Thursday, January 23, 2025

सजल बागपत अभियान के अंतर्गत 10 गांव में चलाया गया श्रमदान अभियान

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  • जल संरक्षण है मेरा सपना, सजल बने बागपत अपना
  • जिलाधिकारी ने मिशन मोड में चलाया सजल बागपत अभियान
  • गांव-गांव जाएंगे, जल संरक्षण अपनाएंगे
  • बच्चे, बूढ़े और जवान, सफल बनाए सजल बागपत अभियान।
  • बुढ़ेडा नाले के जीर्णोद्धार के लिए अधिकारियों व उनके स्टाफ सहित 1800से अधिक लोगों ने किया श्रमदान

बागपत। वर्षा की हर एक बूंद को सहजने और जल संरक्षण कर जनपद का जल स्तर ऊंचा उठाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी राज कमल यादव ने जनपद में सजल बागपत अभियान का शुभारंभ बुढ़ेडा के नाले को चिन्हित कर 3 मई 2022 को नगला जाफराबाद में किया था, जिससे पानी का स्तर बढ़ सके और जनपद में पानी की कोई कमी ना रहे। सजल बागपत अभियान को निरंतर आगे बढ़ाए जाने के लिए जिलाधिकारी ने रविवार को जनपद में 10 गांव में श्रमदान कार्यक्रम नगला जाफराबाद ,चोपड़ा महेशपुर, बसौद ,गौसपुर, डोला ,हिसावदा, दौलतपुर ,सैदपुर, कहरका ,हरसिया ग्रामों में अभियान चलाया गया, जिन पर जिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी ने निरंतर प्रत्येक पॉइंट पर अभियान में लगे समस्त श्रमिकों को मोटिवेट किया और उनका हौसला अफजाई की। जिलाधिकारी ने स्वयं भी फावड़ा चला कर श्रमदान किया। उन्होंने कहा हम जल बना नहीं सकते लेकिन बचा जरूर सकते हैं। यह अभियान जनपद के लिए वरदान साबित होगा जिससे कि जनपद में जल संरक्षण कर जनपद का जल स्तर ऊंचा हो सके और सजल बागपत अभियान के माध्यम से लोगों को भी जल का सदुपयोग करना जल को व्यर्थ न करना जल की जागरूकता के उद्देश्य से आदि कार्यक्रम भी जनपद में चलाए जाएंगे। इस श्रमदान अभियान में अधिकारी व उनके स्टाफ सहित 1800 से अधिक लोगों ने श्रमदान किया। यह अभियान जनपद में निरंतर संचालित रहेगा। जब तक हर व्यक्ति पानी की महत्ता को नहीं समझेगा।
जिससे आसपास के गांव को इसका लाभ प्राप्त होगा और किसानों को सिंचाई करने के लिए अवसर भी प्राप्त होंगे। बुढ़ेडा नाला हिंडन नदी से जाकर मिलता है जो कुछ स्थानों पर साफ-सफाई ना होने के कारण चोक हो गया था। रविवार को उसकी श्रमिकों व जेसीबी के माध्यम से झाड़ झंकार की सफाई कराई गई जिससे कि बरसात ऋतु में नाले में पानी आ सके और आसपास के तालाबों में नाले के माध्यम से पानी जा सके जिससे कि जनपद का जलस्तर उठ सके। इस नाले को और आसपास के तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य मिशन अभियान के रूप में निरंतर जारी रहेगा। बुढ़ेडा नाले , तालाबों की खुदाई का कार्य व उनकी समस्त टीम में इस अभियान को मिशन के रूप में चलाया गया।
जिलाधिकारी ने कहा जिन 10 गांवो से बुढ़ेडा नाला होकर निकलता है उन गांवों के तालाबों का भी जीर्णोद्धार किया जायेगा जिसके लिए जिलाधिकारी ने मौके पर ही खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया। जिससे कि जनपद में पानी का संकट ना आये और वाटर लेवल बना रहे और तालाब पुनर्जीवित हो सके।
बुढ़ेडा नाला 7 से 10 मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है तथा इस नाले के दोनों तरफ व्रहद वृक्षारोपण भी किया जाएगा जिसमें छायादार वृक्ष फलदार वृक्ष रोपित किए जाएंगे, जिससे कि जनपद में और अधिक से अधिक वृक्षारोपण हो सके। नाले की खुदाई से कम से कम 20 किलोमीटर लंबी वाटर रेंज मिलेगी, जिससे बरसात के समय में जनपद में एक अच्छा जल संरक्षण कर सकेंगे तथा जिसमें जगह-जगह से आवागमन का भी रास्ता भी दिया जा रहा है और इस नाले के माध्यम से 15 से 20 गांवों के किसानों को सिंचाई करने के भी अवसर प्राप्त होगे ।
जिला अधिकारी के नेतृत्व में नाले के जीर्णोद्धार कार्यक्रम में एनजीओ ग्रामीण एवं पर्यावरण विकास संस्थान डोला बागपत के सचिव कृष्ण पाल, अपर जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता उत्कर्ष, लघु सिंचाई के सहायक अभियंता विपिन त्यागी, कृषि उपनिदेशक प्रशांत कुमार, जिला गन्ना अधिकारी अनिल भारती, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र सिंह, अधीक्षण अभियंता विद्युत रणविजय सिंह सहित आदि अधिकारी कर्मचारियों ग्राम प्रधानों ने सजल बागपत अभियान के अंतर्गत बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और श्रमदान किया।