Wednesday, April 24, 2024

पीएम मोदी ने देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाने का दिया मंत्र, कहा- 75 वर्षों में हमने सिर्फ अधिकारों की बात की, कर्तव्यों को भूलने से कमजोर हुआ भारत

Must read

भगवान महावीर स्वामी जयंती पर श्रद्धालुओं ने विधान में की भगवान की पूजा अर्चना

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बिनौली:भगवान महावीर स्वामी की जयंती पर रविवार को बरनावा के चंद्र प्रभू दिगम्बर जैन मंदिर में विधान का आयोजन कर श्रद्धालुओ...

जयंत चौधरी के रोड शो का बरनावा बिनौली में ग्रामीणों ने किया जोरदार स्वागत

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बिनौली:राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद जयंत चौधरी ने रविवार को विजय के शक्ति रथ पर सवार होकर...

शराब तस्कर पर बिनौली पुलिस की बड़ी करवाई

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बिनौली:थाना बिनौली के शेखपुरा वन्य क्षेत्र में काफी समय से अवैध शराब बेचने का कार्य कर रहे एक शराब तस्कर को...

आयुक्त व आई जी ने किया मतदान केंद्रों का निरीक्षण

ब्यूरो चीफ, विकास बड़गुर्जर बागपत-लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, सकुशल ,संपन्न कराए जाने के उद्देश्य से मेरठ मंडल मेरठ मंडल आयुक्त सेल्वा...

पीएम मोदी ने कहा, आज हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिसमें भेदभाव की कोई जगह न हो, एक ऐसा समाज बना रहे हैं, जो समानता औऱ सामाजिक न्याय की बुनियाद पर मजबूती से खड़ा हो।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ब्रह्मकुमारी संस्था के द्वारा ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’, कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है।हमें ये भी मानना होगा कि आजादी के बाद के 75 वर्षों में, हमारे समाज में, हमारे राष्ट्र में, एक बुराई सबके भीतर घर कर गई है।ये बुराई है, अपने कर्तव्यों से विमुख होना, अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि ना रखना।
आज हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिसमें भेदभाव की कोई जगह न हो, एक ऐसा समाज बना रहे हैं, जो समानता औऱ सामाजिक न्याय की बुनियाद पर मजबूती से खड़ा हो, हम एक ऐसे भारत को उभरते देख रहे हैं, जिसकी सोच और अप्रोच नई है, और जिसके निर्णय प्रगतिशील हैं। इस कार्यक्रम में स्वर्णिम भारत के लिए भावना भी है, साधना भी है। इसमें देश के लिए प्रेरणा भी है, ब्रह्मकुमारियों के प्रयास भी हैं।
महिलाओं के बलिदान को किया याद
पीएम मोदी ने आगे कहा, दुनिया जब अंधकार के गहरे दौर में थी, महिलाओं को लेकर पुरानी सोच में जकड़ी थी, तब भारत मातृशक्ति की पूजा, देवी के रूप में करता था। हमारे यहाँ गार्गी, मैत्रेयी, अनुसूया, अरुंधति और मदालसा जैसी विदुषियाँ समाज को ज्ञान देती थीं।कठिनाइयों से भरे मध्यकाल में भी इस देश में पन्नाधाय और मीराबाई जैसी महान नारियां हुईं। और अमृत महोत्सव में देश जिस स्वाधीनता संग्राम के इतिहास को याद कर रहा है, उसमें भी कितनी ही महिलाओं ने अपने बलिदान दिये हैं।कित्तूर की रानी चेनम्मा, मतंगिनी हाजरा,रानी लक्ष्मीबाई, वीरांगना झलकारी बाई से लेकर सामाजिक क्षेत्र में अहल्याबाई होल्कर और सावित्रीबाई फुले तक, इन देवियों ने भारत की पहचान बनाए रखी।
पीएम मोदी ने कहा, हमें अपनी संस्कृति,अपनी सभ्यता, अपने संस्कारों को जीवंत रखना है, अपनी आध्यात्मिकता को, अपनी विविधता को संरक्षित और संवर्धित करना है, और साथ ही, टेक्नोलॉजी, इनफ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन, हेल्थ की व्यवस्थाओं को निरंतर आधुनिक भी बनाना है।अमृतकाल का ये समय, सोते हुए सपने देखने का नहीं बल्कि जागृत होकर अपने संकल्प पूरे करने का है।
‘हम सभी मिलकर देश को कर्तव्य पथ पर बढ़ाएंगे आगे’
पीएम मोदी ने कहा,आने वाले 25 साल,परिश्रम की पराकाष्ठा, त्याग, तप-तपस्या के 25 वर्ष हैं। सैकड़ों वर्षों की गुलामी में हमारे समाज ने जो गंवाया है, ये 25 वर्ष का कालखंड, उसे दोबारा प्राप्त करने का है।हम सभी को, देश के हर नागरिक के हृदय में एक दीया जलाना है- कर्तव्य का दीया। हम सभी मिलकर, देश को कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ाएंगे, तो समाज में व्याप्त बुराइयां भी दूर होंगी और देश नई ऊंचाई पर भी पहुंचेगा।

Latest News