ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर
बिनौली: जिवाना गुलियांन के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के 21 वें स्थापना दिवस पर मंगलवार को स्कूल में सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें स्कूल संस्थापक वयोवृद्ध महान शिक्षाविद एवं वैदिक विद्वान प्रो.बलजीत सिंह आर्य के शिक्षा के क्षेत्र में 60 वर्ष पूर्ण होने पर शिक्षकों ने उन्हें सम्मानित किया।
उप प्रधानाचार्य सुशील वत्स ने बताया कि स्कूल संस्थापक प्रो. बलजीत सिंह आर्य ने समाज सृजन का वंदनीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा महर्षि दयानंद की वैदिक विचारधारा को आगे बढ़ाया।
महान शिक्षाविद प्रो.बलजीत सिंह आर्य ने नशाखोरी, कन्याभ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, पेड़ पौधों की रक्षा कर पर्यावरण बचाओ, जल बचाओ व समाज मे फैली कुरीतियों के खिलाफ मुहिम चलाकर समाज को जाग्रत करने का काम किया और युवाओं के उत्तम चरित्र निर्माण के लिए गांव-गांव में शिविर लगाएं। सुशील वत्स ने बताया कि प्रो.आर्य ने शराब बंदी को लेकर हरियाणा में आंदोलन भी चलाया। उन्होंने वर्ष 1968 में स्वामी अग्निवेश, स्वामी इंद्रदेव, रुद्रवेश ओर स्वामी ओमानन्द के साथ मिलकर हरियाणा में शराब बंदी के लिए बड़ा आंदोलन चलाया। इस दौरान उन्होंने जगह जगह धरने प्रदर्शन, महिलाओं और ग्रामीणों को एकत्र कर शराब के ठेकों को बंद कराना, गांव गांव जाकर, सम्मेलन, गोष्ठी, बैठके, जनजागरण पद यात्राएं निकाली ओर हरस्ताक्षर अभियान चलाकर सरकार पर दबाव बनाया जिसके कारण बहुत से शराब के ठेके बंद हुए। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरुष के जीवन से हम सबको प्रेरणा लेकर समाज सर्जन के कार्य करने चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में आज उनके 60 वर्ष पूर्ण हो गये। इस उपलक्ष्य में शिक्षकों ने स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर निदेशक डा.अनिल आर्य, डा.सुनील आर्य, उपप्रधानाचार्य सुशील वत्स, नितिन शर्मा, जितेंद्र आर्य, चंद्रवीर शिवांच, सविता शिवांच, गुड़िया खोखर, मंजू तोमर, नैना गुप्ता, ऋषिपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
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