मसूरी (देहरादून)। आर्यम इंटरनेशनल फाउंडेशन के तत्त्वावधान में संचालित भगवान शंकर आश्रम, मसूरी में ज्येष्ठ पूर्णिमा के उपलक्ष्य में ज्येष्ठा नक्षत्र के शुभ वेला में, 21 जून 2024 को अभिजीत मुहूर्त में परमप्रज्ञ जगद्गुरु प्रोफेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के सान्निध्य ललिता सहस्त्रनाम पुष्पार्चन संपन्न हुआ।
इस अवसर पर दस महाविद्या में से पाँचवीं शक्ति भुवनेश्वरी की प्राण प्रतिष्ठा की गई। ट्रस्ट के अधिश्वासी प्रवक्ता मां यामिनी श्री ने बताया कि आर्यम जी महाराज विश्व के पहले ऐसे आध्यात्मिक गुरु हैं जिन्होनें दस महाविद्या में से एक देवी भुवनेश्वरी से संबंधित प्राण प्रतिष्ठा विधि की बाबत श्रद्धालुओं को दीक्षा दी। इस अवसर पर कमल, गेंदे एवं गुलाब के पुष्पों से दिव्य पुष्प अर्चन किया गया। इस अनुष्ठान में देश भर से 120 भक्तों ने भाग लिया।
आर्यम जी महाराज ने कामख्या में आयोजित होने वाले अम्बुवाची पर्व के बारे में अपने शिष्यों को पूर्ण जानकारी दी। अनुष्ठान के बाद भोजन प्रसादम की व्यवस्था आश्रम की ओर से की गई। गुरुदेव आर्यम जी महाराज अपने शिष्यों को अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी में भी अपने घरों में स्वयं अपने आचार्य बनकर परमार्थ के रास्ते पर निरंतर चलते रहने हेतु प्रेरित करते हैं।
आश्रम प्रबंधन समिति की ओर से सुनील आर्य, प्रतिभा श्री, प्रशांत, हर्षिता आर्यम, श्वेता जायसवाल, उत्कर्ष सिंह, और रमन सिंह आदि का विशेष योगदान रहा।
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