव होते हैं, आरोग्य और प्रफुल्ता का दाता भी ईश्वर है। नव वर्ष के प्रथम दिवस पर गुरुदेव श्री आर्यम के सानिध्य में आश्रम पधारे भक्तों ने वर्ष भर के लिए पुण्य सिंचित कर लिया है।
आज के राशन वितरण में भगवान शंकर आश्रम मॉरीशस के नवीन कोजी एवं स्विट्जरलैंड जीतेश आर्यम के भी उपस्थित थे। ज्ञान और धर्म की लौ जो आज भारत में जगी है उसका प्रकाश सम्पूर्ण विश्व में प्रकाशित होगा।
भंडारा कार्ड धारक व्यक्तियों को दी जाने वाली सामग्री में सभी वस्तुओं की गुणवत्ता का भी ध्यान रखा जाता है। इन वस्तुओं में 15 किलो गेहूँ का आटा, 10 किलो चावल, 5 किलो चीनी, दो किलो काला चना, दो लीटर सरसों का तेल, चायपत्ती, धनिया पाउडर, लाल मिर्च, पिसी हल्दी प्रत्येक 250 ग्राम, एक किलो नमक आदि प्रदान किया जाता है। अति निर्बल, बीमार और आने में असमर्थ परिवारों को राशन उनके घरों पर भी पहुँचाया जाता है। बच्चों द्वारा त्याग दिए गए वृद्ध व्यक्तियों, निराश्रित विधवाओं, बेसहारों, अपंग, बीमार और अत्यंत निर्धन व्यक्तियों के लिए यह भंडारा कार्ड योजना आश्रम की तरफ़ से संचालित है जिसे शीघ्र ही अन्य अनेक स्थानों तक विस्तारित किया जाएगा।
आज के इस वितरण कार्यक्रम में अंजलि सोनकर, प्रतिभा आर्य, उत्कर्ष सिंह, प्रीतेश आर्य, संतोष, राजेश टमक, हरीश त्यागी, संजय महाजन, श्वेता जायसवाल, सुनील आर्य, जीतेश आर्यम, प्रिया कोज़ी, गिरीशा कोज़ी, आशीष कुमार पाल, सोमा कुमार, मोहित आदि का सहयोग रहा।

शंकर आश्रम मसूरी में कार्तिक पूर्णिमा पर भव्य पुष्पार्चन एवं दिव्य अग्निहोत्रम

मसूरी (देहरादून)। देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा संचालित भगवान शंकर आश्रम में कार्तिक पूर्णिमा पर भव्य महाकृपा समायोजन अनुष्ठान संपन्न हुआ। इस अनुष्ठान में देश विदेश से पधारे श्रद्धालाओं ने कार्तिक पूर्णिमा महोत्सव में सहभागिता की। लक्ष्मी विष्णु का दिव्य पुष्पार्चन एवं अलौकिक अग्निहोत्र के अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक एवं आश्रम के कुलप्रमुख परमप्रज्ञ जगतगुरु प्रोफेसर पुष्पेन्द्र कुमार आर्यम जी महाराज ने हिंदू धर्म के पर्वों और संस्कारमय परंपराओं के महत्त्व को रेखांकित किया। उन्होंने सिख पंथ के प्रथम गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर उनके योगदान को स्मरण किया ।
गुरुदेव आर्यम श्री ने बताया कि इन अवसरों पर किए गए पूजा पाठ अधिक लाभकारी एवं अच्छे भाग्य की मनोकामना पूर्ण करते हैं ।लक्ष्मी हृदय नारायण स्तोत्र से असंख्य कमल के पुष्पों से दिव्य पुष्पार्चन एवं वेद मंत्रों से अग्निहोत्रम संपन्न हुआ। आश्रम में पधारे सभी भक्तों को गुरुदेव ने अपने ज्ञान से आलोकित किया।
गुरुदेव श्री ने समझाया कि किस तरह से हमें देश भर में प्रकृति की रक्षा कर उसके हित के लिए काम करना चाहिए। विशेषकर उन्होंने आश्रम परिसर में लगे हजारों की संख्या में बांझ के वृक्ष के लाभ को रेखांकित किया। किस तरह से बांझ का पेड़ किसी उपयोगी फ़ल ना देने के बावजूद भी वो वायु को स्वच्छ बनाए रखता है और उससे बढ़कर वो वर्षा का द्योतक है। विश्व ने भी इस बात को पहचाना है और इसी बात का उपदेश दिया है। गुरुदेव ने समझाया किस तरह से आध्यात्म और प्रकृति दो समानांतर रेखाओं की भांति आगे बढ़ाते हैं। किंतु यहां ये रेखाएं एक दूसरे से जाकर मिलती हैं चूंकि आध्यात्म और प्रकृति ये दोनों ही संवेदनाओं से चलित हैं।
ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि देश विदेश में इस महत्वपूर्ण अवसर के मूल तत्व की पहचान करने वाले एकमात्र परमप्रज्ञ गुरुदेव श्री आर्यम ही हैं। साथ ही वे सभी ईश्वर के भक्तों को आह्वान करते हैं कि सभी वैदिक प्रार्थनाओं की ओर अग्रसारित हों।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनील आर्य, प्रतिभा श्री, यामिनी श्री, उत्कर्ष सिंह, प्रशांत, प्रीतेश, प्रविन्द्र, चन्द्रपाल शर्मा, हर्षिता आर्यम, अक्षिता, अक्ष आदि का सहयोग रहा।

