Thursday, January 30, 2025

नहीं रहे बागपत कुश्ती के महागुरू कृष्णपाल खलीफा

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ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर 
छपरौली: आजीवन ब्रह्मचारी रहकर हजारों पहलवानों को कुश्ती के गुर सीखाकर, देश को सोने चाँदी के तमगे दिलाकर देश का गौरव बढाने वाले बागपत जनपद के कस्बा छपरौली निवासी आर्य व्यामशाला के संचालक व कुश्ती के महागुरू कृष्णपाल खलीफा का मंगलवार को हृदय गति रूकने से निधन हो गया। उनके निधन से खेल जगत ही नहीं राजनैतिक, सामाजिक व धार्मिक (आर्य समाज) में शोक की लहर है।


कस्बा छपरौली निवासी 65 वर्षीय कृष्णपाल खलीफा सुपुत्र स्वर्गीय सुखवीर सिंह खोखर को तीन दिन पहले अचानक दिमाग की नस ब्लॉक होने पर मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सफलतापूर्वक ऑप्रेशन होने के बाद भी अचानक मंगलवार की सुबह हृदय गति में बाधा उत्पन्न हुई और चिकित्सकों ने जाँच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कुश्ती को जीवन समर्पित करने वाले कृष्णपाल खलीफा ने अपने पठ्ठों (शिष्यों) को कुश्ती के गुर सीखाकर राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र, जनपद, प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। जनपद बागपत की कुश्ती को फर्श से अर्श तक ले जाने में कृष्णपाल खलीफा ने अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया।
छपरौली नगर स्थित आर्य व्यामशाला में जनपद बागपत सहित अन्य जनपद के सैकड़ों पहलवान कृष्णपाल खलीफा के निर्देशन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। मिट्टी और गद्दों पर अन्तराष्ट्रीय मानकों के साथ कुश्ती का प्रशिक्षण प्राप्त करने वालो में सैकड़ों बेटियाँ भी शामिल है। गुरू के चले जाने के बाद प्रशिक्षण ले रहे पहलवान स्वयं को अनाथ व ठगा हुआ सा महसूस कर रहे है। कृष्णपाल खलीफा के निधन से हर कोई स्तब्ध है। कुश्ती और अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ियों, राजनेताओं, समाजसेवीयों और आर्य समाज के पदाधिकारियों ने कृष्णपाल खलीफा के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
सांसद डॉ सत्यपाल सिंह, एशिया चैंपियन रहे सुभाष पहलवान ने कृष्णपाल खलीफा, अन्तराष्ट्रीय वालिवॉल खिलाड़ी मुकेश कुमार सरोहा, अर्जुन अवॉर्डी शोकेंद्र तोमर, अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती कोच धर्मेन्द्र खोखर , सुनील राणा, वयोवृद्ध निशानेबाज दादी प्रकाशी देवी, कोच राजपाल सिंह, चेयरमैन संजीव खोखर, चेयरमैन धूमसिंह, समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय, समाजसेवी संजय राणा, डॉक्टर संजीव आर्य मुख्य संरक्षक गुरूकुल कुरुक्षेत्र, वानप्रस्ति मास्टर राजबीर तुगाना, भैयादास महाराज, सुबोध आर्य आदि ने खलीफा के निधन पर शोक व्यक्त किया।