Tuesday, September 19, 2023

राष्ट्रीय विज्ञान दिवसः आईआईएमटी विश्वविद्यालय में वेबिनार का आयोजन

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  • पत्रकारिता विभाग में आयोजित वेबिनार में वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने समझाया कल का विज्ञान और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के उपाय

मेरठ। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें देश के चोटी के लोक संचारक वैज्ञानिकों ने छात्रों के साथ बातचीत करते हुए विज्ञान से जुड़े सवालों का जवाब भी दिया।
महान वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता रहे वैज्ञानिक सर सीवी रमन की याद में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। आसमान या समंदर नीला क्यों दिखाई देता है। उनके इस सिद्धान्त को रमन प्रभाव का नाम दिया गया था। इसी सवाल की खोज के लिए 1930 में उन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस बार राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की थीम ‘सतत भविष्य के लिए विज्ञान और तकनीक का दृष्टिकोण’ रखी गई है। इस विषय पर छात्रों से बात करने के लिए बीएसाईपी लखनऊ के पूर्व वैज्ञानिक डाॅ सीएम नौटियाल और सुप्रसिद्ध विज्ञान लेखक प्रोफेसर मनोज कुमार पटेरिया वेबिनार में मौजूद रहे।
डाॅक्टर सीएम नौटियाल ने विज्ञान की जटिलताओं को बेहद आसान भाषा में समझाते हुए विज्ञान के सही स्वरूप को जनता के बीच पहुंचाने की जरूरत जताई। उन्होंने जनता के बीच वैज्ञानिकों की गलत छवि पर अफसोस जताते हुए साफ किया कि आज के दौर में वैज्ञानिकों का मतलब सिर्फ परमाणु बम या बंदूकें बनाने वालों से लिया जाता है। जबकि रोजाना की जिंदगी को आसान बनाने के पीछे भी वैज्ञानिकों की ऊर्जा और मेहनत ही लगी है। कुदरत से हद से ज्यादा छेड़छाड़ के गंभीर नतीजों के लिए आगाह करते हुए डा.नौटियाल ने कुदरत को बचाए रखने और विज्ञान का सकारात्मक पक्ष जानने पर जोर दिया। उन्होंने निकट भविष्य में आईआईएमटी विश्वविद्यालय में पत्रकारों और वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाने के लिए कोई कार्यक्रम तैयार करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि समाज में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करने की जरूरत है।
भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के पूर्व सलाहकार और साइंटिस्ट ‘जी’ प्रोफेसर मनोज कुमार पटेरिया ने छात्रों से संवाद करते हुए आज के संदर्भ में विज्ञान की जरुरत समझाई। प्रोफेसर मनोज कुमार पटेरिया भारत सरकार के साइंस एंड टेक्नालाॅजी विभाग में साइंस एंड इंजीनियरिंग काउंसिल डिपार्टमेंट में सलाहकार और साइंटिस्ट ‘जी’ के तौर पर रहे हैं और वर्तमान में भारतीय विज्ञान लेखक संघ के अध्यक्ष हैं। सेशन में छात्रों ने अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए अतिथि वैज्ञानिकों से सवाल भी किए जिनका डा.सीएम नौटियाल ने धैर्य पूर्वक जवाब दिया।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्रोफेसर और डीन डा.सुभाष चंद्र थलेड़ी ने आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता, मैनेजिंग डायरेक्टर डा.मयंक अग्रवाल, विश्वविद्यालय की कुलपति डा.दीपा शर्मा का, प्रति उपकुलपति डा.सतीश बंसल का आभार जताया कि उनके मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय की गतिविधयां सभी क्षेत्रों में जारी हैं। डा.थलेडी ने डा.मनोज कुमार पटेरिया और डा.चंद्रमोहन नौटियाल को विश्वविद्यालय परिवार की ओर से धन्यवाद दिया और वेबिनार में उनकी प्रतिभागिता के लिए आभार जताया
पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा ने दोनों अतिथि वैज्ञानिकों के अलावा कार्यक्रम से ऑनलाइन माध्यम से जुड़े छात्रों को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विभोर गौड़ ने किया। विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डा.नरेंद्र कुमार मिश्रा, पृथ्वी सेंगर, निशांत सागर, डा.विवेक सिंह और सचिन गोस्वामी ने कार्यक्रम में सहयोग दिया।

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