Wednesday, April 24, 2024

प्रदेश सरकार के आदेश को लगा रहे अधिकारी पलीता, नहीं कर रहे कार्रवाई

Must read

भगवान महावीर स्वामी जयंती पर श्रद्धालुओं ने विधान में की भगवान की पूजा अर्चना

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बिनौली:भगवान महावीर स्वामी की जयंती पर रविवार को बरनावा के चंद्र प्रभू दिगम्बर जैन मंदिर में विधान का आयोजन कर श्रद्धालुओ...

जयंत चौधरी के रोड शो का बरनावा बिनौली में ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बिनौली:राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद जयंत चौधरी ने रविवार को विजय के शक्ति रथ पर सवार होकर...

शराब तस्कर पर बिनौली पुलिस की बड़ी करवाई

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बिनौली:थाना बिनौली के शेखपुरा वन्य क्षेत्र में काफी समय से अवैध शराब बेचने का कार्य कर रहे एक शराब तस्कर को...

आयुक्त व आई जी ने किया मतदान केंद्रों का निरीक्षण

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बागपत-लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, सकुशल ,संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से मेरठ मंडल मेरठ मंडल आयुक्त सेल्वा...
  • झोलाछाप एमबीबीएस की डिग्री किराए पर लेकर चला रहे हैं नर्सिंग होम

नगीना। समाजसेवी मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर अलग-अलग दो शिकायतें दर्ज करा कर झोलाछाप द्वारा एमबीबीएस की डिग्री किराए पर लेकर आलीशान नर्सिंग होम चलाने एवं अवैध कॉलोनियों व सरकारी भूमि पर किए गए अवैध कब्जे हटवा कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
स्थानीय मौहल्ला शाहजहीर निवासी समाजसेवी मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज करा कर प्रदेश के तेजतर्रार व इमानदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा है कि बिजनौर जनपद के शहर नगीना मैं पिछले काफी समय से झोलाछाप एमबीबीएस एमडी समेत उच्च डिग्रीया किराए पर लेकर नगर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आलीशान नर्सिंग होम चला रहे हैं। जिन पर डिग्री धारी चिकित्सकों के बड़े-बड़े आकर्षक फ्लेक्स बोर्ड लगे हैं। जिन पर सभी सुविधा और 24 घंटे उपलब्ध होना भी लिखा हुआ है लेकिन जिन डिग्री धारी चिकित्सकों के नाम बोर्ड पर लिखे हैं उनके मोबाइल नंबर नहीं दिए गए हैं। फ्लेक्स बोर्ड को देखकर क्षेत्र के भोले भाले रोगी एवं प्रसव कराने वाली महिलाएं अपना उपचार कराने के लिए वहां पहुंच जाते हैं। बताया जाता है कि उक्त झलाछाप ही जच्चा बच्चा ऑपरेशन के साथ साथ पित्त की पथरी का ऑपरेशन, पेट में रसौली का ऑपरेशन भी झोलाछाप ही कर रहे हैं। जिनके ऑपरेशन और उपचार से दर्जनों रोगी और जच्चा-बच्चा मौत का शिकार हो रहे हैं। घटित घटना को लेकर तीमारदार झोलाछाप और नर्सिंग होम के विरूद्ध भारी हंगामा कर उनके विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा देते हैं। लेकिन बाद में मृतकों के परिजनों को भारी प्रलोभन देकर समझौता कर देते हैं। इस संबंध में समय-समय पर सीएमओ बिजनौर एवं क्षेत्र के नोडल अधिकारी से लिखित और मौखिक शिकायतें की जाती रही हैं लेकिन दोनों ही स्वास्थ्य अधिकारी अवैध वसूली केे चलते झोलाछाप चिकित्सकोंं के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि कोतवाली देहात क्षेत्र के एक एमबीबीएस पति पत्नी है जो दो लाख रुपए में छह माह तक अपने डिग्री और अपना नाम किराए पर देकर उनका धंधा चलवा रहे हैं। झोलाछाप के बोर्ड पर नाम बदल कर लिखाया गया है ताकि चालाक किस्म के चिकित्सक पकड़ में न आ सकें। समाजसेवी ने प्रदेश के तेजतर्रार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से झोलाछाप के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग की क्योंकि जिससे भोले-भाले लोगों के जीवन से खिलवाड़ ना हो।
उधर एक अन्य शिकायत में समाजसेवी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश शासन द्वारा सरकारी आराजी को कबजा मुक्त कराने के आदेश दे रखे हैं और जगह-जगह अधिकारी सरकारी आराजी एवं अवैध कॉलोनियोंं पर बुलडोजर चलवा कर बाबा की ओर से कब्जा मुक्त करा रहे हैं,लेकिन यहां अनगिनत अवैध कॉलोनियों का कटान जारी है। इनके अलावा पालिका की बेशकीमती जमीन जिन पर भू-माफिया के साथ-साथ नगर क्षेत्र के लोगों ने उन पर अपने आवाश बना कर अवैध कब्जा जमाया हुआ है। जिसके संबंध में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को भली-भति जानकारी है। यहां तक कि सिंचाई विभाग की टीम नगीना घनी आबादी से होकर बह रही प्राचीन नहर पर भी दबंग किस्म के लोगों ने नहर के ऊपर पाटकर बड़े-बड़े पुल और पुलिया का निर्माण करा कर व्यक्तिगत लाभ उठा रहे हैं। जिसकी अनेक मर्तबा शिकायत की गई,लेकिन शिकायत पर स्थानीय और जिला प्रशासन कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि जनहित में नहर के ऊपर पुल, पुलिया 1 किलोमीटर की दूरी पर दूसरी पुलिया का निर्माण कराया जा सकता है। लेकिन यहां तो 10 से 15 मीटर की दूरी पर कई पुल और पुलिया का निर्माण करा लिया गया है, लेकिन नहरवाई विभाग आंखें मूंदे नहर के उपर पुल और पुलिया के रूप में अतिक्रमण होता देख रहा है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो सिर्फ नहर के ऊपर पुल और पुलिया का निर्माण होने से प्राचीन नहर का नामोनिशान खत्म हो जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से पुलिया को तुड़वाने की मांग की है।

Latest News