“दो पशुओं की झुलसकर मौत, एक पशु गंभीर रूप से घायल”
स्योहारा। गंगाधरपुर में 11 हजार एचटी लाइन टूट कर घर पर गिरने से वहां बंधे दो पशु करंट की चपेट में आ गए। झुलसने से दोनों की मौत हो गई जबकि एक पशु गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। रात में ही एकत्र होकर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया।मामला थाना क्षेत्र के ग्राम गंगाधरपुर का है। गांव से बाहर घसीटा सिंह का पूरा परिवार रहता है। परिवार में कुल 13 सदस्य हैं। शुक्रवार की रात्रि लगभग 1 बजे उनके घर के ऊपर से गुजर रही 11 हजार एचटी लाइन का तार अचानक टूट कर गिर गया। घर के बाहर बंधे तीन पशु तारों की चपेट में आ गए। एक बैल और एक भैंसे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक बैल गंभीर रूप से घायल हो गया। पशुओं का शोर सुनकर घर के सभी सदस्य जाग गए। तारों से निकलती चिंगारी को देखकर घर में चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर पड़ोसियों ने मामले की सूचना सहसपुर फीडर पर दी। बिजली विभाग ने शटडाउन दिया, तब तारों से चिंगारी निकलनी बंद हुई। घटना के बाद एकत्र हुए लोगों ने पास जाकर देखा तो एक बैल और एक भैंसा करंट की चपेट आकर झुलसे वहीं मृत पड़े थे। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गईं। पुलिस कर्मियों के सामने ही ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की। इस पर पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कराया। पुलिस ने पशुओं के नुकसान पर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
विभाग से कई बार की शिकायत
पशु मालिक घसीटा सिंह ने बताया कि 11 हजार एचटी लाइन टूटने से दो पशु करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गईं, जिससे उसे लगभग 80 हजार का नुकसान हुआ है। जिस समय 11 हजार की लाइन टूट कर उनके घर पर गिरी, सभी सदस्य सो रहे थे। गनीमत रही कि पशुओं का शोर सुनकर वे लोग जाग गए और उन्होंने तारों से निकलती हुई चिंगारी को देख लिया। इसके बाद सभी सदस्य अपनी अपनी चारपाई पर ही बैठे रहे और लाइट के जाने तक चारपाई से नीचे नहीं उतरे, जिससे एक बड़ी घटना होने से बच गई। घरों के ऊपर से गुजरी लाइन को हटाने के लिए कई बार बिजली विभाग को सूचित किया गया है। लेकिन, इसकी कोई सुनवाई नहीं की गई। स्थानीय निवासी रामकरन सिंह ने बताया कि जिस समय ये हादसा हुआ। तब वो घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर थे और मौसम खराब होने की वजह से अपने पशुओं को घटनास्थल के पास से खोल रहे थे, तभी अचानक तार टूटा और तेज चिंगारी उठी। देखते ही देखते दोनों पशुओं ने दम तोड़ दिया और वह बाल बाल बच गए। पीड़ित घसीटा सिंह ने विद्युत विभाग से मुआवजे की मांग की है।