शामली। सोमवार को ईट-भट्टा कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने शामली कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें भट्ठा मजदूरों को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा घोषित मजदूरी दर 700 रुपये प्रति हजार ईट पथाई से भुगतान कराए जाने की मांग की है।
सोमवार को भट्टा मजदूरों द्वारा जिलाधिकारी जसजीत कौर को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि ईट भट्टों पर उत्तर प्रदेश शासन द्वारा घोषित मजदूरी दर का पालन न होने के कारण भट्ठा मजदूरों का शोषण व उत्पीड़न किया जा रहा है और भटटा मजदूरों को इस महंगाई के दौर में बहुत कम मजदूरी देखकर काम लिया जा रहा है। जिसके कारण भट्ठा मजदूरों को अपने परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है। ऐसी दशा में भट्ठा मजदूरों के परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं। ईट भट्टा कर्मचारी यूनियन उत्तर प्रदेश द्वारा इस संबंध मे सहायक श्रम आयुक्त को कई बार ज्ञापन दिया, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं की गई। इसी प्रकार वर्ष 2020-21 में भी उत्तर प्रदेश शासनादेश अनुसार स्थाई न्यूनतम मजदूरी की लड़ाई लड़ी गई, लेकिन आज तक भट्ठा मजदूरों को प्रशासन द्वारा शासनादेश के अनुसार ईट पथाई की न्यूनतम मजदूरी सहायक श्रम आयुक्त द्वारा लागू नहीं कराई गई। उन्होंने मांग की कि भट्टा मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी तुरंत लागू कराई जाए। अन्यथा ईट भट्टा मजदूर व यूनियन संगठन धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
इस अवसर पर बाबूराम कामरेड, विशन, रमेश चंद, कुलदीप कुडाना, अमित, सुभाष, राजकुमार, विशंभर, विकास, चंद्रपाल, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र कुमार, मोहकम सिंह आदि मौजूद रहे।
ईट-भट्टा कर्मचारी यूनियन ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा
