Wednesday, April 24, 2024

अपनों की आत्मा की शांति के लिए लाखों लोगों ने किया गंगा में दीपदान

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हापुड़: उत्तर भारत के कार्तिक मेलें में गुरुवार को सैकड़ों लोगों ने अपनों की शांति के लिए गंगाजी में दीपदान कर उन्हें याद किया।
उ.प्र. का मिनी हरिद्वार कहे जानें वालें गढ़मुक्तेश्वर में चल रहे कार्तिक पूर्णिमा गंगा मेले में गुरुवार को लाखों लोगों ने गढ़मुक्तेश्वर व ब्रजघाट में पहुंच अपनों की आत्मा की शांति के लिए सूर्यास्त होते ही गंगा किनारे दीपदान कर अपनों को याद किया। दीपकों की रोशनी से गंगा जगमगा रही थी। गंगा मैया का दृश्य देखने में मनमोहक लग रहा था। गुरुवार को सूर्य अस्त के साथ देर रात तक गंगा तटों पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

गढ़मुक्तेश्वर मेला

19 नंवबर को कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान है। इस पर्व की पूर्व संध्या पर गंगा किनारे हजारों श्रद्धालु पहुंचे। उनके द्वारा अपने परिवार की दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दीपदान किया। रोडवेज बस, ट्रेन, ट्रैक्टर ट्राली, निजी कार व बाइक इत्यादि साधनों से यह श्रद्धालु जाम, धूल और पुलिस व टोल टैक्स वाले कर्मियों की टोका टोकी व भीड़-भाड़ से जूझते व हटो-बचो करते हुए गढ़ खादर पहुंचे। बाढ़ नियंत्रक पुलिस चौकी के सामने होते हुए गंगा किनारे पहुंचते ही गंगा घाटों पर अंधेरा पसरा मिला। श्रद्धालुओं की चहल पहल के साथ कभी धार्मिक तो कभी फिल्मी गीतों की गूंज कानों तक पहुंच रही थी। सभी श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान के बाद दीपदान किया। इस दौरान पिंड में रखे जलते हुए दीपदान करते वक्त श्रद्धालुओं की आंखे भी नम हो रही थी। दीपदान के साथ ही श्रद्धालु वस्त्र, जूते, चप्पल,रुपये-पैसे के अलावा दिवंगत आत्माओं की पसंद की चीजों का भी पुरोहितों को दान कर रहे थे। इस दौरान दिवंगत आत्माओं की शांति व मुक्ति के लिए प्रार्थना की जा रही थी। खास बात यह कि सूर्य अस्त होने के समय से देर शाम तक चले दीपदान से गंगा घाट दीपों की रोशनी से जगमगा उठ रहे थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों आसमान में टिमटिमाने वाले तारे गंगा तट पर उतर आए हों।
दीपदान के लिए विशेष इंतजाम
गढ़ मेले के साथ ब्रजघाट में दीपदान को उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ गंगा घाटों विशेष इंतजाम रहे। घाटों पर दीपदान की सामग्री लेकर ब्राह्मण मौजूद रहे। पूजा की सामग्री में पिडदान, दीप, लौंग,बताशे, बांस की चटाई आदि सामग्री गंगा घाटों पर मौजूद रहे। काफी श्रद्धालु अपने घरों से दीपक और घी आदि घर लेकर गंगा घाट पर पहुंचे। तो कुछ लोगों ने गंगा घाट से दीपदान का सामान खरीदा।

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