देवभूमि उत्तराखंड में कार्तिक पूर्णिमा पर हुआ दीक्षा उत्सव संपन्न

मसूरी (देहरादून)। देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा संचालित भगवान शंकर आश्रम परिसर में कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य में हुआ दीक्षा महोत्सव।
अपने दीक्षा समारोह में देश और दुनिया से पहुँचें लोगों को उपदेशित करते हुए गुरुश्रेष्ठ ने स्पष्ट किया कि उन्होंने परम प्रज्ञ और परिमार्जित विशेष ज्ञान के प्रतीक मोरपंखी रॉयल ब्ल्यू रंग का चुनाव ही क्यों किया। गुरुदेव आर्यम जी ने बताया कि हमारे शरीर में ऊर्जा के सात पहिये हैं जिन्हें हम चक्र कहते हैं इनमें सर्वोच्च सहत्रार चक्र का रंग भी मोरपंखी नीला है। दीक्षा में चूँकि साधक का एक नया जन्म होता है और बिना बौद्धिक विकास के उसके पथभ्रष्ट होने की संभावना अधिक रहती है अतः यह रंग आत्मरूपांतरण में गेरुए से भी अधिक शुद्ध है। पूर्ववर्ती महान गुरुओं जिनमें गुरु गोरखनाथ और गुरु गोविंद सिंह जी का नाम प्रमुख हैं ने भी इस रंग का विशिष्ट प्रयोग किया था।

ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि देश विदेश में गुरुदेव आर्यम जी महाराज के सर्वाधिक दीक्षित शिष्य हैं, जो देश विदेश में विस्तारित हैं। उनके आध्यात्म का प्रकाश चहुं ओर फैल रहा है।

इस सुअवसर पर आर्यम गुरुगायत्री का भी लोकार्पण किया गया। देश विदेश से पधारे श्रद्धालाओं में से 35 नव दीक्षित, 38 मंत्र दीक्षित, एवं 110 लोगों ने शक्तिपात दीक्षा ली। जबकि पूर्ववर्ती दीक्षित संयोगियों ने शक्तिपात का अनुभव अर्जित किया। ज्ञात हो कि गुरुश्रेष्ठ आर्यम जी महाराज के पावन सानिध्य में हज़ारों हज़ार लोगों का जीवन तेज़ी से रूपांतरित हो रहा है। लोग पूर्ण समर्पण और श्रद्धा विश्वास से अपनी मूल जड़ों की और लौट रहे हैं। यज्ञ प्रार्थना हवन भजन और मंत्र सभी की जीवन शैली का अंग बन रहे हैं। लोगों का जीवन अधिक सफल, अधिक शांत अधिक समृद्ध और अधिक सुखी होता जा रहा है।
ट्रस्ट की अधिशासी प्रवक्ता माँ यामिनी श्री ने बताया कि देश विदेश में गुरुदेव आर्यम जी महाराज के सर्वाधिक दीक्षित शिष्य हैं, जो देश विदेश में विस्तारित हैं। उनके आध्यात्म का प्रकाश चहुं ओर फैल रहा है।
कार्यक्रम के आयोजन में माँ यामिनी श्री, श्वेता जायसवाल, शालिनी श्री, सुनील आर्य, प्रविंद्र, देवेंद्र, अविनाश जायसवाल, अक्षिता, अक्ष, जितेंद्र शर्मा, प्रीतेश आर्य, सरिता कृष्णे, हर्षिता आर्यम और रमन सिंह आदि का सहयोग रहा।

