मेरठ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी मवाना पर साझा प्रयास नेटवर्क ने आशा कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की, जिसमें सुरक्षित गर्भ समापन, परिवार नियोजन, एमटीपी एक्ट व एमटीपी एक्ट 2021 में हुए संशोधन के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा.सतीश भास्कर ने आशा कार्यकर्ताओं को सुरक्षित गर्भ समापन के विषय पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षित गर्भ समापन के संबंध में हर आशा,एएनएम को जानकारी होनी चाहिए, ताकि वह हर घर तक यह जानकारी महिलाओं तक पहुंचा सकें और महिलाएं यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो सकें। इस प्रयास से मातृ मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलेगी।
ट्रेनिंग एंड रिसर्च ऑफिसर ने कहा,परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता की कमी, हिचक, शर्म , सामाजिक कारण, पैसे की कमी और साधन की अनुपलब्धता के कारण आज भी महिलाएं असुरक्षित गर्भपात कराने को मजबूर हैं। सरकारी अस्पतालों में लगने वाली लंबी लाइनें और स्टाफ का संवेदनहीन व्यवहार भी घरेलू उपाय अपनाने और अप्रशिक्षित लोगों के पास जाने को मजबूर करता है।
साझा प्रयास नेटवर्क द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया। सुरक्षित गर्भ समापन पर चर्चा करते हुए उन्हें बताया गया कि आज के दौर में गर्भधारण से बचने का हर संभव उपाय है ताकि किसी अवांछित स्थितियों से बचा जा सके। हर स्त्री को याद रखना चाहिए कि शरीर उसका है और उस पर पहला अधिकार भी उसी का है। लिहाजा अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी उसका पहला कर्तव्य है। साथ ही एमटीपी एक्ट के बारे में बताते हुए असुरक्षित गर्भपात के नुकसान से भी अवगत कराया गया।
साझा प्रयास ने दी एमटीपी एक्ट व सुरक्षित गर्भ समापन पर जानकारी
