Thursday, January 23, 2025

जिलाधिकारी ने विकास कार्यों व 50 लाख से अधिक निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक

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  • गरीब जनता की सेवा और उनके हितों की रक्षा के लिए अधिकारी अपने दायित्वों का करे निर्वहन
  • बैठक में तैयारी के साथ आये अफसर, अधूरी जानकारी के साथ बैठक में ना आये अफसर
  • कार्यलय अध्यक्ष अपने अधीनस्थों को योग्यता के अनुसार कार्यो का करे विभाजन
  • जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी को जिलाधिकारी ने दी प्रतिकूल प्रविष्टि
  • सड़कों पर गोवंश मिले तो अधिशासी अधिकारी व खंड विकास अधिकारी होंगे जिम्मेदार

बागपत: जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार को विकास भवन सभागार में मुख्यमंत्री के सर्वोच्च प्राथमिकता कार्यक्रमों व अन्य विकास कार्यक्रमों, निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने 50 लाख से अधिक लागत के निर्माणधिन परियोजनाओं की प्रगति के संबंध में संबंधित कार्यदाई संस्था के साथ भी बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 50 लाख से अधिक लागत से निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। जनपद में 40 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है जिसमें 13 कार्यदाई संस्था कार्य कर रही हैं जिनकी कुल स्वीकृत लागत 182.692 करोड़ है। कुल मिली धनराशि 128.719 करोड़ कुल व्यय धनराशि 88.008 करोड़। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जिस विभाग कि जो परियोजना है, संबंधित अधिकारी भी उस परियोजना की निगरानी करें और जिलाधिकारी को अवगत कराएं, जिससे कि कार्य गुणवत्ता के साथ समय अंतर्गत पूर्ण हो सके। राजकीय निर्माण निगम के डिजाइन में व गंभीर अनियमितता मिलने पर उनके लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यदाई संस्थाओं को अपने कार्य को साफ, ईमानदारी व गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शासन की जो मनसा है उसके अनुरूप अधिकारी कार्य करें। कार्यों में किसी भी हाल में लापरवाही ना करें। अधिकारी के कार्यालय से जनता के प्रति फीडबैक अच्छा आना चाहिए। अधिकारी के पास शिकायतकर्ता की कोई शिकायत आई है और उसका निस्तारण किया गया है तो उन्हें फोन करके भी अवगत कराया जाए जिससे कि शिकायतकर्ता संतुष्ट होना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा हम सभी सरकारी सेवक गरीब जनता की सेवा और उनके हितों की रक्षा के लिए आए हैं। हमें जो दायित्व मिले हैं, उनका ईमानदारी के साथ शत-प्रतिशत निर्वहन करें और कार्य को मन लगाकर करें। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैठक में तैयारी के साथ आएं, जिन अधिकारियों की तैयारी ना हो ऐसे अधिकारी बैठक में ना आए। अपने विभाग की योजनाओं के प्रति अलर्ट रहें। उदासीनता व लापरवाही करने वाले अधिकारियों को चिन्हित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने नक्शे का सही से प्रस्तुतीकरण ना करने पर और जनपद की स्थिति से संतोषजनक उत्तर नहीं बताने पर कार्यों में लापरवाही प्रतीत होने पर जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्राउंड लेवल पर कर्मचारियों की निगरानी की जाए, क्या वे जनता के बीच में जा रहे हैं या नहीं कैसा कार्य कर रहे हैं। इस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि सीएचओ ग्राउंड लेवल पर क्या कार्य कर रहे हैं, इसकी मॉनिटरिंग की जाए। अनुपस्थित चिकित्सक पर रखी जाए निगरानी और उन्हें चिन्हित कर उन पर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। अपने विभाग की सूचना सही से नहीं दे पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.महावीर, अधीक्षण अभियंता विद्युत सुनील, प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज साहू आदि से उनके कार्यों में लापरवाही प्रतीत होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारी को उनकी योग्यता के अनुसार कार्य का विभाजन करें जिससे कि कार्य में तीव्रता आए और कार्य को सरलता के साथ कर लिया जाए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी डॉक्टर पंकज वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी एम.एल.व्यास, परियोजना निदेशक विद्या नाथ शुक्ल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.महावीर, कृषि उपनिदेशक प्रशांत कुमार , जिला गन्ना अधिकारी अनिल भारती सहित संबंधित आदि अधिकारी उपस्थित रहे।