हापुड़। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन हापुड़ की श्रद्धांजलि सभा जवाहर गंज मैडिकल मार्केट में आयोजित की गई।
फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष राजेंद्र गुर्जर ने बताया कि मेजर सहाब का जन्म 16 मार्च 1958 को हुआ। 16 दिसंबर 1978 को 11वीं राइफल गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन में उनकी पहली नियुक्ति हुई। 01सितम्बर से 31 दिसंबर 16 तक देश के 37 वे सेना उप प्रमुख रहे,31 दिसंबर 16 से देश के 27 में चीफ आफ आर्मी का पद संभाला। 23 दिसंबर 2019 से चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के सचिव के चेयरमैन नियुक्त किये गये । दुर्भाग्यवश तमिलनाडु के कुन्नूर में दिनांक 08 दिसंबर 21 को हेलीकाप्टर के क्रैश होने से उनके साथ उनकी पत्नी व 11 सैनिकों की दर्दनाक दुर्घटना मे असामयिक मृत्यु से भारत में शोक की लहर दौड़ गई जिससे पूरा देश आहत व बहुत दुखी एवं विहल है।
जिला महासचिव सुंदर कुमार आर्य ने कहा कि मेजर जनरल रावत ने 1999 के कारगिल युद्ध में अद्वितीय सूझबूझ के कारण विजय प्राप्त कर देश का गौरव बढाया,आतंकवाद के समूल नाश हेतु भारतीय संस्कृति के अनुसार उनके विचार-“पहली गोली हमारी नहीं होगी,पर उसके बाद हम गोलियों की गिनती नहीं करेंगे।” आज उनके विचारों को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित विजेंद्र गर्ग, पवन गर्ग, ईश्वर कुमारी सिसोदिया, शशि गोयल, स्नेह लता, सुनीता शर्मा, मीनू चौहान, महेंद्र कुमार, ओमप्रकाश, सुधीर त्यागी, रामपाल शर्मा, सीएल शर्मा, राज कुमार सहित सभी ने उनके चित्र पर पर पुष्प अर्पित कर तथा अपने विचार व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने दी जनरल रावत व अन्य को श्रद्धांजलि