ग्रामीण अंचलीय पत्रकार एसोसिएशन बागपत इकाई की कार्यकारिणी को नियक्ति पत्र व आई कार्ड वितरित किए गए

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर

बड़ौत:बड़ौत नगर स्थित महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में रविवार को ग्रामीण अंचलीय पत्रकार एसोसिएशन बागपत इकाई की बैठक में पूरी कार्यकारिणी के पहचान पत्र का वितर किया गया।

ग्रामीण अंचलीय पत्रकार एसोशिएशन के पदाधिकारियों द्वारा जिलाध्यक्ष सुनील चौहान को सम्मानित करते हुए

बैठक में संगठन के राष्ट्रीय महामन्त्री हरेंद्र सिंह, राष्ट्रीय संयोजक दयाचंद वर्क, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज कलीना, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेश तोमर, प्रदेश कार्यकारिणी से धर्मपाल गिरी, विश्वबंधु शास्त्री आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए पत्रकारों की समस्याओं को उठाया एवं सभी को एकजुटता का परिचय देने के लिए निर्देशित किया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामटेक शर्मा को सभी अतिथियों ने सम्मानित किया, परिचय पत्र प्राप्त करने वाले सभी पत्रकारों ने शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया।

बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुनील चौहान व संचालन जिला महामंत्री अनिल शर्मा ने किया।
इस अवसर पर मुकेश पंवार, संदीप दहिया, डॉ राजीव गुप्ता, विकास बड़गुर्जर,अनिल शर्मा, अभिमन्यु तोमर,अमित जैन, प्रमोद पवार, सुरेन्द्र मलनिया, विजेंद्र राणा, बिजेंदर,अजमल खान, ओम दत्त शर्मा, अमित जैन, विपुल, विवेक, आकाश, विनीत आदि उपस्थित रहे।

नवांगतुक थाना अध्यक्ष का किया गया जोरदार स्वागत

फूल माला पहनकर व्यापारियों ने दी शुभकामनाएं

बागपत: पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के निर्देश अनुसार छपरौली थाने के प्रभारी निरीक्षक कुलदीप सिंह सिरोही का शुक्रवार को छपरौली थाने से बिनोली थाने में स्थानांतरित होने पर कस्बे के व्यापार मंडल के लोगों ने व थाने के समस्त स्टाफ ने विदाई समारोह का आयोजन किया व नवांगतुक थानाध्यक्ष देवेश शर्मा को बधाई देकर शुभकामनाएं दी गई।
शुक्रवार को छपरौली कस्बे के व्यापारियों ने कुलदीप सिंह सिरोही को सम्मानित कर नम आंखों से भावभीनी विदाई दी तो वहीं नवांगतुक थानाध्यक्ष देवेश शर्मा फूल माला व मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रमोद जैन ने कहा कि 11 महीने के कार्यकाल में थानाध्यक्ष कुलदीप सिंह सिरोही अपनी कार्यशैली से सबके प्रिय बन गए। इन्होंने दिखा दिया कि पुलिस व्यवस्था क्या होती है। जिनके रहते जहां अपराधियों की रूह कांपती थी वहीं आम जनमानस अपने आपको भयमुक्त महसूस कर रहा था। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय की चली तबादला एक्सप्रेस में करीब एक दर्जन थानेदारों का स्थानांतरण इधर से उधर किया गया। नवांगतुक थानाध्यक्ष देवेश शर्मा ने कहा कि आगामी त्योहार के मध्य नजर कस्बे में फुट पेट्रोलिंग व वह थाने में आने वाले हर फरियादी की समस्याओं का निष्पक्ष रूप से निस्तारण किया जाएगा।
इस अवसर पर कस्बा इंचार्ज अमित गोला, उप निरीक्षक रामकुमार, उप निरीक्षक रविंन्दी, हेमंत शर्मा, लव कुश, अंकुल, धर्मेंद्र, गायूर अली, व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रमोद जैन मोनू जैन जिनेंद्र जैन राजेश जैन आदि व्यापारी व थाने के समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।