Monday, September 18, 2023

प्रशंसनीय:पूरे रमजान माह वहाब कुरैशी मुसाफिरों को कराते हैं रोजा इफ्तारी

Must read

यूनिजिफ के डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षाविद सम्मान 2023 समारोह में देशभर के शिक्षक होंगे शामिल

17 सितंबर को नोएडा में यूनिजिफ की ग्लोबल लीडर्स कांफ्रेंस में जुटेंगे देशभर के शिक्षाविद, शिक्षा के क्षेत्र में योगदान पर होंगे सम्मानित नोएडा।...

चौधरियान क्लब के तत्वाधान में आयोजित हुआ कबड्डी टूर्नामेंट

स्योहारा। क्षेत्र के सभी धार्मिक एवं समाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने वाले भाजपा से जुड़े युवा नेता अदनान अकरम ने शुक्रवार को...

बिजली घर पर चल रहे धरने पर एसडीओ ने किसानों को दी धमकी, एसडीओ की धमकी से किसानों में उबाल

स्योहारा। बिजली घर पर चल रहे धरना के आठवें दिन भी चौधरी गजेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में जारी रहा। किसानों को संबोधित करते...

एसडीएम ने कंपोजिट विद्यालय प्राथमिक विद्यालयों का किया निरीक्षण

चांदपुर: उप जिलाधिकारी द्वारा दिन-प्रतिदिन विद्यालयों का निरीक्षण करती नजर आ रही है जिससे जनता में उप जिलाअधिकारी रितु रानी की प्रशंसा हो रही...

नहटौर। उत्तरी सहकारी समिति के वाइस चेयरमेन एव पूर्व पालिका सभासद वहाब कुरैशी सच्चे समाजसेवक हैं। वह सामजिक और धार्मिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। उसी कड़ी में उनका एक कार्य उन्हें दीन और दुनिया दोनों में सर बुलन्द करता हैं। वह रमजान के पुरे महीने अल्लाह की रजा के लिए उनकी बैठक पर मुसाफिरों के लिए रोजा इफ्तार का आयोजन करते हैं।
नगर के मौहल्ला कस्बा निवासी वहाब कुरैशी का घर धामपुर मार्ग किनारे जेवीएम इंटर कॉलेज के सामने स्थित हैं। वहाब कुरैशी जहां नगर के सभी सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, वहीं उनके घर की बैठक पर रमजान शुरू होते ही दस्तरख्वान बिछ जाते हैं। शाम होते ही इफ्तार से दस्तरख्वान सज जाता हैं और वह नगर के लोगो को फोन कर इफ्तार में शिरकत करने की दावत देते हैं, वहीं घर के सामने से गुजरने वाले रोजेदार मुसाफिरों को वह रोककर उनसे दरख्वास्त करते हैं कि रोजा इफ्तार करे और मुसाफिरों को इफ्तार के साथ वह खाना भी खिलाकर रुखसत करते हैं। ।उनका इफ्तार का यह सिलसिला एक दो दिन नही बल्कि पुरे महीने बदस्तूर चलता हैं। वहाब कुरैशी के इस कार्य की नगरवासी अच्छा काम बताते हुए तारीफ़ करते हैं। इधर वहाब कुरैशी ने इस सम्बन्ध में बताया की उनका घर धामपुर मार्ग पर हैं और रोजेदार मुसाफिर इफ्तार के समय बैठक पर आकर रोजा खोलने के लिए पानी आदि की पेशकश करते थे, वह उन्हें खजूर आदि जो होता था पेश कर रोजा खुलवाते थे, यही अमल शायद खुदा को उनका पसन्द आ गया और खुदा ने उनसे यह काम लेना शुरू कर दिया। वह इफ्तार का इंतजाम अल्लाह की रजा के लिए करने लगे और उनके जीते जी इफ्तार का यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा क्यूंकि इफ्तार कराने से उन्हें बेहद ख़ुशी और दिल को सुकून मिलता हे।

Latest News