- निराश्रित गोवंश के लिए गोचर की भूमि पर उगाया जाएगा हरा चारा
- जिलाधिकारी ने गौशालाओं के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ की बैठक
- ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माणाधीन गौशालाओं का कार्य 15 दिन के अंदर शीघ्र हो पूर्ण
- सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों को किया जाए चिन्हित
ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर
बागपत: जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद में गोचर/चारागाह भूमि को अतिक्रमण से अवमुक्त कराते हुए निराश्रित गोवंश हेतु हरा चारा उगाए जाने व अस्थाई, स्थाई गौशालाओं, वृह्द गौशाला, कान्हा गौशाला के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने समस्त एसडीएम तहसीलदारों, खंड विकास अधिकारियों को 31 जुलाई से 3 अगस्त के मध्य गोचर की भूमि को चिन्हित करे और 3 अगस्त से 10 अगस्त के मध्य उन पर पिलर दिशाओं के अनुसार लगा दिए जाएं। गोचर की भूमि पर कोई भी अतिक्रमण करता है, कब्जा करता है तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही भी की जाएगी। संबंधित अधिकारी अवमुक्त गोचर लैंड को चिन्हित करते हुए कार्यवाही करें।
10 अगस्त से 15 अगस्त के मध्य गोचर की भूमि पर बाजरा, चारा लगाए जाने के भी निर्देश दिए और 15 से 20 अगस्त के मध्य पियर घास लगानी होगी, जिसे मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी स्वयं देखेंगे। गोवंश के लिए हरे चारे की नहीं होने दी जाएगी कोई कमी जिला प्रशासन ने बनाई कार्य योजना।
जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायतों में बनाई जा रही निर्माणाधीन गौशालाओं को 15 अगस्त तक शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि बिजरोल,किरठल, इब्राहिमपुर माजरा, डगरपुर की गौशालाओं का निर्माण पहुंच शीघ्र से शीघ्र हो जाए। समस्त संबंधित अधिकारी प्रतिदिन इनका पर्यवेक्षण करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण गौशालाओं को संचालित कराया जाना और उनका देखरेख करने का उत्तर दायित्व मुख्य विकास अधिकारी व शहरी क्षेत्र का अपर जिलाधिकारी का रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन दोनों नोडल अधिकारी रिव्यू करेंगे कि कितनी प्रगति गौशालाओं के निर्माण कार्य में और व गोवंश को संरक्षित करने में की जा रही है। उन्होंने कहा कि गोवंश को साफ, स्वच्छ, स्थान पर रखा जाए और उन्हें हरा चारा खल चोकर आदि दिया जाए। उन्होंने कहा कि गौशाला का कार्य करना एक पुण्य का कार्य भी है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सरकारी कार्य में अगर कोई बाधा करता है तो उसे चिन्हित करते हो उस पर कार्यवाही करें। गोवंश की सेवा में अपने दायित्व का निर्वहन अफसर शिद्दत के साथ करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एम.एल.व्यास, अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा, एसडीम खेकड़ा ज्योति शर्मा, तहसीलदार बागपत प्रसून कश्यप, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.रमेश, जिला पंचायत राज अधिकारी अमित त्यागी समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी आदि उपस्थित रहे।