प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने सांसदों और बीजेपी संगठन से जुड़े आला नेताओं को बजट की खूबियां बताईं। हालांकि अब बीजेपी ने अपने सांसदों से अपील की है कि वे बजट की खूबियों के बारे में लोगों को बताएं।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश किया। जहां एक ओर तमाम बीजेपी नेता इस बजट की प्रशंसा कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टियों में इस बजट को लेकर काफी नराजगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने सांसदों और बीजेपी संगठन से जुड़े आला नेताओं को बजट की खूबियां बताईं। हालांकि अब बीजेपी ने अपने सांसदों से अपील की है कि वे बजट की खूबियों के बारे में लोगों को बताएं।
सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि पीएम मोदी द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं को लंबे बजट की व्याख्या के बाद,पार्टी ने अब अपने सांसदों से कहा है कि वे 5 और 6 फरवरी को केंद्रीय बजट 2022-23 के बारे में लोगों को बताएं। पीएम मोदी ने बुधवार को गरीबों,मध्यम वर्ग और युवाओं को लाभान्वित करने वाले इस केंद्रीय बजट की खासियत पर प्रकाश डाला था। केंद्रीय वित्त निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट (2022-23) पेश किया था,जिसपर राजनीतिक नेताओं समेत तमाम लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली।
‘आत्मनिर्भर भारत की नींव पर आधुनिक भारत का निर्माण’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा,ये समय नए अवसरों का है,नए संकल्पों की सिद्धि का समय है। बहुत जरूरी है कि भारत आत्मिनिर्भर बने और आत्मनिर्भर भारत की नींव पर एक आधुनिक भारत का निर्माण हो। उन्होंंने कहा कि अब करीब 9 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है। इसमें से करीब 5 करोड़ से ज्यादा पानी के कनेक्शन जल जीवन मिशन के तहत पिछले 2 वर्षों में दिए गए हैं। बजट में घोषणा की गई है कि इस साल करीब 4 करोड़ ग्रामीण घरों को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा।
बजट से नाराज विपक्ष,सरकार पर साधा निशाना
गौरतलब है कि विपक्षी पार्टियां बजट से बिल्कुल खुश नहीं है। उनका कहना है कि बजट में सैलरीड क्लास, मिडिल क्साल, गरीबों और वंचितों, युवाओं, किसानों और एमएसएमई सेक्टर के लिए कुछ नहीं दिया गया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बजट की आलोचना करते हुए कहा कि इस बजट में किसी के लिए कोई खास उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन के छलावे की ही तरह यह बजट भी छलावा है। किसानों और मिडिल क्लास को राहत के लिए कुछ नहीं दिया गया है, यह बहुत चिंता की बात है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना काल में लोगों को बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार से कोई आश्वासन नहीं मिला है। आम जनता को मायूस किया गया है। महंगाई को कम करने के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है।
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