विकास बड़गुर्जर,सवांददाता।
बिनौली: पिचौकरा में मोहर्रम महीने की आठवीं तारीख पर इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास की शहादत को याद किया गया। इस दौरान सोगवारों ने अपने घरों में हजरत अब्बास की याद में अलम सजा और उन्हें इमामबाड़ा में ले जाकर पेश किए।
अलम एहसन रजा के घर से शुरु होकर इमामबाड़ा में बरामद हुआ। मोहर्रम में घरों व इमामबाड़ो में ‘जिक्रे शोह-दाए- कर्बला’ महफिलों का दौर जारी है। इमामबाड़े हजरात अब्बास की नज़ार की गई और हजरात अब्बास का ताबूत बेमाद हुआ और सनाजनी की गई। यह अलम हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल है। दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर अलम को इमामबाड़े में बरामद किया। इस अलम में मौजूद,मौलाना सैयद आरिफ अली, एहसन रजा, अली रजा, जगशोरण चौधरी, अमरवीर कश्यप, अलीसान, अली हैदर, मुंताजिम हैदर, मोहमद अब्बास, इंद्रपाल, भोपाल, ऊर्फ कालू, विकास प्रजापत, जिशान हैदर, बाबर रजा, नबी हैदर, अयान राजपूत मौजूद रहे।
नवासा ए रसूल हजरत इमाम हुसैन के भाई हजरत अब्बास अलमदार की शहादत मोहर्रम महीने की आठ तारीख को मनाई जाती है। मोहर्रम की यह तारीख हजरत अब्बास के नाम से मंसूब है।
Copyright 2021 @ Divyavishwas News | All Rights Reserved