पंजाब: पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार सुबह हुई फायरिंग में सेना के 4 जवानों की मौत हो गई। ये जवान 80 मीडियम रेजिमेंट के थे। आर्मी ने कहा कि फायरिंग सुबह 4:35 बजे हुई। 4 मौतों के अलावा जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस और सेना की टीमें मिलकर इसकी जांच कर रही हैं।
इस मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने कहा कि यह घटना आतंकी हमला नहीं है। यह जवानों के बीच आपसी फायरिंग का मामला है।
सेना ने कहा कि हम सभी पहलुओं की जांच करेंगे। इसमें 2 दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब होने का एंगल भी शामिल है। पुलिस और आर्मी को शक है कि इस राइफल का फायरिंग की घटना में इस्तेमाल हो सकता है। फायरिंग के बाद से मिलिट्री स्टेशन को सील कर दिया गया है और लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है।
एशिया की सबसे बड़ी छावनी है बठिंडा कैंट
बठिंडा कैंट एशिया की सबसे बड़ी सैनिक छावनी है। इस मिलिट्री स्टेशन की बाउंड्री करीब 45 किलोमीटर की है। यहां का एम्युनिशन डिपो देश के सबसे बड़े डिपो में से एक है। मिलिट्री स्टेशन के बीच से नेशनल हाइवे 64 (बठिंडा-चंडीगढ़) गुजरता है। हालांकि इसके दोनों तरफ बाउंड्री बनाकर मिलिट्री स्टेशन को कवर किया गया है। बठिंडा में आर्मी की 10 कॉर्प्स का मुख्यालय है। इस मिलिट्री स्टेशन में बड़ी संख्या में ऑपरेशनल आर्मी यूनिट हैं।
पंजाब में आर्मी बेस पर हो चुका हमला
पठानकोट में जनवरी 2016 में जैश ए मोहम्मद ने आतंकी हमला कराया था। उसके 6 आतंकी पाकिस्तान से भारत में घुसे। वह हथियारों से लैस होकर एयरबेस में घुस गए थे। जहां अंधाधुंध फायरिंग में 7 जवान शहीद हुए थे। हालांकि आतंकियों को भी मार गिराया गया था।
वहीं गुरदासपुर में जुलाई 2015 में आतंकी हमला हुआ था। इसमें आतंकी आर्मी यूनिफॉर्म पहनकर दीनानगर पुलिस थाने में घुस गए थे। यह आतंकी लश्कर के थे, जिन्हें मार गिराया गया था।
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