Thursday, January 23, 2025

विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए बनेगा अलग अस्पताल, नए वेरिएंट के खतरे के बीच योगी सरकार ने दिखाई सख्ती

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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के आइसोलेशन के लिए जिलों में अलग से एक कोविड अस्पताल बनाए जाने का निर्देश दिया गया है।
लखनऊ: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट कर दी गई हैं। खासकर, विदेश से आने वाले यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को लेकर सभी जिलों को आदेश जारी कर जरूरी तैयारियों करने के निर्देश दिए गए हैं। एयरपोर्ट वाले जिलों में एक कोविड अस्पताल को खासतौर से इन अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के आइसोलेशन सेंटर के रूप में तैयार करने को कहा गया है।
डीजी हेल्थ डा. वेद व्रत सिंह ने कहा कि अभी तात्कालिक तौर पर यूरोप समेत 10 देशों से आने वाले यात्रियों का आरटीपीसीआर अनिवार्य किया गया है। यह बोट स्वाना, दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, ब्राजील, बांग्लादेश, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, बेल्जियम हैं। यहां से आने वाले यात्री टेस्ट में निगेटिव होने पर भी 10 दिन होम आइसोलेशन में रहेंगे। इनकी कोविड कंट्रोल रूम से निगरानी होगी। लक्षण होने पर दोबारा जांच की जाएगी। वहीं, पॉजिटिव मिलने पर जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट भी किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
कोविड के नए वेरिएंट को लेकर शुक्रवार को केंद्र से प्राप्त नए दिशा-निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार ने सोमवार को भी सभी जिलों को आदेश जारी किया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को देर शाम सभी मंडलायुक्त, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मंडलीय अपर निदेशक, सभी डीएम और सीएमओ को भेजे पत्र में जोखिम की श्रेणी में शामिल देशों को लेकर खास चौकसी के निर्देश दिए हैं। एयरपोर्ट वाले जिलों में एक कोविड अस्पताल को खासतौर से इन अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के आइसोलेशन सेंटर के रूप में तैयार किया जाएगा।
जीव-जन्तुओं के अस्तित्व के साथ खिलवाड़ बनेगा भीषण संकट का कारण: सीएम योगी
इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि मनुष्य यदि अपने अस्तित्व को बचाने के लिए शेष जीव-जन्तुओं के अस्तित्व के साथ खिलवाड़ करेगा, तो यह खिलवाड़ एक दिन उसी के लिए भीषण संकट का कारण बनेगा, इसलिए जीव-जंतुओं के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व होना चाहिए।