Wednesday, April 24, 2024

अधिकारों से न हो वंचित आधी आबादी, संकल्प लिया

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  • वंचित समाज महिला और बच्चों के अधिकारों पर कार्यशाला का आयोजन

मेरठ: एसोशिएशन फार एडवोकेसी एंड लीगल इनिशिएटिव्स ट्रस्ट (आली) लखनऊ की ओर से सोमवार को महिला के अधिकारों को लेकर मेरठ जिले के अधिवक्ताओं के साथ कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें मुख्य रूप से कोरोना संक्रमण काल में महिला पर हिंसा के मामले पर चर्चा की गई।
आली संस्था से आईं अपूर्वा श्रीवास्तव ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। बताया कि संस्था विगत 24 वर्षों से लगातार वंचित समाज महिला और बच्चों के अधिकारों पर काम रही है। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें निश्शुल्क लीगल मदद भी आली की तरफ से की जाती है। उन्होंने कहा कि यह कारवां तभी आगे बढ़ेगा जब अधिवक्ता वर्ग मिशन के तहत इस अभियान से जुड़े। बैठक में अधिवक्ताओं ने भी वंचित समाज महिला को उनकी कानूनी मदद का भरोसा दिया। बाद में सभी तय किया कि किसी भी स्थिति में आधी भाबादी अपने अधिकारों से वंचित न हो वे सभी यह संकल्प लेते हैं।
मेरठ कचहरी के महिला अधवक्ता कक्ष में सोमवार को आयोजित इस कार्यशाला में पर्सनल ला और फैमिली कोर्ट की भूमिका पर चर्चा करते हुए अधिवक्ताओं ने कुछ मामलों का उदाहरण देते हुए आ रही दिक्कतों के बारे में बताया। इस पर आली संस्था की अपूर्वा श्रीवास्तव और दिशा सेवा संस्थान के निदेशक अमित मोहन कहा कि सही मायने में कानून का बेहतर इस्तेमाल करना ही अधिवक्ता को और लोगों के पेशे से अलग करता है। वास्तव में वंचित समाजा महिला और बच्चों के मामले में अधिक सतर्कता और ईमानदारी की जरूरत होती, यदि अधिवक्ता चाहें तो कानून का सही इस्तेमाल कर वास्तविक पीड़ित की मदद कर सकते हैं। अपूर्वा ने बताया कि मेरठ में आली संस्था की केस वर्कर के रूप में दिशा सेवा संस्थान की कार्यक्रम निदेशक दमयन्ती गुप्ता कार्य कर रही हैं। साथ ही उन्होंने इस कार्यशाल के सफल आयोजन के लिए दमयन्ती गुप्ता और कार्यशाल के संयोजक अधिवक्ता शिवम गुप्ता को धन्यवाद दिया। इस मौके पर दमयन्ती गुप्ता ने कहा कि वास्तव में जो दिखता है वह होता नहीं है, समाज में महिलाओं की स्थिति धरातल पर अलग है,अभी उन्हें और सशक्त करने की जरूरत है। कार्य़शाला के समापन पर भारतीय दलित विकास संस्थान के अध्यक्ष डा.चरण सिंह लिसाड़ी ने भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए वर्तमान सरकार बहुत कुछ कर रही है। सरकार ने महिलाओं की सुविधा के लिए थानों में पिंक बूथ खोले हैं, जिससे पीड़ित महिला अपनी शिकायत अच्छे से बताए और उस पर समय रहते काम हो,वंचित समाज महिला को उचित न्याय की दिशा में बड़ा कदम है। आली संस्था और अधिवक्ता इस क्षेत्र में और बेहतर तरीके से कार्य कर सकते हैं। इस मौके पर रेखा त्यागी, महक राजपूत, सीता श्रीवास्तव, प्रवीन कौशिक, विनीत जैन, रजत वशिष्ट, हिमाशु अग्रवाल, सुंदर यादव,लक्ष्मी हल्द्वानी, प्रेमलता आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।

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