Thursday, January 23, 2025

मनुष्य की बुराई को सुधारने के लिए हुआ हनुमान जी का जन्म : अरविंद

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बागपत। नगर के पक्का घाट स्थित परशुराम भवन में चल रही श्री हनुमान कथा में मंगलवार को श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी। जगदगुरु शंकराचार्य इंद्रप्रस्थ पीठाधीश्वर कृष्णा स्वरूप महाराज के शिष्य महामंडलेश्वर मुनि सूरज स्वरूप महाराज के सानिध्य में चल रही हनुमान कथा में हनुमान जी के जन्म का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। अंजनी मां के हुयो लाल भजन पर झूम-झूम कर भक्तों ने जन्म की बधाईयां गायी।
कथा व्यास अरविन्द ओझा ने हनुमत कथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हनुमान जी भगवान शिव के अंश है, इसलिए उनके जीवन में हमे शिव के समान सरलता, सहजता व सजगता (क्रोध) तीनों दिखाई देते है।
कहा कि भगवान श्री राम अपनी जननी जन्मभूमि और अपने धाम के लोगों को बहुत प्यार करते है और हमे संदेश देते है कि हमें भी अपने गांव को तीर्थ समझना चाहिए। कथा व्यास ने ग्राम कांवी के लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि हमारा गांव हमारा तीर्थ है,इसलिए हमें अपने गांव की नित्य प्रभात फेरी निकालनी चाहिए। हनुमान जी का जन्म संसार के मनुष्यों की बुराइयों को सुधारने के लिए हुआ और भगवान श्री राम का जन्म संसार के मनुष्यों को भवसागर से तारने के लिए हुआ है, इसलिए हनुमान जी सुधारते है और श्री राम तारते है। कथा में देव मुनि महाराज, रणपाल, सुरेश गुप्ता, राजपाल शर्मा, राधेश्याम शर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य जयपाल शर्मा आदि मौजूद थे।