Tuesday, March 21, 2023

आईआईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज को मिली मान्यता

Must read

जैन डिग्री कॉलेज बड़ौत में आज वृह्द रोजगार मेले का हुआ शुभारंभ

रोजगार मेले में 38 कंपनियों ने 4011 अभ्यर्थियों के लिए इंटरव्यू 1044 अभ्यर्थियों का हुआ चयन युवाओं को मिला रोजगार मिशन रोजगार के...

नेत्र शिविर में 205 की हुई जांच

बिनौली: बरनावा के ज्ञान सागर गुरुकुल में सोमवार को अरिदमन कुमार जैन मेमोरियल अस्पताल खेकड़ा की ओर नेत्र चिकित्सा ऑपरेशन शिविर का आयोजन हुआ।...

मोबाइल की लत बच्चों के लिए नुकसानदायक इसीलिए अभिभावक दे ध्यान, जाने उनकी दिनचर्या : सुशील वत्स

कोरोना ने हमारी जिंदगी को बदल दिया यह कहना तार्किक होगा। एक बड़ा बदलाव पूरी दुनिया में देखने को मिला। लोगों ने एक दूसरे...

रामनिवास सभापति व सुदेश देवी उपसभापति बने

बिनौली कृषक सेवा सहकारी समिति पदधिकारियों का चुनाव बिनौली: कृषक सेवा सहकारी समिति बिनौली के पदाधिकारियों के रविवार को हुए चुनाव में सभापति पद...

60 सीट के साथ शुरु होगा आईआईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज में बीएएमएस कोर्स
मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय की सफलताओं में एक और अध्याय जुड़ गया है। मेरठ में शिक्षा के स्तर को सतत ऊपर उठाने में लगा आईआईएमटी विश्वविद्यालय अब आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में भी छात्रों के लिए एक स्थाई समाधान बनने जा रहा है। आयुष मंत्रालय ने आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए बैचलर ऑफ आयुर्वेदा मेडिसिन एंड सर्जरी का कोर्स कराने के लिये 60 सीटों की अनुमति दे दी है। अब आईआईएमटी मेडिकल काॅलेज के शोध का लाभ छात्रों को मिल सकेगा।
गौरतलब है कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज में आयुर्वेद की तकनीकों से मरीजों की बीमारियों का समाधान किया जा रहा है। कोरोना काल में भी आयुर्वेदिक अस्पताल की ओर से रोगियों की समस्याओं का निदान किया गया था।
आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल डा.राकेश पंवार ने बताया कि काॅलेज में आयुर्वेद पर शोध करके कई जटिल रोगों का सफल इलाज किया जा रहा है। कोरोना काल में भी आयुर्वेदिक अस्पताल ने मरीजों की हर मुमकिन सेवा की है। अब मेडिकल काॅलेज को 60 सीट की अनुमति मिल गई है। छात्रों को भी अस्पताल के आयुर्वेदिक शोध का लाभ मिलेगा। काॅलेज में प्रवेश नीट की परीक्षा और जरूरी अर्हताओं के जरिए ही होगा।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने बताया कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज को मान्यता भले ही अभी मिली है मगर विश्व विद्यालय परिसर में जड़ी बूटियों पर लंबे अरसे से शोध कार्य किया जा रहा है। बेहद दुर्लभ जड़ी-बूटियों को उगाने और उन पर चिकित्सकीय प्रयोग करने में आयुर्वेद विज्ञान के छात्र लंबे समय से जुटे हुए हैं। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज की मान्यता मिलने के बाद छात्रों को बड़ा लाभ मिलेगा।
आईआईएमटी समूह के एमडी डा.मयंक अग्रवाल ने कहा कि आईआईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज में छात्रों को उच्च श्रेणी की शिक्षा प्रदान की जायेगी। छात्रों को शिक्षण के साथ व्यवहारिक जानकारी भी दी जायेंगी ताकि वह अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकें और पूर्ण रूप से स्वयं को विकसित कर सके।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति डा.दीपा शर्मा, उप कुलपति डा.सतीश बंसल,रजिस्ट्रार डा.वीपी राकेश, वित्त नियंत्रक नीरज मित्तल, डायरेक्टर एडमिन डा.संदीप कुमार ने आईआईएमटी आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज के प्रबंधन को बधाई दी।

Latest News