नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों का विरोध करने वाले भारत के दिग्गज पहलवानों को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। ट्विटर पर ठाकुर ने कहा कि सरकार पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘सरकार पहलवानों के साथ उनके मुद्दों पर चर्चा करने को तैयार है। मैंने एक बार फिर पहलवानों को इसके लिए आमंत्रित किया है।
इससे पहले, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ग्वालियर में मंगलवार को कहा था कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों की निष्पक्ष जांच की जाएगी। वे यहां लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे।
सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों के विरोध के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि खेल और खिलाड़ी सरकार की प्राथमिकता हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार (सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए) पहले ही एक समिति का गठन कर चुकी है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। आरोप पत्र भी दायर किया जाएगा और निष्पक्ष जांच की जाएगी। ’
एक अवयस्क समेत सात महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ये पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे। लेकिन 28 मई को नये संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर वहां महिला महापंचायत के आयोजन के लिये बढ़ने की कोशिश के बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को कानून और व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप में हिरासत में ले लिया था। उन्हें शाम को छोड़ दिया गया, लेकिन जंतर मंतर को खाली कराके उन्हें दोबारा वहां प्रदर्शन की अनुमति नहीं देने का ऐलान किया गया।
इसके बाद पहलवान 30 मई को हरिद्वार में अपने पदक गंगा में विसर्जित करने गए, लेकिन किसान और खाप नेताओं के समझाने के बाद पदक बहाये बिना लौट आये थे। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थी।