- लाक्षागृह पर चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का शुभारंभ
बिनौली: बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानंद संस्कृत विद्यालय गुरुकुल परिसर में रविवार को आठ दिवसीय चतुर्वेद पारायण महायज्ञ का शुभारंभ हुआ।
महायज्ञ के ब्रह्मा आचार्य गुरुवचन शास्त्री ने वेदोपदेश देते हुए कहा कि ऋषियों की वैदिक विचारधारा को आत्मसात करने से मनुष्य लक्ष्य को प्राप्ति हो सकती है। यज्ञ हमारे लिए सर्वोपरि विधान है। यज्ञ ही जीवन है। यज्ञ संपूर्ण ब्रह्मांड का आयतन है। यज्ञ की वैज्ञानिक व आधयात्मिक उपयोगिता को जानकर जीवन मे क्रियान्वित करने पर ही मानव कल्याण संभव है। मुख्य अतिथि भारत सरकार के उपक्रम टीसीआईओएल के सीएमडी संजीव कुमार ने कहा कि पुनीत कार्य करने से ही जीवन सुखमय बन सकता है। आचार्य अरविंद शास्त्री, सोमदत्त भारद्वाज, सुनील शास्त्री, आचार्य गंगाशरण, रविदत्त शास्त्री, रोहित शास्त्री आदि विद्वानों ने भी वेदोपदेश दिया। प्रातः पराग शहकारी दुग्ध संघ सभापति योगेंद्र सिंह ने ओम पताका का आरोहण कर महायज्ञ का शुभारंभ किया। बीएसएनएल पूर्व जीएम चंद्रहास दलाल, दिल्ली न्यायालय न्यायधीश राजीव मेहरा, डा.अनिल चौहान, राजपाल त्यागी, यशोधर्मा सोलंकी, कपिल शास्त्री, अशोक चौहान पानीपत आदि ने भाग लेकर पुण्यार्जन किया।