Monday, April 22, 2024

सौभाग्यशाली हैं वह लोग, जिन्हें जीवन में पूर्ण सतगुरु की संगति प्राप्त है: दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान

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मेरठ: दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज द्वारा संस्थापित एवं संचालित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वाधान में रविवार 28 मई को गढ़ रोड, निकट आनंद हॉस्पिटल स्थित आदर्श पैलेस में आध्यात्मिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में ज्ञानवर्धक प्रवचनों व मधुर भजनों के माध्यम से सतगुरु की महिमा को उजागर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी आदित्यानंद द्वारा हुआ। स्वामी ने बताया की मनुष्य जीवन में आत्मजाग्रति की अनिवार्यता रही है। हम देख सकते हैं कि आज के समय में तनाव, अवसाद व टूटते रिश्तों में तेजी से वृद्धि हुई है। जिसका कारण है कि आज हम अपने मूल “ईश्वर” के साथ संपर्क खोते जा रहे हैं। आज दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान मानव को उसके मूल से जोड़ने के लिए अथक रूप से प्रयासरत है। हमारे शास्त्रों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि बाहरी व आंतरिक शांति केवल समय के पूर्ण ब्रह्मज्ञान प्रदाता गुरु की कृपा द्वारा आध्यात्मिक जागृति से ही प्राप्त की जा सकती है। क्योंकि सभी समस्याओं के मूल कारण मानव मन पर कोई भी बाहरी पद्धति नहीं अपितु केवल और केवल ब्रहमज्ञान की ध्यान साधना ही प्रभावकारी है।
संस्थान की मेरठ शाखा की संयोजिका साध्वी लोकेशा भारती ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण के कथन अनुसार, जो ईश्वर को प्राप्त कर लेता है, उसके लिए संसार में कुछ भी पाना शेष नहीं रह जाता और जो संसार को जीत कर भी ईश्वर से दूर है, वह वास्तव में कुछ भी प्राप्त नहीं कर पाता। इसलिए सौभाग्यशाली हैं वह लोग, जिन्हें जीवन में आध्यात्मिक एवं सांसारिक उत्कृष्टता तक पहुँचाने वाले दिव्यता के पुंज, समय के पूर्ण सतगुरु की संगति प्राप्त है।
मंच पर आसीन दिव्य गुरु श्री आशुतोष महारज की साध्वी शिष्याओं ने प्रेरणादायी गीतों एवं भजनों द्वारा सभी को ईश्वर की शाश्वत भक्ति की ओर अग्रसर किया। कार्यक्रम का समापन प्रभु के पावन भंडारे द्वारा हुआ, जिसे सभी ने आनंदपूर्वक ग्रहण किया।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एक अध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्थान है, जो पिछले चार दशकों से दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्ग दर्शन में अन्तराष्ट्रीय स्तर पर ब्रह्मज्ञान द्वारा विश्व शांति के महान लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कार्यरत है। संस्थान के कई सामाजिक प्रकल्प हैं, जिनमें से एक प्रकल्प के अंतर्गत भारत की जेलों में कैदियों को सुधारने का कार्य किया जा रहा है, दूसरे प्रकल्प में नेत्रहीनों को रोज़गार दिया जा रहा है तथा अन्य प्रकल्पों में नारी सशक्तिकरण, गौ संरक्षण, वातावरण संरक्षण, नशा उन्मूलन, बस्ती के बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने जैसा कार्य, विशाल स्तर पर किया रहा है”।

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