मेरठ: अपना दल (एस) के तत्वावधान में मंगलवार को पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जीम खाना स्थित अपार चैम्बर में राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती बड़ी धूमधाम में मनाई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सचिव अजीत बैंसला व अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुधीर पंवार एडवोकेट ने की।
वक्ताओं ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राजमाता अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई 1725 में महाराष्ट्र में अहमदनगर के गांव चौंढी के एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम मनकोजी शिन्दे था। ये माता-पिता की इकलौती पुत्री थीं। अहिल्याबाई होल्कर ने सदैव अपने राज्य एवं वहां के लोगों के हित में ही कार्य किया। वे मालवा प्रांत की महारानी थी। उन्होंने समाज सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
इनका विवाह अल्पायु में ही मराठा क्षेत्र के महान योद्धा होल्कर वंशीय राज्य के संस्थापक मल्हारराव होल्कर के पुत्र खंडेराव के साथ हुआ। महज 29 साल की उम्र में इनके पति का निधन हो गया। 1766 में इनके ससुर मराठा योद्धा मल्हारराव होल्कर का निधन होने के बाद शासन की बागडोर संभाली। लेकिन शासन संभालने के एक साल बाद ही इनके पुत्र मालेराव का निधन हो गया। बाद में पुत्री मुक्ता भी मां को अकेला छोड़कर चल बसी। राजमाता ने राज्य की सीमाओं के बाहर भी अनेक सामाजिक कार्य किये। कई मंदिर, घाट, कुएं, भूखे लोगों के लिए भोजनालय, प्याऊ का निर्माण करवाया तथा शिक्षा पर जोर दिया। राजमाता अहिल्याबाई ने कानून में बदलाव करते हुए विधवा महिला को अपने पति की संपत्ति लेने का हकदार बनाया तथा शिक्षा पर जोर दिया। अहिल्याबाई होल्कर की मृत्यु 13 अगस्त 1795 को नर्मदा तट पर स्थित महेश्वर के किले में हुई।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव अजीत बैंसला, जिलाध्यक्ष सुधीर पंवार, वीरेंद्र चौधरी, अलका पटेल, कृपाल सिंह, सुनील गुप्ता, इमरान राणा, आरती लोधी, चिरंजीव सैनी, मुनेश पटेल, मुरारीलाल, बलिचंद पाल, कुंवर जहीर अहमद, शमशुद्दीन अब्बासी, रविंद्र कुमार, गुलवीर जाटव, पंकज वर्मा, अभिषेक रस्तोगी,चतरसैन आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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