Friday, January 24, 2025

समानता पूर्वक जन सेवा ही मानव मिलन का उद्देश्य: डा.मणिभद्र मुनि

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नहटौर। अज्ञात अत्याचार और अभाव से विकल मानवता के लिए सही मुद्दा सहयोग,समन्वय और चिंतन के आधार पर बिना किसी धर्म,जाति,समाज अथवा देश के भेद के समानता पूर्वक जन सेवा ही मानव मिलन का उद्देश्य है। आज सीमाये लांघकर पुरे विश्व को एक होते हुए आपस में लड़ने की बजाय भूख, प्राकृतिक आपदाओ से निपटने के लिए मंथन करने की आवश्कता हे।
यह बात अंतर्राष्ट्रीय मानव मिलन के संस्थापक नेपाल केसरी डा. मणिभद्र मुनि महाराज ने यहां जैन मंदिर में पहुंचने पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही। आपको बता दें कि पिछले 12 वर्षों से सर्वोदय शांति पदयात्रा के जरिए पैदल ही भ्रमण पर निकले जैन मुनि मणिभद्र शुक्रवार को धामपुर से होते हुए नहटौर दिगम्बर जैन मंदिर पहुंचे। उन्होंने कहा कि अपने संयमकाल में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लगभग संपूर्ण भारत वर्ष के साथ ही भूटान नेपाल आदि में वह अब तक करीब 85 हजार किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके हैं। वें जगह-जगह पर वचनों के माध्यम से भेदभाव दूर कर उसे एकजुटता एवं शांति,सद्भभावना का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ज्ञान,अत्याचार और अभाव से विकल मानवता के लिए सहिष्णुता संयोग,समन्वय से चिंतन के आधार पर बिना किसी धर्म,जाति,समाज अथवा देशभक्त के समानता पूर्वक जनसेवा ही मानव मिलन का उद्देश्य है। अनंत अनैतिकता और अनाचार के कारण आज जो विकृतियां मानव को पंगु बनाए हुए हैं,उनका परीक्षण कर नैतिकता और सदाचार के आलोक में मानव मूल्यों के विकास की बलवती आकांक्षा को लेकर मालम मिलन की स्थापना हुई है। विज्ञान और तकनीकी विकास ने परमाणु बम जैसे विनाशक सच तो दिए किंतु भूख अशिक्षा रोग भय से जूझते मानव के लिए कुछ नहीं दिया। आज आवश्यकता इस बात की है कि वर्गगत सभी सीमाओं को लांघकर हम एक मंच पर एकत्र हो और गंभीरता से विचार करें कि हम अपने लिए कैसा वर्तमान व भविष्य चाहते हैं। मुनि महाराज ने बताया कि यह यात्रा पोखरा नेपाल से शुरू होकर नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों में सत्संग करते हुए 1 अप्रैल नेपाल के महेंद्र नगर से भारत के बनबसा में प्रवेश हुई। वहां से शुरू होने के बाद खटीमा, सितारगंज,नैनीताल,बाजपुर, काशीपुर,जसपुर, धामपुर होते हुए नहटौर जैन मंदिर पहुँचे है। जिसके बाद बिजनौर व उसके बाद 24 अप्रैल को मुजफ्फरनगर पहुचेंगे। वहां पर जीव दया अस्पताल का उद्घाटन महाराज के सानिध्य में किया जाएगा। उनके साथ विराग जैन मुनि महाराज भी मौजूद रहे। जहाँ पर जैन मंदिर प्रबंधक राजीव जैन,अखिल भारतीय जैन अल्पसंख्यक महासंघ नगर अध्यक्ष ऋषभ जैन,पंकज जैन गैस वाले,नितिन जैन,निकुंज जैन आदि मौजूद रहे।