- जिला महिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में लगाया गया स्टॉल
मेरठ। “परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी, जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली” स्लोगन के साथ जनपद में सोमवार को खुशहाल परिवार दिवस मनाने के साथ ही पुरुष नसबंदी पखवाड़े का शुभारंभ किया गया। सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ाने पर सरकार का पूरा जोर है। इसीके चलते जिला महिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में सोमवार को साझा प्रयास द्वारा सुरक्षित गर्भ समापन को लेकर स्टॉल लगाया गया तथा एमटीपी एक्ट,परिवार नियोजन और सुरक्षित गर्भ समापन के बारे में जानकारी दी गई। परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डा.पूजा शर्मा ने बताया कि सोमवार को खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन के साथ ही पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़े का उद्देश्य पुरुष नसबंदी के बारे में समाज को जागरूक करना है।
डा.पूजा शर्मा ने बताया पुरुष नसबंदी एक मामूली सी शल्य क्रिया है। इसका लाभार्थी के स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता। उन्होंने कहा-महिला नसबंदी के मुकाबले पुरुष नसबंदी अधिक सुरक्षित होती है,लेकिन पुरुष कुछ भ्रांतियों के चलते इस मामले में महिलाओं से पीछे रहते हैं। परिवार नियोजन के मामले में पुरुषों को भी महिलाओं के कंधे से कंधा मिलाकर बढने की जरूरत है। उन्होंने कहा हर माह की 21 तारीख को मनाए जाने वाले खुशहाल परिवार दिवस का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक तौर पर परिवार नियोजन व परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जागरूकता बढ़ाना है। इस मौके पर सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। डा.पूजा ने जिला महिला चिकित्सालय में साझा प्रयास द्वारा स्टॉल लगाकर सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन के प्रति जन जागरण के प्रयास को काफी सराहार। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के प्रति जागरुकता हेतू प्रचार-प्रसार में साझा प्रयास का विशेष योगदान मिल रहा है।