लखनऊ: लखनऊ में जब गैंगस्टर संजीव जीवा की कोर्ट में दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या की गई, तब कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गई और जिसको जहां जगह मिली।।।वह वहीं छुप गया।वहीं संजीव जीवा पर जब गोली चली, तब एक गोली डेढ़ वर्षीय बच्ची को भी जा लगी।उसका इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है। उससे मिलने आज सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे।
दरअसल, गोलियों की तड़तड़ाहट जब कोर्ट परिसर में सुनाई दी, तब बच्ची की मां नीलम ने मासूम बच्ची को तुरंत अपने गोद से उठाकर खड़ी होकर भागना चाहा।इसी दौरान बच्ची को एक बुलेट लग गई।कोर्ट परिसर में जब गोलियां चल रहीं थी तो उस वक्त बच्ची अपनी मां की गोद में थी।हालांकि गोली सीधे बच्ची को नहीं लगी।
पहले मां के हाथ में लगी गोली, फिर बच्ची को
गोली पहले बच्चे की मां नीलम की उंगलियों पर टकरा उसे चीरती हुई फिर जाकर बच्ची को लगी।शायद इसी के कारण गोली की रफ्तार धीमी पड़ गई और बुलेट की फोर्स कम होने पर बच्ची को जब गोली लगी, तब वहां सिर्फ रो रही थी…पर जीवित थी। बच्ची की मां नीलम को यह अंदाजा नहीं था कि उसकी बच्ची को भी गोली लगी है।
क्योंकि गोली नीलम की हाथों की उंगलियों को चीरते हुए निकली थी लेकिन जब मां ने अपनी बच्ची को बचाने के लिए इधर उधर भाग कर एक कोने में खड़ी हुई तब उसने देखा कि उसकी बेटी के शरीर से भी खून निकल रहा है। यह देखकर मां चीख चीत्कार और मदद की गुहार लगाने लगी।
इसके बाद पुलिस और अधिवक्ताओं की मदद से बच्ची और उसकी मां को बलरामपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मलहममपट्टी और प्राइमरी ट्रीटमेंट कर बच्ची और उसकी मां का प्रारंभिक उपचार किया और फिर बच्ची को केजीएमयू ट्रामा सेंटर ले जाने को कहा गया।बिना देर किए बच्ची को केजीएमयू ट्रामा सेंटर ले जाया गया।
यहां पर मासूम बच्ची को इमरजेंसी सर्जरी यूनिट में एडमिट किया गया और वहां उसका उपचार शुरू हुआ।वहीं इस मामले में केजीएमयू ट्रामा सेंटर के चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट संदीप तिवारी ने बताया कि बच्ची को सीने के राइट पार्ट में कंधे के नीचे गोली लगी थी, जिसकी सर्जरी करके बुलेट को बाहर निकाल दिया गया है, उसे आईसीयू यूनिट में रखा गया है।
क्यों कोर्ट आई थी नीलम?
7 जून को लखनऊ के बख्शी का तालाब की रहने वाली नीलम अपने ससुर और पति के साथ केस के मामले में एससी-एसटी कोर्ट आई हुई थी। नीलम और उनका परिवार बीकेटी के भैसामाउ गाजीपुर गांव के रहने वाले हैं और उसका पड़ोसी वैजनाथ से रास्ते को लेकर कुछ विवाद हो गया था।
इसके बाद पड़ोसी बैजनाथ ने जगदीश और उनके बेटे सौरभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था और इसी मामले में कल 7 जून को तारीख लगी हुई थी।जगदीश के साथ उनका लड़का सौरव, बहु नीलम और डेढ़ वर्षीय पोती लक्ष्मी उर्फ लाडू कोर्ट आई हुई थी।नीलम के पिता चंद्रेश भी साथ में आए हुए थे।
परिवार कोर्ट रूम के बाहर बरामदे में बैठकर अपनी पेशी के बारी का इंतजार कर रहा था, इधर इंतजार करते-करते नीलम की मासूम बच्ची मां के गोद में ही सो गई और तभी फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें नीलम की हाथ की उंगलियों को चीरते हुए गोली बच्ची को जा लगी। हालांकि बच्ची अब स्टेबल है।
बच्ची से मिलने पहुंचे सीएम योगी
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज लखनऊ के केजीएमयू ट्रामा सेंटर पहुंचकर मासूम बच्ची का हाल जाने। सीएम योगी ने इमरजेंसी सर्जरी यूनिट के डॉक्टरों से बच्ची के स्वास्थ्य का जायजा लिया और डॉक्टरों को बच्ची स्वास्थ पर कड़ी निगरानी के साथ लापरवाही ना बरतने के निर्देश दिए।
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