- युवा एनसीसी कैडेट्स ने देखी स्वर्णिम विजय ज्योति, लिखेंगे भारत का स्वर्णिम इतिहास
मेरठ। आईआईएमटी यूनिवर्सिटी गंगानगर में चल रहे 22 यूपी गर्ल्स बटालियन एनसीसी मेरठ के कंबाइंड एनुअल ट्रेनिंग कैंप -263 के पांचवे दिन विश्वविद्यालय प्रांगण भारत माता की जय,वीर तुम बढ़े चलो,जय हिंद के नारों से गूंज उठा। अवसर था स्वर्णिम विजय ज्योति के आईआईएमटी विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने का जहां आयोजित भव्य कार्यक्रम में स्वर्णिम विजय ज्योति का स्वागत किया गया।
16 दिसंबर 2020 को शाम 4 बजे निकली स्वर्णिम विजय ज्योति उत्तर भारत में परमवीर चक्र और महावीर चक्र से सम्मानित शहीदों व सैनिकों के गांव-गांव घूमते हुए वापस मेरठ छावनी पहुंची है। गुरुवार को आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में युवा एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए स्वर्णिम विजय ज्योति का भव्य स्वागत किया। कैप्टन अक्षय पांडे व उनकी टीम ने कर्नल पंकज साहनी को स्वर्णिम विजय ज्योति सौंपी। भव्य कार्यक्रम में 22 यूपी गर्ल्स बटालियन के एनसीसी कैडेट व आईआईएमटी यूनिवर्सिटी व एकेडमी के विद्यार्थियों ने देशभक्ति के रंगों से ओतप्रोत रंगारंग प्रस्तुति दी।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि स्वर्णिम विजय ज्योति देश के लिये अपने प्राणों को दांव पर लगाने वाले शूरवीरों के बलिदान और गौरव का प्रतीक है। कुलाधिपति ने अपने ओजस्वी वचनों से सभी को देश के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को प्रेरित किया।
युवा एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज साहनी ने कहा की ‘स्वर्णिम विजय ज्योति’ हमारी विजय और शूरवीरों के बलिदान का प्रतीक है। कर्नल पंकज साहनी ने कहा कि वर्ष 1971 की विजय हमारा गौरव है। यह स्वर्णिम विजय ज्योति हमें उसी गौरव का एहसास दिलाती है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एचएस सिंह ने एनसीसी कैडेट्स का उत्साहवर्धन करते हुए उनके कार्य,लगन व प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम के समापन के क्रम में कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज साहनी ने आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता व कुलपति प्रो.एचएस सिंह का आभार व्यक्त करते हुए स्वर्णिम विजय ज्योति कैप्टन अक्षय पांडे को सौंपी। कार्यक्रम का ओजस्वी संचालन कैंप एजूडेट कैप्टन डा.अंजुला राजवंशी ने किया। यह स्वर्णिम विजय ज्योति अब दिल्ली की ओर रवाना होगी।