Monday, January 27, 2025

साधना से होगा मनुष्य का कल्याण:सिद्धगुरु

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नीलकंठ आश्रम में अथर्ववेद पारायण महायज्ञ का शुभारंभ

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर 

बिनौली: जिवाना के नीलकंठ आश्रम में रविवार को प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय अथर्ववेद पारायण महायज्ञ का वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ शुभारंभ हुआ। स अवसर पर श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए नीलकंठ आश्रम पीठाधीश सिद्धगुरु महाराज ने कहा कि गुरु परमात्मा की शक्ति से ही श्रेष्ठ कर्म करने का सौभाग्य मिलता है। भौतिकवाद को त्याग कर योग और साधना की ओर चले। जो निरंतर साधना करता है, मंत्रों के प्रभाव से उसके मन और आत्मा में पवित्रता आ जाती है। वह शुभ कर्म करते हुए परसेवा में लीन हो जाता है। शुभ व श्रेष्ठ कर्म करने वाले मनुष्य का जीवन सुखमय बन जाता है। यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य अमित शास्त्री ने कहा कि अथर्ववेद का मानव जीवन मे बड़ा योगदान है। संचित कर्मों के आधार पर मानव जीवन मिलता है। तन्मय मधोलकर सपत्नीक यज्ञमान रहे। आचार्य अंकुर भारद्वाज ने भी वेदोपदेश दिया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेणू धामा सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुति देकर पुण्यार्जन किया।