ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर
बिनौली: तितरोदा के ओमेगा वर्ल्ड सीनियर सेकेंड्री स्कूल में सोमवार को एनवायरनमेंट एंड सोशल रिसर्च आर्गेनाइजेशन (एस्रो) के तत्वाधान में व्यवहार परिवर्तन यात्रा के अंतर्गत जलवायु परिवर्तन विषय पर विचार विमर्श गोष्ठी में छात्र छात्राओं को जागरूक किया।
गोष्ठी में 11 सितंबर 1730 को विश्व के प्रथम चिपको आंदोलन मे माता अमृता देवी सहित सभी 363 शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
इस दौरान एस्रो निदेशक एवं पर्यावरण चिंतक संजय राणा ने कहा कि मानव ने जिस विकास की राह पकड़ी है, वह राह विकास की नही विनाश की है। विकास की परिभाषा पर मानव को पुनः मंथन करना होगा। विकास वह होता है जहां मानव के साथ साथ जीव जंतु और प्रकृति भी विकास करे, मगर आज मात्र मानव ही विकास कर रहा है, बाकी प्रकृति और अन्य जीव जंतु मानव के विकास से बेहाल है। अगर मानव ने अपनी गति को धीमा नहीं किया तो पतन निश्चित है। इस दौरान उन्होंने छात्र छात्राओं से संवाद कर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संकल्प भी कराया। प्रधानाचार्य डॉ. केपी सिंह, उप प्रधानाचार्य नसीम खान, देशवीर नैन, प्रयास आदि मौजूद रहे।