मेरठ। दिवाली के बाद एक्यूआई लेबल बढ़ने से जिले की आबोहवा जहरीली हो गई है। आलम यह है कि कई बार दिन में भी शहर की कई सड़कों पर धुंध छाई रहती है। जिसके चलते प्रदूषण से निपटने के लिए अधिकारियों ने अब सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
सोमवार को बातचीत के दौरान डीएम के.बालाजी ने बताया कि प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली रोड स्थित ऐसी पांच फैक्ट्रियों को सील किया गया है, जिनसे उठ रहा काला धुआं जिले की हवा को जहरीली बना रहा था। इसी के साथ-साथ स्मॉग और प्रदूषण से निपटने के लिए नगर निगम की टीम द्वारा जिले में पानी का छिड़काव और अन्य सहयोगी संस्थाओं द्वारा एंटी स्मॉग गन से प्रदूषण कंट्रोल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में पॉल्यूशन के पॉइंट को चिन्हित करते हुए इस विषय में तक कदम उठाए जा रहे हैं। पॉल्यूशन का मुख्य कारण जाम भी है। जिससे निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ थानों की पुलिस को भी मुस्तैद किया गया है। उन्होंने बताया कि नगर निगम की टीम को सड़क किनारे इकट्ठी होने वाली डस्ट को समाप्त करने के लिए पर्याप्त मात्रा में बजट भी जारी किया जा रहा है। इसी के साथ कोल्हू में टायरों और रबड़ जलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है। डीएम के.बालाजी ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल खेतों में धान और गेहूं की पराली जलाने के मामलों में काफी गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकारी किसानों से बातचीत करते हुए पराली जलाने पर भी काफी हद तक अंकुश लगा चुके हैं।