यूपी विधानसभा चुनाव: बीएसपी ने चार जिलों के लिए जारी की आठ प्रत्याशियों की लिस्ट, जानिए किसे कहां से मिला टिकट

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बीएसपी चीफ मायावती

उत्तर प्रदेश में हो रहे चुनाव के लिए आज बीएसपी ने आठ प्रत्याशियों की सूची जारी की है। पार्टी ने चार जिलों में प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए आठ प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है। बीएसपी ने पीलीभीत, सीतापुर, हरदोई और उन्नाव सीट के लिए आठ प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगाई है। अपनी लिस्ट में बीएसपी ने एक मुस्लिम और एक ब्राह्मण समेत आठ लोगों को टिकट दिए हैं। वहीं बीएसपी चीफ राज्य में पहले चरण के मतदान से पहले 2 फरवरी को आगरा में चुनावी रैली को संबोधित कर सकती हैं।
राज्य में हो रहे चुनाव के लिए आज बीएसपी ने आठ प्रत्याशियों की सूची जारी की है। पार्टी ने चार जिलों में अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। पार्टी ने पीलीभीत जिले की पीलीभीत जिले में पीलीभीत सीट पर मुश्ताक अहमद,बरखेड़ा से मोहन स्वरूपवर्मा और पूरनपुर सुरक्षित सीट से अशोक कुमार राजा को टिकट दिया है। जबकि सीतापुर जिले से सेवटा से आशीष प्रताप सिंह, सिधौली (सुरक्षित) सीट से पुष्पेन्द्र कुमार, हरदोई से शोभित पाठक और उन्नाव जिले की मोहान (सुरक्षित) सीट से सेवक लाल रावत और भगवंतनगर से वृजकिशोर वर्मा को टिकट दिया है।
बीएसपी ने पहले चरण में बदले थे सात प्रत्याशी
वहीं पिछले दिनों ही बीएसपी प्रमुख मायावती ने यूपी चुनाव के पहले चरण के लिए बाकी पांच सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की और सात सीटों पर प्रत्याशियों को बदला था। बीएसपी ने पहले चरण के लिए कुल 12 उम्मीदवारों की घोषणा की और इसके तहत शामली- थाना भवन, मेरठ शहर, बागपत, गाजियाबाद साहिबाबाद और बुलंदशहर के लिए प्रत्याशियों का ऐलान किया।
आगरा में 2 फरवरी को चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगी मायावती
हालांकि राज्य में चुनाव आयोग ने रैलियों और सभाओं पर बैन लगाया है। लिहाजा बीएसपी ने अगले महीने से चुनाव प्रचार करने का फैसला किया है। इसके तहत दो फरवरी को कोठी मीणा बाजार मैदान में बीएसपी प्रमुख की पहली जनसभा कर सकती हैं। चुनाव आयोग ने 31 जनवरी तक रैलियों और सभाओं पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं चुनाव आयोग की 31 जनवरी को बैठक होगी। जिसमें प्रतिबंध को खत्म करने और जारी रखने को लेकर फैसला किया जा सकता है। असल में अन्य दलों द्वारा चुनाव प्रचार अभियान को तेज कर दिया गया है। लेकिन बीएसपी अभी चुनाव प्रचार से दूर है। हालांकि पिछले दिनों ही मायावती ने दावा किया था कि पार्टी जमीनी स्तर पर प्रचार कर रही है और मीडिया की सुर्खियों से दूर है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता से दूर है।

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