ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर
बिनौली: रंछाड़ गांव में गुरुवार को गौवंश प्रेम की मिसाल देखने को मिली। एक पालतू गाय की मौत होने के बाद ग्रामीणों ने तेरहवीं पर यज्ञ किया। इस अवसर पर हुए भंडारे में प्रसाद वितरण भी किया गया।
हमारे शास्त्रों में गाय को गौमाता का दर्जा दिया गया है। रंछाड़ गांव निवासी किसान कृष्णपाल के पास एक पालतू गाय थी। जिसकी परिवार के सभी सदस्य देखभाल करते थे। गत चार दिसंबर को 22 वर्ष की अवस्था मे गाय की मौत हो गई। जिसका ग्रामीणों ने ढोल बाजों के साथ अंतिम संस्कार किया। गाय की तेरहवीं पर पंडित मदन शर्मा के निर्देशन में वेदमंत्रों के साथ यज्ञ किया गया। जिसमें सैंकड़ों ग्रामीणों ने आहुति दी। इसके अलावा गाय के चित्र पर भी ग्रामीणों ने पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भंडारे का भी आयोजन कर प्रसाद वितरित किया गया। कृष्णपाल सिंह, एसआई ओमवीर सिंह, रविंद्र हट्टी, देशपाल, राजेश, जयप्रकाश, रामकुमार, रामबीर, राजेंद्र, सोनू, बबलू, सचिंद्र, सतेंद्र, मोनू आदि मौजूद रहे।