स्वतंत्रता हमारे लिए एक वरदान: आर्यम
मसूरी (देहरादून): आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में देवभूमि उत्तराखंड की तीन दशक से भी पुरानी प्रतिष्ठित संस्था सदभावना समिति ने वर्ष 2025 का सर्वोच्च सम्मान जगदगुरु आर्यम को प्रदान किया। इस अवसर पर मसूरी नगर के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मसूरी की 31 वर्ष पुरानी संस्था सदभावना समिति ने वर्ष 2025 का अपना सर्वोच्च सम्मान “सदभावना सम्मान” आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन के प्रमुख आध्यात्मिक जगद गुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम को प्रदान किया।
इस अवसर पर ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के उपरांत आर्यम जी महाराज ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारी धार्मिक और संस्कारमय स्वतंत्रता तभी सुरक्षित है जब हम लोकतंत्र के नागरिक हैं। उन्होंने युवाओं से अपनी मूल संस्कृति और सभ्यता से जुड़े रहने का आहवान किया। आर्यम जी महाराज ने सभी से देश के लिए अपने योगदान का संकल्प उठाने का आह्वान किया।
संस्था के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने सम्मान पर प्रकाश डालते हुए गुरुदेव आर्यम के सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान की भूरि भूरि प्रशंसा की। उनके साथ संस्था के संरक्षक संस्थापक अनुज कुमार तायल एवं महासचिव अरविंद सोनकर भी उपस्थित थे। समारोह में मसूरी के अनेक गणमान्य नागरिक एवं स्कूली बच्चों ने भाग लिया।