- इमाम हुसैन की सवारी दुलदूल (घोड़ा) का जलूस देखने को उमड़ा जनसैलाब
बिनौली। पिचौकरा में हजरत इमाम हुसैन की सवारी दुलदूल घोड़े का जलूस परंपरागत तरीके से मोहर्म की सातवीं तारीख यानी शनिवार की शाम निकाला गया। जलूस को देखने के लिए अकीदतमंदो का भारी हंजूम उमड़ा। मुस्लिम समुदाय के साथ साथ हिंदू भाइयों ने जुलूस में शामिल होकर कौमी एकता की मिसाल कायम की। दुलदुल सवारी को जलेबी व चना की दाल खिलाकर मुराद मांगी। जलूस को शांतिपूर्वक तरीके से निबटाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकस रहा।
1857 में तत्कालीन रतन सिंह जूदेव के शासन काल में आली मकाम हजरत इमाम हुसैन की सवारी दुलदूल का जलूस निकलने की शुरुआत हुई थी। जिसे लगातार मुस्लिम समुदाय के लोग निकलते चले आ रहे है। मोहर्रम के सातवीं तारीख दिन शनिवार को शाम मुंताजिम हैदर घर से फातिहा के बाद मुख्य अतिथि सीओ बागपत डीके शर्मा व इंस्पेक्टर डीके त्यागी दुलदुल सवारी को फूलों का गजरा पहना कर शुभारंभ किया। इमाम हुसैन की सवारी दुलदूल घोड़ा मुंताजिम हैदर के निवास से असन रजा के घर होता हुआ वापस जलूस के साथ इमामबाडा में समापन हुआ। इस मौके पर मंडल मंत्री भाजपा अमरवीर कश्यप, मुंताजीम हैदर, जगशोरण चौधरी, जिशान हैदर, अली रजा, अली हैदर, मोसिन, मोहमद अब्बास, बाबर रजा, अजादर हैदर, हुसैन हैदर, सलीम अख्तर, जिया हैदर, शाहनवाज हुसैन आदि मौजूद रहे।