बसपा मुखिया मायावती बोलीं- सरकार आने पर बदले की भावना से नहीं रोकेंगे सरकारी योजनाएं

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बसपा सुप्रीमो मायावती कांशीराम की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम से शनिवार को मायावती ने प्रदेश में औपचारिक रूप से अपना चुनावी अभियान भी शुरू कर दिया है। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अब बसपा शासन को याद कर रही है।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपने अभियान का आगाज कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्य तिथि पर लखनऊ के कांशीराम स्मारक स्थल में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के साथ ही समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि चुनाव आयोग से चुनावी सर्वे पर रोक लगाने की मांग करूंगी। 6 महीने पहले सर्वे पर रोक लगे।
लखनऊ में कांशीराम की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम से शनिवार को मायावती ने प्रदेश में औपचारिक रूप से अपना चुनावी अभियान भी शुरू कर दिया है। इस कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अब बसपा शासन को याद कर रही है। यहां पर जनता ने भारतीय जनता पार्टी के साथ ही समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस का नाटक देख लिया है। हमारी पार्टी के लोग भी इनके नाटकों तथा हथकंडों से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2007 में बसपा की बहुमत की सरकार थी। हमने उत्तर प्रदेश को बेहतरीन कानून व्यवस्था दी थी। उन्होंने कहा कि मेरी उत्तर प्रदेश की जनता से अपील है कि भाजपा के पक्ष में मतदान कर अपना वोट खराब न करें।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनने पर इस बार सबसे ज्यादा जोर यहां के गरीब और सभी बेरोजगार नौजवानों को रोटी-रोजी के साधन उपलब्ध कराने पर होगा। इस बार यही हमारी पार्टी का मुख्य चुनावी मुद्दा भी होगा। केन्द्र और राज्य की जो भी योजनाएं चल रही हैं उन्हें बदले की भावना से रोका नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा, सपा तथा कांग्रेस वोट के लिए जनता से वादे कर रही हैं जो हवा हवाई है। उनमें रत्तीभर भी दम नहीं है। सभी विरोधी पार्टियां चुनावी घोषणापत्रों में प्रलोभन भरे चुनावी वादे करने वाली हैं।
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा प्रमुख पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं को इस साल कांशीराम की पुण्यतिथि बड़े पैमाने पर मनाने के निर्देश दिए थे। मायावती ने सभी 75 जिलों के कार्यकर्ताओं को लखनऊ आने के लिए कहा थी। इसी कारण उनकी सभा में बड़ी भीड़ जुटी। कोरोना महामारी के बाद बसपा की लखनऊ में यह सबसे बड़ी सभा होगी।
प्रदेश में प्रबुद्ध सम्मेलन के दौरान बसपा प्रमुख मायावती ने एलान किया था कि इस बार 9 अक्टूबर को बसपा संस्थापक कांशीराम पुण्यतिथि का कार्यक्रम जिला और मंडल स्तर पर कोई पार्टी स्तरीय आयोजन नहीं होगा। प्रदेश भर का कार्यक्रम लखनऊ में आयोजित किया जाएगा, जहां प्रदेश भर के लोग आकर कांशीराम पार्क में कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।

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