स्वास्थ्य विभाग में घोटालों की भरमार, अधिकारियों के लिए दौलत बेशुमार

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नजीबाबाद। नजीबाबाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोल्ड चैन हैंडलर के कार्य के लिए नियुक्त नजीबाबाद निवासी नीरज कुमार के कार्य का विभागीय अधिकारी द्वारा पैसा हजम कर लिया गया लेकिन उसके द्वारा तमाम शिकायतों के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही उसको पैसा प्राप्त हुआ।
नजीबाबाद के मोहल्ला पाईबाग निवासी रामरिख सिंह के पुत्र नीरज कुमार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नजीबाबाद पर तैनात मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉ. एसके निराला द्वारा तहसील क्षेत्र में पोलियो वैक्सीन पहुंचाने व पोलियो वैक्सीन के खाली डिब्बे एकत्रित कर पीएचसी नजीबाबाद पर पहुंचाने के कार्य के लिए नियुक्त किया। नीरज कुमार अपने इस कार्य को बखूबी अंजाम देता रहा। उसके द्वारा अप्रैल 2022 तक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन अच्छी तरह से किया गया। टीकाकरण हो गया। नीरज कुमार ने हमारे मंडल प्रभारी संजय जैन को बताया कि टीकाकरण वैक्सीन के परिवहन के लिए लगभग विभाग द्वारा ₹350000 उसे मिलने थे जो कि आज तक नहीं मिले। जिसके लिए उसने जिलाधिकारी बिजनौर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिजनौर व मुख्यमंत्री पोर्टल पर लिखित में शिकायत कर पैसा दिलाने की मांग की। मार्च 2022 से लेकर अब तक अनेक बार शिकायत करने व अनेक बार संपर्क करने के बावजूद उसको कोई पैसा नहीं मिला। नीरज कुमार का कहना है कि इस पैसे को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नजीबाबाद पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी (एचइओ) पद पर तैनात विभागीय अधिकारी द्वारा आहरित कर लिया गया लेकिन उसे नहीं दिया गया और संपूर्ण राशि का घोटाला कर लिया गया है।
नीरज के पास घोटाले के ऑडियो वीडियो साक्ष्य उपलब्ध
विशेष बात यह है कि शिकायतकर्ता नीरज कुमार के पास मनोज सिंह के द्वारा आहरित किए गए पैसे के घोटाला करने के सबूत के रूप में ऑडियो वीडियो साक्ष्य मौजूद हैं। नीरज कुमार मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिजनौर डॉ. विजय कुमार गोयल व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार को अपने पास उपलब्ध सभी साक्ष्य दिखा चुके हैं। लेकिन उनकी बात कोई सुनने को तैयार नहीं। कुछ पैसे की खनक के सामने नहीं सुन रहे तो कोई मजबूरीवश नही सुन रहे।
टीकाकरण वैक्सीन के परिवहन के व वैक्सीन लगाने वालों के मानदेय के लिए 13 मई 2021 को ₹63000, 23 नवंबर 2021 को ₹156420, 23 नवंबर 2021 को ही ₹140000, नवंबर 2021 में ही कोविड 19 वैक्सीन के परिवहन के लिए व वैक्सीन लगाने वालों के मानदेय के लिए ₹200930, 14 मार्च 2022 को 91450 रुपए वैक्सीन की परिवहन व टीकाकरण करने वाले कर्मियों के मानदेय के रूप में आए। इसमें से नीरज कुमार का ₹360000 के लगभग भुगतान बनता है।
रिश्वत लेने की वीडियो वायरल होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
एचईओ मनोज सिंह के द्वारा भुगतान करने के एवज में ₹100000 की रिश्वत मांगी गई। दोनों के बीच 50000 मैं सौदा पट जाता है। जिसमें से आधी ₹25000 देते हुए नीरज कुमार ने मनोज सिंह की वीडियो बना ली और उस वीडियो को वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही तहलका मच गया।
विशेष बात यह है कि शातिर दिमाग मनोज सिंह ने वीडियो के वायरल होते ही अगले दिन ही पत्रकारों को बुलाकर अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि वीडियो में जो भुगतान दिखाया जा रहा है वह मेरे द्वारा नीरज कुमार को किया जा रहा है न कि नीरज कुमार द्वारा मुझे रिश्वत दी जा रही है। आश्चर्यजनक बात यह है कि वीडियो में केवल फोटो नहीं अपितु नीरज कुमार और मनोज सिंह के बीच की वार्ता भी शामिल है। जिसमें बिल्कुल साफ शब्दों में पता चलता है कि रिश्वत का पैसा लिया जा रहा है।
इस संबंध में जानकारी करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी भेजना एक मार्गो से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने आज भी फोन उठाना गवारा नहीं समझा।

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