Tuesday, April 23, 2024

हमारी संस्कृति पूरे विश्व में नंबर वन : संत गुरमीत

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Shani Deshwal is tech blogger and journalist by passion with an experience of 7 years in the industry. He is very always ready to find new things to learn and R&D to produce something new and interesting.

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर

बरनावा:डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा में सोमवार को संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां ने देश-विदेश की साध-संगत से ऑनलाइन रूबरू होकर दर्श-दीदार दिए।

हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में स्थित डेरा सच्चा सौदा के आश्रमों, नामचर्चा घरों और विदेशों में बैठी साध-संगत ने संत गुरमीत राम रहीम के अनमोल वचनों को पूरी श्रद्धाभाव से श्रवण किया। इस अवसर पर राजस्थान के श्रीगंगानगर, मेरठ, करनाल व डेरा सच्चा सौदा सांझा धाम मलोट में संत गुरमीत राम रहीम ने हजारों लोगों की बुराईयां व नशा छुड़वाया और उन्हें गुरुमंत्र प्रदान किया। गुरमीत राम रहीम ने

फरमाया कि समय हमेशा से कीमती रहा है। किसी को बचपन में अहसास हो जाता है, वह बहुत ही भाग्यशाली है। कोई जवानी में अहसास कर लेता है, वो भी भाग्यशाली है। कोई अधेड़ अवस्था में एहसास कर लेता है, वो भी अच्छा है। कोई बुर्जुग अवस्था में जाकर एहसास करता है। ना से तो वो भी अच्छा है।

देश की महान संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भारत का कल्चर पूरे विश्व से अलग है और हमारी संस्कृति
नंबर वन है। हमने पूरी दुनिया को अपना कल्चर सिखाना है। उनके कल्चर में पड़कर गंद नहीं बनना। कभी ऐसा जमाना भी था जब लोग हमारे देश में पढऩे आया करते थे। नालंदा यूनिवर्सिटी में विदेशों के बच्चे पढऩे के लिए आते थे। हमारा रूपया सबसे आगे था। इसलिए भारत को सोने की चिडिय़ा कहा जाता था। हमारे देश को सोने की चिडिय़ा बनाने वाले हमारे वशंज ही है। फिर क्यों हम अपनी संस्कृति को छोड़कर दूसरों की संस्कृति को फोलो कर रहे है। क्यों अपनी संस्कृति छोड़कर दूसरों की संस्कृति की तरफ बढ़ते जा रहे है। एक दिन पूरा विश्व हमारी संस्कृति का कायल होकर रहेगा।

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